महाराष्ट्र Maharashtra विधानसभा चुनाव से ठीक एक हफ्ते पहले प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी Prime Minister Narendra Modi ने जलगांव Jalgaon से अपने धमाकेदार चुनाव प्रचार का आगाज करते हुए कांग्रेस पर हमला बोला। अनुच्छेद 370, 35A, तीन तलाक जैसे मुद्दों पर विपक्षी दलों को घेरते हुए पीएम ने चुनौती दी कि अगर कांग्रेस समेत विरोधियों में हिम्मत है तो वे अपने चुनावी घोषणापत्र में यह लिखकर दिखाएं कि वे इस ऐतिहासिक फैसले को पलट देंगे। मोदी ने कहा कि ये विपक्ष के घड़ियाली आंसू हैं। पाकिस्तान का नाम लिए बगैर उन्होंने कांग्रेस पर पड़ोसी देश की भाषा बोलने का भी आरोप लगाया।प्रधानमंत्री ने भाषण की शुरुआत में ही कहा कि नए भारत का नया जोश दुनिया देख रही है और मजबूती से सुन भी रही है।
पीएम ने कहा कि आज मैं विरोधियों को चुनौती देता हूं कि अगर आपमें हिम्मत है तो इस चुनाव में स्पष्ट स्टैंड लेकर सामने आएं। जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के विषय में अनाप-शनाप बातें करने वाले लोग अगर आपमें हिम्मत है तो इस चुनाव में और आने वाले चुनावों में भी घोषणापत्र में ऐलान करें कि वे 370 और 35A को वापस लाएंगे। उन्होंने कहा कि विरोधियों में हिम्मत है तो ऐलान करें कि 5 अगस्त के निर्णय को बदल देंगे वर्ना ये घड़ियाली आंसू बहाना बंद करें।
प्रधानमंत्री ने कहा कि 5 अगस्त को आपकी भावना के अनुरूप बीजेपी-एनडीए सरकार ने अभूतपूर्व फैसला लिया, जिसके बारे में सोचना तक पहले असंभव लगता था। एक ऐसी स्थिति जिसमें जम्मू-कश्मीर और लद्दाख के गरीब, बहन-बेटियों, दलितों, शोषितों के विकास की संभावनाएं नहीं के बराबर थीं। आज जब हम वाल्मीकि जयंती मना रहे हैं। 70 वर्षों में जम्मू-कश्मीर, लद्दाख में रहने वाले वाल्मीकि समुदाय के लोगों को मानवाधिकारों से भी वंचित रखा गया था।
उन्होंने कहा कि उस स्थिति में केवल अलगाववाद का विस्तार हो रहा था। PM ने कहा कि जम्मू-कश्मीर और लद्दाख हमारे लिए सिर्फ जमीन का टुकड़ा नहीं है, भारत का मस्तक है। वहां का समूचा जीवन, कण-कण भारत की सोच और शक्ति को मजबूत करता है। आस-पड़ोस की नापाक शक्तियों की गिद्ध दृष्टि से जम्मू-कश्मीर की शांति भंग होने और वहां खून-खराबा रोकने के लिए हमने सुरक्षा की दृष्टि से आवश्यक कदम उठाए।
मोदी ने कहा कि तीन तलाक पर कांग्रेस समेत तमाम दलों ने कोशिश की लेकिन हमने मुस्लिम माताओं-बहनों को जो वादा किया था, उसे निभाया। मैं इसमें भी विरोधी दलों को चुनौती देता हूं कि आपमें हिम्मत है तो घोषणा करें कि फिर से तीन तलाक का कानून लाएंगे। उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि लेकिन विरोधी ऐसा नहीं करेंगे क्योंकि उन्हें पता है कि तीन तलाक के कारण सिर्फ मुस्लिम माताओं-बहनों को ही हक नहीं मिला, मुस्लिम पुरुषों को भी यह उचित लगा क्योंकि वे पिता और भाई भी हैं। उन्होंने कहा कि भाई और पिता के नाते मुस्लिम पुरुषों को यह कानून सही लगता है।
पीएम ने कहा कि 40 साल से जो असामान्य परिस्थिति थी उसे सामान्य बनाने में 4 महीने भी नहीं लगेंगे लेकिन आज दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि देश के कुछ राजनीतिक दल और नेता राष्ट्रहित में लिए गए निर्णय पर राजनीति करने में जुट गए हैं। ये दल आपके वोट लेने के लिए आपके बीच में चक्कर काट रहे हैं। आप पीछे कुछ महीनों में कांग्रेस और NCP के बयान देख लीजिए, मेल-मुलाकातों को देख लीजिए। जम्मू-कश्मीर को लेकर जो देश सोचता है, उससे एकदम उल्टा इनकी बातों में दिखता है, इनकी सोच और व्यवहार में दिखता है। भारत की कम, पड़ोसी देश के लोगों की भाषा के साथ ऐसा लग रहा है कि इनका बड़ा तालमेल है। यह देश की भावनाओं के साथ खड़े रहने में संकोच कर रहे हैं।
पीएम ने कहा कि नए भारत का नया जोश दुनिया को दिखने लगा है। उन्होंने कहा कि आप भी अनुभव करने लगे हैं पर पहले ऐसा होता था क्या? यह मोदी के कारण नहीं आप लोगों के वोट के कारण हो रहा है। आपने जाति, धर्म, संप्रदाय से ऊपर उठकर एक निर्णायक जनादेश दिया है, उसने भारत की छवि में चार चांद लगाए हैं। इसी जनादेश का परिणाम है कि आज भारत की आवाज दुनिया की हर बड़ी ताकत मजबूती से सुन रही है। विश्व का हर देश, हर क्षेत्र आज भारत के साथ खड़ा दिखता है। भारत के साथ मिलकर आगे बढ़ने के लिए उत्साहित है।
पीएम ने आगे कहा कि मैं महाराष्ट्र और हरियाणा की माताओं-बहनों से विशेष आग्रह करना चाहता हूं कि लोकसभा चुनाव में मतदान करके आपने पुरुषों की बराबरी कर ली लेकिन विधासभा चुनाव में माताएं-बहनें पुरुषों से भी आगे निकलनी चाहिए। पीएम ने कहा कि महाराष्ट्र में देवेंद्र फडणवीस दूसरे ही सीएम हैं जो पूरे समय तक सीएम रहे वर्ना इससे पहले कई सीएम बदल जाते थे। भ्रष्टाचार, सामाजिक सद्भाव, भाई-भतीजावाद, विकास का जिक्र करते हुए उन्होंने सीएम की तारीफ की। उन्होंने कहा कि सड़क से लेकर सिंचाई, किसान हो या कारोबार हर क्षेत्र में सरकार सफल हुई है। थके हुए साथी एक दूसरे के लिए सहारा तो बन सकते हैं लेकिन महाराष्ट्र के युवाओं के सपनों को पूरा करने का माध्यम नहीं बन सकते हैं।
इससे पहले पीएम ने मराठी में अपने भाषण की शुरुआत की थी। आपको बता दें कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्य में 13 से 18 अक्टूबर के बीच 9 जनसभाओं को संबोधित करेंगे। रविवार को पीएम मोदी की दो सभाओं के बाद 16 अक्टूबर को अकोला, पनवेल, पारतुर, 17 अक्टूबर को पुणे, सातारा, परली में रैलियां होंगी। मुंबई में 18 अक्टूबर को पीएम की महारैली होगी।