पूर्व वित्त मंत्री और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मंत्रिमंडल के अहम सदस्य रहे अरुण जेटली (Arun Jaitley) का दिल्ली के एम्स अस्पताल में निधन हो गया। उनके निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। पिछले कई वर्षों से बीमार चल रहे जेटली ने मोदी – 2 सरकार में मंत्रीपद तो नहीं लिया था लेकिन लगातार गंभीर बीमारी से जूझने के बावजूद लगातार मोदी सरकार के पक्ष में सोशल मीडिया पर सक्रिय बने हुए थे, खासकर जब भी विपक्ष मोदी सरकार पर हमलावर हुआ, तो उसको जवाब देने में जेटली एक योद्धा की तरह मैदान में आ डटते थे। विपक्ष के एक-एक आरोप को तथ्यों के सहारे खंडित करने में उनका कोई मुक़ाबला नहीं था।
लोगों ने उनको आखिरी बार सोशल मीडिया पर इसी महीने सात अगस्त को सक्रिय देखा था जब उन्होंने महान संत तुलसीदास जी की जयंती पर उनको नमन किया था। इसके अलावा उन्होंने इसी दिन पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर शोक भी जताया था।
सोशल मीडिया के तमाम प्लेटफार्म पर सक्रिय रहने वाले भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व वित्त मंत्री अरुण जेटली का शनिवार को निधन हो गया। 66 वर्षीय जेटली पिछले कई दिनों से जीवन रक्षक प्रणाली पर एम्स में भर्ती थे। लगभग हर रोज वे अपने ट्वीटर हैंडल से ट्वीट करते ही थे। ब्लॉग पर उनकी लेखनी में हर शब्द उनके कानूनी प्रशिक्षण व अनुभवों को बयां करते थे।
पार्टी के बचाव में और विपक्ष पर हमला करने का कोई मौका वे जाने नहीं देते थे और तुरंत ब्लॉग लिख डालते थे तभी उन्हें ‘ब्लॉग मिनिस्टर’ का खिताब भी हासिल था। जाधव का मुद्दा हो, जीएसटी, तीन तलाक, बजट 2019 20 के अलावा भी न जाने कितने ही मुद्दों पर जेटली ने ब्लॉग लिखने के लिए कलम उठाया।
अंतिम ट्वीट उन्होंने इस माह के शुरुआत में 7 अगस्त को की थी। उस दिन उन्होंने पूर्व विदेश मंत्री सुषमा स्वराज के निधन पर गहरा दुख व्यक्त किया था। इसके अलावा उन्होंने महान संत तुलसीदास जी की जयंती पर अपनी श्रद्धा जाहिर की थी| इन्हीं दोनों पोस्ट को उन्होंने अपने फेसबुक पेज पर भी दोहराया था।
Saddened, pained & broken on demise of Sushmaji. She was one of the most outstanding politicians in the Present Era. She distinguished in all positions. She held Senior Positions with the Party, NDA Govt. & while in opposition. She leaves behind a void which is difficult to fill.
— Arun Jaitley (@arunjaitley) August 6, 2019
अंतिम ब्लॉग में जम्मू कश्मीर को लेकर किए गए फैसले के लिए उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी व गृहमंत्री अमित शाह की तारीफ करते हुए लिखा कि इन्होंने असंभव पर जीत हासिल की। इसमें उन्होंने अनुच्छेद 370 को हटाए जाने को लेकर ऐतिहासिक असफल प्रयासों, प्रधानमंत्री की कश्मीर नीति, कश्मीर की जनता पर इस अनुच्छेद का नकारात्मक प्रभाव आदि का भी उल्लेख किया। इसके पहले उन्होंने जीएसटी के दो साल पूरे होने पर भी ब्लॉग पोस्ट लिखा था।
इंदिरा गांधी द्वारा लगाए गए आपातकाल की 43वीं एनिवर्सरी पर तो उन्होंने तीन हिस्सों में एक ब्लॉग सीरिज चलाई थी। ब्लाॅग में उन्होंने इंदिरा गांधी की तुलना हिटलर से की थी। उन्होंने लिखा हिटलर और इंदिरा गांधी दोनों ने देश पर तानाशाही थोपी, इसके लिए उन्होंने संविधान रद्द नहीं किया बल्कि उसी का इस्तेमाल किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने UAE से किए अपने ट्वीट में जेटली को श्रद्धांजलिअर्पित करते हुए कहा है कि “With the demise of Arun Jaitley Ji, I have lost a valued friend, whom I have had the honour of knowing for decades. His insight on issues and nuanced understanding of matters had very few parallels. He lived well, leaving us all with innumerable happy memories. We will miss him!”
With the demise of Arun Jaitley Ji, I have lost a valued friend, whom I have had the honour of knowing for decades. His insight on issues and nuanced understanding of matters had very few parallels. He lived well, leaving us all with innumerable happy memories. We will miss him!
— Narendra Modi (@narendramodi) August 24, 2019