कोरोना वायरस के लिए भारत बायोटेक की कोवैक्सीन( Covaxin )का तीसरा ट्रायल हरियाणा (Haryana ) में शुरू हो गया है। तीसरे चरण के ट्रायल में हरियाणा के गृह और स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज को भी वैक्सीन लगाया गया। वह इस वैक्सीन ट्रायल के लिए खुद वॉलनटिअर बने। उन्हें रोहतक पीजीआई के डॉक्टरों के संरक्षण में यह टीका लगाया गया। तीसरे चरण के दौरान 25800 लोगों पर ट्रायल किया जाना है।
कोविड-19 के संभावित टीके कोवैक्सीन ( Covaxin )के तीसरे चरण के परीक्षण के तहत हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज ने स्वेच्छा से इसे लगवाने की पेशकश की थी।हरियाणा के स्वास्थ्य मंत्री अनिल विज( Haryana Health Minister Anil Vij )को अंबाला कैंट स्थित नागरिक अस्पताल में वैक्सीन की पहली खुराक दी गई । वैक्सीन देने से पहले टीम ने एंटी बॉडी व आरटीपीसीआर जांच के लिए उनके सैंपल जुटाए। टीम में कोविड-19 के स्टेट नोडल अधिकारी डॉ. ध्रुव चौधरी, रिसर्च की प्रिंसिपल इन्वेस्टिगेटर डॉ. सविता वर्मा, को-इन्वेस्टिगेटर डॉ. रमेश वर्मा, नर्सिंग स्टाफ व एलटी स्टाफ मौजूद रहे।
अनिल विज अंबाला छावनी से विधायक हैं। उन्होंने बुधवार को कहा था कि हरियाणा में 20 नवंबर से कोवैक्सीन ( Covaxin )के तीसरे चरण का परीक्षण होगा। उन्होंने कहा कि वह परीक्षण के तहत सबसे पहले टीका लगाने के लिए तैयार हैं।
कोवैक्सीन ( Covaxin )के तीसरे चरण का ट्रायल पीजीआईएमएस रोहतक, हैदराबाद व गोवा में शुरू हुआ। इसके तहत तीनों संस्थानों में 200-200 वालंटियर्स को शुक्रवार से वैक्सीन की डोज दी जाएगी। यह डोज छह-छह एमजी की होगी। पहली डोज के 28 दिन बाद दूसरी डोज दी जाएगी और 48 दिन बाद उनके शरीर में एंटीबॉडी की जांच की जाएगी। सही परिणाम मिलने पर देशभर में चिह्नित 21 संस्थानों में कुल 25,800 वालंटियरों को यह डोज दी जाएगी।
यह जानकारी बुधवार को पीजीआई के कुलपति डॉ. ओपी कालरा ने दी। उन्होंने बताया कि कोवैक्सीन के खतरे काफी कम हैं। अभी तक की रिसर्च में एक दो वालंटियर को हल्का बुखार व टीके के स्थान पर दर्द जैसी समस्या आई है। हमारे सभी वालंटियर स्वस्थ हैं और अभी तक किसी को कोरोना होने की रिपोर्ट भी नहीं है।