
बिहार (Bihar ) में नीतीश कुमार (Nitish Kumar )सरकार में शपथ लेने वाले मेवालाल चौधरी (Dr. Mewalal Chaudhary) को विश्वविद्यालय के कुलपति पद पर रहते लगे भ्रष्टाचार के आरोपों कारण गुरुवार को मंत्री पद से इस्तीफा देना पड़ा है। उन्होंने अपने ऊपर लगे आरोपों का जवाब भी दिया। उन्होंने कहा कि कोई भी केस तब साबित होता है जब आपके खिलाफ कोई चार्जशीट दाखिल हुई हो या कोर्ट ने कुछ फैसला दिया हो। न हमारे खिलाफ अभी कोई चार्जशीट हुई है न ही हमारे ऊपर कोई आरोप दर्ज़ हुआ है।
भ्रष्टाचार से आरोप लगने के बाद नीतीश सरकार भी बचाव की मुद्रा में आ गई। इस बीच नव नियुक्त शिक्षा मंत्री मेवालाल चौधरी (Dr. Mewalal Chaudhary)बुधवार शाम को मुख्यमंत्री आवास पर पहुंचे और मुख्यमंत्री नीतीश कुमार से करीब आधे घंटे तक चर्चा की। बुधवार शाम को हुई इस मुलाकात के बाद मीडिया व राजनीतिक हलकों में लगातार यह मुलाकात चर्चा की विषय बन गई। हर कोई आखिर यह जानना चाहता था कि मेवालाल व मुख्यमंत्री नीतीश कुमार में आखिर क्या बात हुई है। इस बीच आज गुरुवार को मेवालाल ने शिक्षा मंत्री के पद से इस्तीफा देने का ऐलान करके सभी को चौंका दिया है।
बता दें कि मेवालाल (Dr. Mewalal Chaudhary)के मंत्री पद की शपथ लेने के बाद से ही विपक्षी पार्टी राष्ट्रीय जनता दल हमलावर हो गई थी। आरजेडी मेवालाल पर भ्रष्टाचार के आरोपों और उनकी पत्नी की संदिग्ध मौत के मामले में कथित संलिप्तता को लेकर जांच की मांग कर रही है।
गौरतलब है बिहार कृषि विश्वविद्यालय सबौर की स्थापना पांच अगस्त 2010 को हुई थी। पहले कुलपति के रूप में डॉ. मेवालाल चौधरी ने विश्वविद्यालय की कमान संभाली थी । राजनीति में आने से पहले वर्ष 2015 तक वह भागलपुर कृषि विश्वविद्यालय के कुलपति( Vice-Chancellor )थे। वर्ष 2015 में सेवानिवृत्ति के बाद राजनीति में आए। इसके बाद जदयू से टिकट लेकर तारापुर से चुनाव लड़े और जीत गए। लेकिन, चुनाव जीतने के बाद डॉ चौधरी नियुक्ति घोटाले में आरोपित किए गए। कृषि विश्वविद्यालय में नियुक्ति घोटाले का मामला सबौर थाने में वर्ष 2017 में दर्ज किया गया था। इस मामले में विधायक ने कोर्ट से अंतरिम जमानत ले ली थी। उनके ऊपर आरोप है कि कुलपति रहते हुए उन्होंने 161 सहायक प्रोफेसर की गलत तरीके से बहाली की। इस मामले को लेकर उनके खिलाफ प्राथमिकी भी दर्ज है।इस मामले में भागलपुर ADG-1 के पास विचाराधीन केस है और फिलहाल चार्जशीट का इंतजार किया जा रहा है।
बहरहाल, डॉ. मेवालाल चौधरी (Dr. Mewalal Chaudhary) के शिक्षा मंत्री पद से इस्तीफे के बाद अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया गया है। जबकि उन पर पहले से ही बिहार के भवन निर्माण और समाज कल्याण विभाग की जिम्मेदारी है ,बता दें कि मुख्यमंत्री नीतीश कुमार की सलाह पर राज्यपाल ने अगले आदेश तक अशोक चौधरी को शिक्षा मंत्री का अतिरिक्त प्रभार दिया है।