
एत्मादपुर क्षेत्र के गांव कुबेरपुर में रामपाल की 18 वर्षीय बेटी चांदनी का शव सोमवार को सुबह 11 बजे घर में ही फंदे से लटकता मिला। युवती दहेज हत्या के आरोप में जेल जा चुकी थी, जमानत पर छूटी थी। परिवारीजनों का कहना है कि उसे हमेशा यह भय सताता था कि फिर से जेल जाना पड़ सकता है, इसी से दुखी रहती थी, सदमे में आकर उसने यह आत्मघाती कदम उठाया है।
घटना के समय चांदनी की मां गीता खेत पर काम करने गयी थी, पिता आगरा स्थित एक फैक्टरी में मजदूरी करने गये थे। घटना की सूचना पर पुलिस पहुंच गयी। रामपाल ने बताया कि उनके बेटे की पत्नी ने अक्टूबर 2016 में फंदे पर लटक कर खुद कुशी कर ली थी, मामले में मृतका के भाई सुनील निवासी श्रीराम कॉलोनी फिरेजाबाद ने बेटा सोनू, उसे, उसकी पत्नी गीता और पुत्री चांदनी के खिलाफ दहेज हत्या का मुकद्मा दर्ज कराया था, जिसमें सभी को जेल जाना पड़ा था। सोनू को छोड़कर सभी जमानत पर छूटे हैं, बेटा सोनू अभी जेल में है। मंगलवार को मुकद्मे की सुनवाई थी, बेटी चांदनी को जेल जाने का भय हमेशा सताता था, घर वालों के मुताबिक इसी भय के कारण उसने आत्महत्या कर ली। थाना प्रभारी विकास तोमर ने बताया कि मामला खुदकुशी का ही लग रहा है।