राजस्थान ( Rajasthan ) के कोटा ( Kota) शहर में सूदखोरों की अवैध वसूली और जालसाजी से परेशान व्यवसायी कुशलेश कुमार यादव ने जहर पीकर आत्महत्या करली।वह लीज पर होस्टल चलाता था। मरने से पहले सुसाइड नोट व्हाट्सएप ( WhatsApp )पर शेयर किया। पुलिस ने मृतक की बहन की रिपोर्ट के आधार पर नामजद मुकदमा दर्ज किया है।
कोटा ( Kota) शहर के अंबेडकर कॉलोनी निवासी कुशलेश कुमार यादव होस्टल लीज पर लेता था। रिपोर्ट के अनुसार उसने मनोज शर्मा, मुकेश शर्मा के पास उसने एक मकान की फ़ाइल गिरवी रख 4 लाख रुपए दो प्रतिशत ब्याज हर महीने के हिसाब से उधार लिए थे। दिसंबर 2019 से ही ये लोग फाइल देने की एवज में 12 लाख की मांग करने लगे। इसे लेकर उसे और उसकी पत्नी को परेशान किया जा रहा था। जिसके चलते कुशलेश ने ये कदम उठाया।
कुशलेश ने सुसाइड नोट व्हाट्सएप ( WhatsApp ) पर आत्महत्या की बात लिखकर कुछ लोगों को सेंड भी किया था। उसने लिखा है कि उसकी मौत के जिम्मेदार गोपाल लाल शर्मा, मनोज शर्मा, मुकेश शर्मा है जिन्होंने फर्जी तरीके से पुराने साइन किए हुए चेक से उसे ब्लैकमेल कर रहे हैं। इसमें इनका साथ आदेश जैन और अनिल बरतिया ने दिया। इनकी वजह से वह आत्महत्या कर रहा है।कोटा ( Kota) पुलिस ने बताया कि मामले की जांच की जा रही है। कर्जे की बात भी सामने आयी है। जांच पूरी कर आगे की कार्रवाई की जाएगी।