चुनावी समर में ताबड़तोड़ रैलियों आपाधापी के बीच सातवें एवं अंतिम चरण के मतदान से ठीक एक दिन पहले केदारनाथ धाम पहुंचे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 20 घंटे की साधना मे लीन हो गये है प्रधानमंत्री जिस ध्यान गुफा में है उस के आसपास किसी को जाने इजाजत नहीं है ।
प्रधानमंत्री पूरी तरह से आध्यात्मिक रंग में रंगे नजर आए। इस दौरान उन्होंने गर्भगृह में रुद्राभिषेक किया तो मंदिर की परिक्रमा भी की और दोपहर बाद करीब दो बजे वह साधना के लिए एकांत स्थल, मंदिर से 1.5 किलोमीटर दूर ध्यान गुफा में चले गए। बताया जा रहा है कि वह यहीं रात्रि विश्राम भी करेंगे। इससे पहले उन्होंने अपने ड्रीम प्रोजेक्ट केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों का निरीक्षण किया।
हिमालय की चोटियों के मध्य समुद्रतल से 11664 फीट की ऊंचाई पर स्थित केदारनाथ धाम में मौसम लगातार परीक्षा ले रहा है। कड़ाके की ठंड में संशय के उमड़ते-घुमड़ते बादलों के बीच अडिग आस्था के साथ प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का हेलीकाप्टर जब सुबह साढ़े नौ बजे केदारनाथ धाम पहुंचा तो अफसरों ने राहत की सांस ली। हेलीपैड से प्रधानमंत्री पैदल ही सीधे केदारनाथ मंदिर पहुंचे और पूजा अर्चना की। गर्भगृह में धाम के मुख्य पुजारी केदार लिंग और वेदपाठी ओंकारनाथ शुक्ला ने रुद्राभिषेक संपन्न कराया।
केदारनाथ पुनर्निर्माण कार्यों के निरीक्षण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सेफ हाउस (अति विशिष्ट अतिथि गृह) में कुछ देर विश्राम किया। दोपहर बाद ठीक 1.40 बजे वह ध्यान गुफा के लिए रवाना हुए। 300 मीटर की दूरी उन्होंने ऑल टैरेन व्हीकल (एटीवी) से तय की और करीब एक किलोमीटर वह पैदल ही चले। यह गुफा केदारनाथ मंदिर को चोराबाड़ी ग्लेशियर से जोडऩे वाले मार्ग पर स्थित है।