आगरा (Coronavirus In AGRA) में Corona संक्रमितों की रफ्तार भले कम हो गई हो, लेकिन हर रोज संक्रमित केस मिलना चिंताजनक है। शहर के विभिन्न क्षेत्रों में मिले सात कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) मिले। इनमें एक सिपाही, स्वास्थ्यकर्मी भी शामिल है। इसी के साथ अब मंगलवार शाम तक आगरा में कुल संक्रमितों की संख्या 872 हो गयी है। 35 लोंगो की मौत हो चुकी है लेकिन प्रशासन अब तक 33 मौतों की पुष्टि कर रहा है ।
सोमवार को दो केस ऐसे मिले, जिसके कारण पुलिस महकमें और स्वास्थ्य विभाग में फिर से परेशानी खड़ी हो गई है। इन दोनों विभागों में पहले भी केस मिलते रहे हैं। बाद में कुछ राहत मिली थी। अब थाना लोहामंडी के अंतर्गत आने वाली राजामंडी पुलिस चौकी में तैनात एक सिपाही संक्रमित निकला है। अब उसके साथ तैनात रहे अन्य पुलिसकर्मियों के भी सैंपल कराए गये हैं।
वहीं मोबाइल सैंपल यूनिट में तैनात एक स्वास्थ्यकर्मी की जांच रिपोर्ट कोरोना पॉजिटिव (Corona Positive ) आई। ये कर्मचारी महावन मथुरा का रहने वाला है। उसकी रिपोर्ट की जानकारी मिलने के बाद विगभाग में अफरातफरी मच गई। इस स्वास्थ्यकर्मी के साथ रहने वाले लोगों के भी सैंपल कराए गए हैं। साथ ही उन्हें रिपोर्ट आने तक क्वारंटाइन भी कर दिया गया है। अब इन लोगों के स्थान पर मोबाइल सैंपल यूनिट में अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगानी होगी।
थाना लोहामंडी के एक कॉन्स्टेबल की सोमवार को Corona जांच पॉजिटिव आई है। इसके बाद सिपाही के साथी तीन और सिपाहियों को क्वारंटीन किया गया है। हालांकि इन सिपाहियों को अभी कोई समस्या नहीं हुई है। मामले की जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है।
सिपाही की ड्यूटी नाइट शिफ्ट में राजामंडी बाजार में लग रही थी। वह सुबह ड्यूटी बदलने के बाद अपने कमरे पर जाता था। उसके साथ एक और सिपाही भी रहता था। जबकि दो सिपाही सुबह आते थे। चार दिन पहले सिपाही को खांसी और जुकाम के साथ सांस लेने में दिक्कत हुई थी। शनिवार को सिपाही ने थाना प्रभारी को स्वास्थ्य की जानकारी दी। इस पर उसे घर में रहने की सलाह दी गई। तभी उसका कोरोना टेस्ट भी कराया गया। सोमवार को आई रिपोर्ट में सिपाही पॉजिटिव निकला है। संक्रमित सिपाही को आइसोलेशन में भेज दिया गया। वहीं उसके संपर्क के बाकी तीनों सिपाहियों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से एक सिपाही का आवास थाना परिसर में ही है। उनके परिवार के लोगों की जांच कराई जाएगी। सिपाहियों को किसी तरह की समस्या नहीं है।
अन्य Corona संक्रमितों में गोबर चौकी की एक गर्भवती महिला भी शामिल है। इसके अलावा न्यू आगरा, मलवीय कुंज लोहामंडी, दुष्यंत नगर बोदला, लंगड़े की चौकी क्षेत्र के रहने याले हैं। स्वस्थ हुए संक्रमितों की संख्या 756 पहुंच गई। अभी तक 12153 लोगों के सैंपल लिए जा चुके हैं। जिले में संक्रमितों की संख्या 872 हो चुकी है।
मलपुरा निवासी बुजुर्ग महिला की सैफई अस्पताल में उपचार के दौरान मंगलवार को मृत्यु हुई है। इन्हें किडनी में परेशानी के चलते पुष्पांजलि हॉस्पिटल में भर्ती कराया गया था। जहां उनका पहला टेस्ट नेगेटिव आया था लेकिन दूसरा टेस्ट पॉजीटिव आने के बाद सोमवार को उन्हें सैफई रेफर किया गया था।
आगरा सेंट्रल जेल के सजायाफ्ता 69 वर्षीय कैदी की सोमवार रात को एसएन मेडिकल कॉलेज SN Medical College Agra ) में मौत हो गई। कैदी को सांस लेने में दिक्कत होने पर भर्ती कराया गया था। कैदी का कोरोना टेस्ट भी कराया गया था, जिसकी रिपोर्ट निगेटिव आई है। पोस्टमार्टम के बाद शव परिजनों की सुपुर्दगी में दे दिया गया।
थाना लोहामंडी के एक सिपाही की सोमवार को कोरोना जांच पॉजिटिव आई है। इसके बाद सिपाही के साथी तीन और सिपाहियों को क्वारंटाइन किया गया है। हालांकि इन सिपाहियों को अभी कोई समस्या नहीं हुई है। मामले की जानकारी अधिकारियों को दे दी गई है।
सिपाही की ड्यूटी नाइट शिफ्ट में राजामंडी बाजार में लग रही थी। वह सुबह ड्यूटी बदलने के बाद अपने कमरे पर जाता था। उसके साथ एक और सिपाही भी रहता था। जबकि दो सिपाही सुबह आते थे। चार दिन पहले सिपाही को खांसी और जुकाम के साथ सांस लेने में दिक्कत हुई थी। शनिवार को सिपाही ने थाना प्रभारी को स्वास्थ्य की जानकारी दी। इस पर उसे घर में रहने की सलाह दी गई। तभी उसका कोरोना टेस्ट भी कराया गया। सोमवार को आई रिपोर्ट में सिपाही पॉजिटिव निकला है। संक्रमित सिपाही को आइसोलेशन में भेज दिया गया। वहीं उसके संपर्क के बाकी तीनों सिपाहियों को क्वारंटाइन किया गया है। इनमें से एक सिपाही का आवास थाना परिसर में ही है। उनके परिवार के लोगों की जांच कराई जाएगी। सिपाहियों को किसी तरह की समस्या नहीं है।
प्रशासन ने सैंपलिंग का तरीका भी बदल दिया है। पहले हॉटस्पॉट में रहने वाले हर व्यक्ति की सैंपलिंग हो रही थी। जांच में लगातार संक्रमित भी निकल रहे थे।लेकिन नई गाइडलाइन का हवाला देते हुए प्रशासन ने हॉटस्पॉट में रहने वाले हर व्यक्ति की सैंपलिंग बंद कर दी है। इससे सैंपल साइज भी घट गया है। अब सिर्फ उन्हीं लोगों के सैंपल लिए जा रहे हैं जिनमें संक्रमण के लक्षण हैं।
लक्षणों के आधार पर सैंपलिंग होने से संक्रमण फैलने का खतरा बरकरार है। आगरा में कई ऐसे संक्रमित मिल चुके हैं जिनमें कोई लक्षण नहीं दिखे, लेकिन उनके टेस्ट पॉजिटिव आए। ऐसे में इन लोगों के संपर्क में आने से अन्य लोगों में भी संक्रमण फैलने का खतरा बढ़ रहा है।