रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmi Bai) के शौर्य, पराक्रम, देशप्रेम और स्वाभिमान को देश-विदेश में बड़े पर्दे पर लाने वाली बॉलीवुड अदाकारा कंगना रनौत ( Kangana Ranaut ) के पक्ष में रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmi Bai)की झांसी ( Jhansi ) खड़ी है, उनके समर्थन और महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) के खिलाफ जगह-जगह प्रदर्शन भी हुए।
रानी लक्ष्मीबाई (Rani Lakshmi Bai)की झांसी की महिलाओं ने कंगना रनौत के समर्थन में बृहस्पतिवार रानी लक्ष्मीबाई पार्क के सामने प्रदर्शन कर महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के नाम चूड़ियां भेंट कीं। इस मौके पर नेहा सिंह राजपूत ने कहा कि शिवसेना महाराष्ट्र मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे (Uddhav Thackeray) और संजय राउत कंगना से माफी मांगनी चाहिए। दफ्तर तोड़ने से साफ है कि महाराष्ट्र सरकार सच को दबा रही है।। नारी सम्मान के साथ खिलवाड़ बर्दाश्त नहीं होगा। इसे लेकर पूरी झांसी ( Jhansi )नहीं बल्कि पूरे देश को कंगना के साथ खड़ा होना चाहिए।
झांसी( Jhansi ) के मेयर रामतीर्थ सिंघल ने महाराष्ट्र सरकार आड़े हाथों लेते हुये कहा कि कंगना रनौत ने बेबाक होकर अपनी बात कही है जिसके चलते उनको अनावश्यक रूप से क्षति पहुंचाई गई है। इसकी हम निंदा करते हैं। मेरा मानना है कि उन्होंने मणिकर्णिका फिल्म में झांसी रानी की भूमिका निभाई है, उसी के चलते उनमें ऐसी ईश्वरीय शक्ति आई है, जिसके चलते वे महिला सम्मान को लेकर पूरी बेबाकी से खड़ी होती हैं और अपनी बात रखती हैं।
भारत विकास परिषद विवेकानंद शाखा और स्किल्ड इंडिया सोसाइटी ने कंगना के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर इलाइट चौराहे पर विरोध प्रदर्शन किया। इस मौके पर स्किल्ड इंडिया सोसाइटी के नीरज सिंह ने कहा कि ठाकरे परिवार को ऐसा शर्मनाक कार्य शोभा नहीं देता। भाविप के संरक्षक वरुण जैन ने कहा कि फिल्म मणिकर्णिका नाम से उनका कार्यालय था। ड्रग माफिया उनसे डरे हुए हैं, इसलिए यह सब किया जा रहा है।
कंगना के खिलाफ की गई कार्रवाई को लेकर बृहस्पतिवार को हिंदू जागरण मंच ने डीएम को राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन सौंपा। इस मौके पर विभाग महामंत्री विनोद अवस्थी ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार का कृत्य हिंदू विरोधी है। उद्धव ठाकरे सरकार को बर्खास्त किया जाए।