उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के कौशांबी( Kaushambi) जिले में स्थानीय कोतवाली के चक पिनहा गांव में एक परिवार परिवार की जान लेने के लिये सामूहिक तौर पर रोटी में जहर मिलाकर खिलाया गया। घटना में मां-बेटे समेत तीन लोगों की मौत हो गई। विवाहिता का पति व उसकी बहू गंभीर रूप से बीमार है। इलाज के लिए उन्हें प्रयागराज के अस्पताल में भर्ती कराया गया है। दो बच्चों की जान बिना खाये सो जाने के कारण बच गयी है।
घटना से पीड़ित परिवार में कोहराम है। सूचना पर कौशांबी( Kaushambi) पुलिस ने मामले की जांच-पड़ताल शुरू कर दी है। वहीं प्रयागराज के होलागढ़ क्षेत्र में भी एक ऐसी ही घटना सामने आई है, जिसमें संदिग्ध परिस्थिति में बुधवार को एक परिवार के पांच लोगों की जहरीला पदार्थ खाने से हालत बिगड़ गई।
कौशांबी( Kaushambi) पुलिस के अनुसार चक पिनहा गांव निवासी कंघई लाल (32) मजदूरी करता है। घर में वह अपनी पत्नी सीमा देवी (30), बेटे डीएम (7), बेटी मोहिनी (5), बेटे मोहित दो, अपनी मां शिवकली (62) व छोटे भाई किशुन की पत्नी सरिता के साथ रहता है। मंगलवार रात कंघई की बेटी मोहिनी व बेटी मोहित बिना खाना खाए सो गए।
परिवार के अन्य सदस्य ने खाना खाया। रात करीब 11 बजे शिवकली की हालत बिगड़ गई। उसे उल्टी-दस्त हो रहा था। कंघई ने पड़ोसियों को खबर दी तो गांव में ही प्राइवेट प्रैक्टिस करने वाले चिकित्सक को बुलाया गया। इलाज शुरू होता इससे पहले शिवकली ने दम तोड़ दिया। कंघई, सीमा, डीएम व सरिता की भी हालत बिगड़ने लगी।
पड़ोसी सभी को इलाज के लिए एंबुलेंस से सीएचसी सराय अकिल लाए यहां से चिकित्सकों ने सभी को जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया। रास्ते में सीमा व उसके बेटे डीएम की भी मौत हो गई। जबकि कंघई व उसके छोटे भाई की पत्नी सरिता की हालत नाजुक देख इमरजेंसी मेडिकल अफसर उन्हें प्रयागराज के लिए रेफर कर दिया है।घटना के पीछे की वजह घरेलू कलह बताई जा रही है। चर्चा रही कि देवरानी और जेठानी में नहीं बनती थी।