दिल्ली ( Delhi )के रिंकू शर्मा( Rinku Sharma )जिनके परिवार के लोंगों की जान अपना खून देकर, इलाज करा कर बचाई वही उसकी जान ले लेगें कोई शायद सोच नही सकता है लेकिन ऐसा रिंकू के साथ हुआ । जो रिंकू के हत्यारे इस्लाम की पत्नी को तीन साल पहले रिंकू ने खून देकर उसकी जान बचाई थी। उस वक्त उसकी पत्नी बहुत बीमार थी और इलाज के लिए खून की जरूरत थी।
मंगोलपुरी इलाके में हुई 25 वर्षीय बजरंग दल के कार्यकर्ता( Bajrang Dal activist ) रिंकू शर्मा की हत्या के मामले ने तूल पकड़ लिया है।रिंकू शर्मा की मौत से हिन्दू संगठनों में भी गुस्सा है। इलाके में सुरक्षा के लिए तैनात पुलिस व अर्धसैनिक बल के जवान तैनात कर दिए गए हैं।
सिर्फ पत्नी ही नहीं रिंकू( Rinku Sharma ) ने इस्लाम के भाई की भी मदद की थी। पिछले साल इस्लाम का भाई कोविड ग्रस्त हो गया था तब रिंकू ने ही उसे अस्पताल में भर्ती कराने और बेहतर इलाज उपलब्ध कराने में मदद की थी। पर उसे क्या पता था कि जिसकी पत्नी और भाई की वह मदद कर रहा है एक दिन वही उसे मौत के घाट उतार देगा । रिंकू समाजसेवा में कभी हिन्दू मुस्लिम नहीं किया यही कारण था उसने कोरानाकाल में जब दिल्ली में हाहाकार मचा था तब वह उन संक्रमित लोंगों की मदद कर रहा था जिसमें उसके हत्यारे का भाई शामिल है तब भी उसने मजहब सम्प्रदाय नहीं देखा।
परिवार वालों का आरोप है कि दशहरा पर राममंदिर पार्क में प्रोग्राम को लेकर दूसरे समुदाय के लोगों से विवाद चल रहा था, जिसकी वजह से युवक की हत्या की गयी है। युवक के छोटे भाई की शिकायत पर पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज कर चार आरोपियो को गिरफ्तार कर लिया है। मृतक की पहचान रिंकू शर्मा(25) ( Rinku Sharma )के रूप में हुई है। रिंकू अपने पिता अजय शर्मा, मां राधा, छोटा भाई मनु शर्मा और आशु शर्मा के साथ के ब्लॉक मंगोलपुरी में रहता था। वह एक निजी अस्पताल में काम करता था। मनु शर्मा ने बताया कि उसके घर से कुछ दूरी पर नसरुद्दीन, इस्लाम, जाहिद और मेहताब रहता है।
मनु का आरोप है कि कुछ दिन पहले दशहरा पर राम मंदिर पार्क में प्रोग्राम को लेकर आरोपियों का उसके परिवार के सदस्यों के साथ कहासुनी हो गई थी। उसके बाद से गली में आते जाते सभी आरोपी जान से मारने की धमकी देते थे। बुधवार रात करीब साढ़े दस बजे चारों आरोपी कुछ अन्य लोगों के साथ रिंकू के घर पर पहुंचे और दशहरा वाले दिन के विवाद का हवाला देते हुए गाली गलौज करने लगे। रिंकू और मनु ने उनका विरोध किया तो जाहिद ने मनु और रिंकू पर लाठी डंडा से हमला किया और मेहताब ने रिंकू ( Rinku Sharma )पर ताबड़तोड़ चाकू से हमला कर दिया। चाकू रिंकू के रीढ की हड्डी में फंस गया। उसके बाद सभी आरोपी फरार हो गये। मनु व परिवार वाले रिंकू को लेकर संजय गांधी अस्पताल पहुंचे। जहां उपचार के दौरान बृहस्पतिवार सुबह रिंकू की मौत हो गयी। देर रात दिल्ली पुलिस ( Delhi Police ) ने दबिश देकर चारों नामजद अरोपियों को गिरफ्तार कर लिया।