पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने पीएम आवास पहुंची इस दौरान सीएम ममता ने पीएम मोदी को मिठाई और कुर्ता दिया। साथ ही ममता बनर्जी ने पीएम मोदी को बंगाल आने का भी न्योता दिया। पीएम मोदी से मुलाकात के बाद ममता बनर्जी ने कहा कि पीएम के साथ चर्चा अच्छी रही है, दूसरे कार्यकाल में पीएम के रूप में कार्यभार संभालने के बाद मैं उनसे नहीं मिली थी।
ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने राज्य के लिए 13500 करोड़ रुपये की मांग की है,साथ ही राज्य का नाम परिवर्तन करना भी लंबित है, हम उनके सुझाव को भी स्वीकार करने को तैयार हैं. ममता बनर्जी ने अपनी इस मुलाकात को चेयर टू चेयर मीटिंग बताया।
उन्होंने कहा कि ये कोई राजनीतिक मुलाकात नहीं थी,ममता बनर्जी ने बीजेपी अध्यक्ष अमित शाह से भी मिलने की इच्छा जताई उन्होंने कहा कि अगर अमित शाह समय दें तो मैं कल उनसे भी मुलाकात करूंगी. ममता बनर्जी ने कहा कि मैंने पीएम से आग्रह किया है कि वे दुनिया के दूसरे सबसे बड़े कोल ब्लॉक का उद्घाटन पश्चिम बंगाल में आकर करें।
ममता बनर्जी ने पीएम मोदी से मुलाकात के लिए समय मांगा था,ममता 20 सितंबर तक दिल्ली में हैं, पहले दोनों नेताओं की ये मुलाकात मंगलवार को होने वाली थी. लेकिन जन्मदिन पर पीएम मोदी के पहले से तय कार्यक्रम के कारण ये मुलाकात संभव नहीं हो पाई।
लोकसभा चुनाव के दौरान पीएम मोदी और ममता बनर्जी के बीच जबर्दस्त जुबानी जंग देखने को मिली थी. नरेंद्र मोदी के केंद्र में आने के बाद से दोनों नेताओं के रिश्ते अच्छे नहीं रहे हैं. लेकिन इन कड़वाहट के बीच भी ममता पीएम मोदी को साल में एक-दो कुर्ते भेजती रही हैं,इस बात का खुलासा खुद पीएम मोदी ने किया था।
पीएम मोदी ने लोकसभा चुनाव से पहले एक इंटरव्यू में राजनीतिक लोगों से अपने रिश्तों के बारे में जानकारी देते हुए बताया था कि ममता दीदी साल में आज भी मेरे लिए एक-दो कुर्ते भेजती हैं।
ममता बनर्जी इससे पहले कई मौकों पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलने से बचती रही हैं. मई में दूसरी बार चुनाव जीतने के बाद नरेंद्र मोदी के शपथ ग्रहण समारोह में ममता ने हिस्सा नहीं लिया था. इसके बाद जून में नीति आयोग की बैठक में ममता ने हिस्सा नहीं लिया।
फिर ‘एक देश एक चुनाव’ मसले पर बुलाई गई बैठक में भी ममता ने भाग नहीं लिया था, इससे पहले चुनाव से पहले भी प्रधानमंत्री मोदी ने मई में कहा था कि उन्होंने तूफान फानी पर चर्चा के लिए 2 बार ममता बनर्जी को फोन लगाया, लेकिन उनसे संपर्क नहीं हो पाया. तब ममता ने कहा था कि वह उन्हें (नरेंद्र मोदी) को देश का प्रधानमंत्री नहीं मानतीं।