उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के प्रयागराज (Prayagraj ) में फाफामऊ( Phaphamau ) में दंपती और दो बच्चों की हत्या से इलाके में सनसनी फैल गई है। डॉग स्क्वॉयड के साथ मौके पर पहुंचे अधिकारियों ने बारीकी के साथ घर और आसपास खेत में छानबीन की, लेकिन फिलहाल कोई सुराग नहीं लगा है। किशोरी के शरीर पर कपड़े नहीं होने से आशंका जाहिर की जा रही है कि हत्या से पहले उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया गया है। फिलहाल पुलिस मामले की छानबीन कर रही है।
प्रयागराज (Prayagraj ) में फाफामऊ ( Phaphamau )के गोहरी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। मृतकों में फूलचंद(50), उसकी पत्नी मीनू(45), बेटा शिव(10) और 17 वर्षीय बेटी शामिल हैं। सभी के खून से लथपथ शव सुबह घर के भीतर पड़े मिले। धारदार हथियार से हमला कर उन्हें मौत के घाट उतारा गया।
फाफामऊ के गोहरी गांव में एक ही परिवार के चार लोगों को मौत के घाट उतारने वाले हत्यारों के सिर पर खून सवार था। मौके और शवों की हालत उनकी दरिंदगी की दास्तां बयां कर रही थी। प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मौके पर जो हालात थे, उससे इस बात की आशंका है कि हत्यारों ने पहले बरामदे में सो रहे दंपति व बेटे को मारा और फिर दरिंदगी के बाद कमरे में सो रही किशोरी का कत्ल कर दिया।
दो दिन से उन्हें किसी ने नहीं देखा था। सुबह दरवाजा खुला होने की सूचना पर पड़ोस में रहने वाला भाई पहुंचा तो घटना की जानकारी हुई। घरवालों ने गांव के ही एक परिवार पर रंजिश में वारदात को अंजाम देने का आरोप लगाया है। हालांकि पुलिस कई अन्य बिंदुओं पर भी जांच में जुटी है। किशोरी का शव नग्न हाल में मिला, ऐसे में सामूहिक दुष्कर्म की भी आशंका है।
दलित बिरादरी का फूलचंद मजदूरी करता था और गोहरी गांव स्थित घर में पत्नी, बेटी व बेटे के साथ रहता था। मंगलवार शाम आखिरी बार उसके बेटे शिव को ग्रामीणों ने देखा था। बुधवार को पूरे दिन घर से कोई बाहर नहीं निकला। बृहस्पतिवार सुबह गांव के ही चाट विक्रेता संदीप कुमार ने सामने से गुजरते वक्त घर का दरवाजा खुला देखा। भीतर झांकने पर कोई दिखाई नहीं दिया तो उसने कुछ दूर पर रहने वाले फूलचंद के भाई किशन को सूचना दी जो सीमा सुरक्षा बल में तैनात है और इन दिनों छुट्टी पर घर आया है। किशन ने बताया कि वह घर के भीतर पहुंचा तो वहां का नजारा देखकर उसके होश उड़ गए।
बरामदे में दो अलग-अलग चारपाइयों पर उसके भाई व भाभी खून से लथपथ मृत पड़े थे जबकि बगल में ही भतीजे का शव पड़ा हुआ था। भीतर के कमरे में भतीजी मृत मिली। उसके शोर मचाने पर आसपास के लोग व अन्य परिवारीजन आ गए। एक साथ चार हत्याओं की सूचना पर सनसनी फैल गई और मौके पर आईजी राकेश सिंह, डीएम संजय खत्री, डीआईजी समेत अन्य अफसर पहुंच गए। कई थानों की फोर्स भी बुला ली गई।
मृतकों के परिवारवालाें का आरोप है कि गांव के ही कुछ दबंगों से उनका रास्ते की जमीन को लेकर विवाद चल रहा है। वह पहले भी कई बार मारपीट कर चुके हैं और अक्सर जान से मारने को धमकाते थे। इसमें मुकदमे भी लिखवाए गए। भाई किशन ने आरोप लगाया कि इसी रंजिश में इस जघन्य हत्याकांड को अंजाम दिया गया। मृतक फूलचंद के एक अन्य भाई लालचंद ने गांव के ही 11 लोगों के खिलाफ नामजद तहरीर दी है।
घटना से आक्रोशित परिजनों व ग्रामीणों ने 4.5 घंटे तक शवों को नहीं उठाने दिया। सुबह नौ बजे के करीब पुलिस मौके पर पहुंची। जांच पड़ताल के बाद शवों को कब्जे में लेना चाहा तो लोगों ने विरोध कर दिया। उन्होंने आरोप लगाया कि पुलिस ने शिकायतों को गंभीरता से लिया होता तो शायद इतनी बड़ी वारदात न होती। दो मुकदमे होने के बावजूद कोई कार्रवाई नहीं की जिससे विपक्षियों का दुस्साहस बढ़ता गया। अफसरों ने दोषियों पर कड़ी कार्रवाई का आश्वासन दिया, तब जाकर लोग शांत हुए ।
मौका मुआयना करने वाले प्रयागराज (Prayagraj ) पुलिस का मानना है कि हत्यारे बाउंड्री फांदकर घर में दाखिल हुए। फिर वारदात को अंजाम देने के बाद मुख्य दरवाजे से होकर भाग निकले। दरअसल वारदात मंगलवार देर रात की मानी जा रही है। यह वह वक्त था जब परिवार सो रहा था। ऐसे में यह तय है कि घर के लोग मुख्य दरवाजा बंद करकेही सोने गए होंगे। घर के बाईं ओर एक खाली प्लॉट है लेकिन उस ओर चहारदिवारी काफी ऊंची है। जबकि दाहिनी ओर स्थित पशु औषधालय की बाउंड्री बमुश्किल पांच से छह फीट की है। ऐसे में माना यही जा रही है कि हत्यारे इसी बाउंड्री को फांदकर घर के भीतर दाखिल हुए। फिर वारदात के बाद मुख्य दरवाजे से होकर भागे और यही वजह थी कि बृहस्पतिवार को घर का दरवाजा खुला मिला ।
थाना फाफामऊ क्षेत्र में हुयी घटना के सम्बन्ध में श्रीमान पुलिस उपमहानिरीक्षक/वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक प्रयागराज द्वारा दी गयी बाइट।@Uppolice @ADGZonPrayagraj @igrangealld @dgpup @CommissionerPrg pic.twitter.com/9P8kB7DneW
— PRAYAGRAJ POLICE (@prayagraj_pol) November 25, 2021