बीजेपी के राज्य सभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी अपना जन्मदिन मनाने के लिए उत्तर प्रदेश के अयोध्या पहुंचे हैं। उनका कहना है कि केंद्र सरकार गैर विवादित जमीन को मंदिर के निर्माण के लिए न्यास को सौंप कर मंदिर का निर्माण शुरू करवा सकती है पर हम कोर्ट का सम्मान करने के साथ ही इसके फैसले पर पूरा भरोसा करते है।
बीजेपी के वरिष्ठ नेता और राज्य सभा सदस्य सुब्रमण्यम स्वामी का कहना है कि हम जब चाहें अयोध्या में राम मंदिर निर्माण शुरू कर सकते हैं। विवाद तो केवल 0.3 एकड़ जमीन का है, बाकी 67.4 एकड़ का क्षेत्र अविवादित है, जिस पर मंदिर का निर्माण किया जा सकता है। स्वामी अपना जन्मदिन मनाने शनिवार को धार्मिक नगरी अयोध्या आए थे।
स्वामी ने कहा कि अयोध्या के राम मंदिर मामले का फैसला 15 नवम्बर तक आ जाएगा। उन्होंने विश्वास जताया कि फैसला हिन्दुओं के पक्ष में ही आएगा। क्योंकि देश के करोड़ों हिन्दुओं के आस्था से जुड़े सवाल पर सुन्नी वक्फ बोर्ड के अधिवक्ता कोई जवाब नहीं दे सके हैं।
बीजेपी सांसद ने कहा कि मुस्लिम समाज के लोगों की सोच अब बदल रही है। वे शांति के साथ भाईचारे के माहौल में रहना चाहते है। यही कारण है कि मंदिर-मस्जिद का विवाद खत्म हो, इसके लिए वे राम मंदिर के निर्माण के पक्ष में आ रहे हैं। शिया सेंट्रल वक्फ बोर्ड के पक्षकारों ने साफ तौर पर मंदिर के लिए विवादित जमीन देने को कहा है।
डा. सुब्रमण्यम स्वामी शनिवार को अयोध्या में संवाददाताओं से बातचीत के दौरान डा. स्वामी ने कहा कि इससे पूर्व सन् 1994 में भी जब देश में नरसिम्हा राव की सरकार थी। उस समय भी जब सुप्रीम कोर्ट ने सरकार से पूछा था कि विवादित भूमि के विषय में सरकार का क्या मत है तो कहा गया था कि अधिग्रहित की गई भूमि सरकार की है। यदि न्यायालय उसे मंदिर के लिए देता है तो हमें कोई ऐतराज नहीं है। उन्होंने पूर्व वित्तमंत्री पी चिदम्बरम के जेल जाने के सवाल पर कहा कि अभी देखते जाएं, कांग्रेस के कई बड़े घोटालेबाज नेता इसी प्रकार जेल की सलाखों के पीछे जाएंगे।
स्वामी शनिवार को अयोध्या में रुकेंगे। रविवार को रामलला के दर्शन के साथ मंदिर में पूजन अर्चन करेंगे। साथ ही कारसेवकपुरम में उनका जन्मदिवस मनाया जाएगा।