Saturday, May 03, 2025

INDIA, News, PM Narendra Modi, Politics

राज्यसभा में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का कांग्रेस पर तीखा हमला, बोले- ‘अगर कांग्रेस न होती, तो इमरजेंसी का कलंक ,सिखों का नरसंहार,कश्मीर से पंडितों का पलायन न होता

PM Modi In Rajya Sabha

 (   ने आज   (  ) में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव का जवाब दिया। इस दौरान उन्होंने विपक्ष पर जमकर हमला बोला। मोदी ने सभी मुद्दों पर कांग्रेस को घेरा।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राज्यसभा ( Rajya Sabha )में राष्ट्रपति के अभिभाषण का जवाब देने के दौरान सोमवार के ही मूड में दिखे। सोमवार को उन्होंने लोकसभा में कांग्रेस को जमकर कोसा था। आज भी वे कांग्रेस की नीतियों से लेकर उसके विचारों पर लगातार हमले करते रहे। उन्होंने कांग्रेस शासन काल की महंगाई, जातिवाद, सिखों के नरसंहार और विकास का जिक्र किया।

प्रधानमंत्री ने कहा, ‘यहां पर कहा गया कि कांग्रेस न होती तो क्या होता। ‘इंडिया इज इंदिरा, इंदिरा इज इंडिया’ की सोच का परिणाम है। महात्मा गांधी की इच्छा थी कि कांग्रेस न रहे। वह जानते थे कि इसका क्या होने वाला है। इसलिए वह कांग्रेस को खत्म करना चाहते थे।’

उन्होंने तंज कसते हुए कहा कि जिन्होंने देश में इमरजेंसी लगाई, वे लोकतंत्र पर चर्चा कर रहे हैं। इमरजेंसी में लोकतंत्र का गला घोंटा गया।  ने प्रधानमंत्री कहा, ‘अगर कांग्रेस न होती, तो देश पर इमरजेंसी का कलंक न लगता। कांग्रेस न होती, तो जातिवाद की खाई न होती। कांग्रेस न होती, तो सिखों का नरसंहार न होता।’

मोदी यहीं नहीं रुके। उन्होंने कहा कि कांग्रेस की सोच पर अर्बन नक्सलियों ने कब्जा कर लिया है। उन्होंने कहा, ‘परिवारवाद लोकतंत्र के लिए सबसे बड़ा खतरा है। कांग्रेस की परेशानी ये है कि उन्होंने डायनेस्टी के आगे कुछ सोचा ही नहीं। जब टेलेंट पर परिवार हावी होता है, तो यह दिखाई देता है। कांग्रेस न होती, तो राजनीति परिवारवाद से मुक्त होती। कांग्रेस न होती, तो भारत विदेशी चश्मे के बजाए स्वदेशी संकल्पों के रास्ते पर चलता। कांग्रेस न होती, तो दशकों तक भ्रष्टाचार को संस्थागत बनाकर नहीं रखा जाता।’

अपने भाषण के जरिए उन्होंने चुनावी राज्य गोवा को भी साध लिया। गोवा के स्वतंत्रता संग्राम का जिक्र करते हुए मोदी ने देश के पहले प्रधानमंत्री पंडित जवाहर लाल नेहरू की नीतियों की जमकर आलोचना की।

प्रधानमंत्री बोले, ‘अगर सरदार पटेल से प्रेरणा लेकर गोवा की आजादी की रणनीति बनती तो वहां के लोगों को 15 साल तक गुलाम नहीं रहना पड़ता।’ प्रधानमंत्री जब ये बात कह रहे थे उस वक्त कांग्रेस ने सदन से वॉकआउट कर दिया था। इसलिए उन्होंने गोवा के जिक्र की शुरुआत करते हुए कहा कि हमारे कांग्रेस के मित्र जहां भी होंगे जरूर सुन रहे होंगे। गोवा के लोग जरूर सुन रहे होंगे।

प्रधानमंत्री ने कहा कि जिस प्रकार सरदार पटेल ने हैदराबाद के लिए रणनीति बनाई, जिस प्रकार उन्होंने जूनागढ़ के लिए रणनीति बनाई। अगर उनसे प्रेरणा लेकर गोवा के लिए भी वैसी ही रणनीति बनाई होती तो गोवा को हिन्दुस्तान की आजादी के 15 साल बाद तक गुलाम नहीं रहना पड़ता।

पीएम ने कहा, उस समय के अखबार बताते हैं कि तब के प्रधानमंत्री अपनी वैश्विक नेता की छवि खराब होने का डर था। इसलिए उन्हें लगता था कि गोवा की उपनिवेशिक सरकार पर आक्रमण नहीं किया गया। इसलिए जब वहां सत्याग्रहियों पर गोलियां चल रही थी। तब हमारे देश के प्रधानमंत्री ने कहा था कि मैं सेना नहीं दूंगा। सत्याग्रहियों की मदद करने से उन्होंने इनकार कर दिया था। ये गोवा के साथ किया गया कांग्रेस का जुल्म है।

प्रधानमंत्री मोदी ने पंडित जवहार लाल नेहरू का एक भाषण कोट करते हुए कहा, ‘नेहरू जी ने 15 अगस्त 1955 को लाल किले से कहा था, कोई धोखे में ना रहे कि हम वहां फौजी कार्रवाई करेंगे। कोई फौज गोवा के आसपास नहीं है। अंदर के लोग चाहते हैं कि वो शोर मचाकर ऐसे हालात पैदा करें कि हम मजबूर हो जाएं फौज भेजने के लिए, हम फौज नहीं भेजेंगे, हम शांति से सब तय करेंगे। इस बात को सब लोग समझ लें।’

प्रधानमंत्री ने नेहरू के भाषण को कोट करते हुए कहा कि पंडित नेहरू ने लोहिया जी समेत सभी सत्याग्रहियों के लिए कहा था,  ‘जो लोग वहां जा रहे हैं, उनको वहां जाना मुबारक हो, लेकिन ये भी याद रखें कि अपने को सत्याग्रही कहते हैं तो सत्याग्रह से उसूल, सिद्धांत और रास्ते भी याद रखें। सत्याग्रह के पीछे फौजें नहीं चलतीं।’ प्रधानमंत्री ने कहा कि गोवा की जनता को असहाय कर दिया गया। गोवा की जनता कांग्रेस के इस कृत्य को भूल नहीं सकती है।

PM ने कहा- इस कोरोना काल में दुनिया को दवाई पहुंचाने की बात हो या पर्यावरण संरक्षण की बात हो, भारत की लीडरशिप की दुनिया में चर्चा है। जब संकट का काल होता है, तो चुनौतियां बहुत होती हैं। उस समय दुनिया की पूरी ताकत अपने बचाव में जुटी होती है। ऐसे में मुझे अटल बिहारी जी कविता की पंक्तियां याद आ रही हैं:

व्याप्त हुआ बर्बर अंधियारा
किंतु चीर कर तम की छाती
चमका हिंदुस्तान हमारा।

शत-शत आघातों को सहकर
जीवित हिंदुस्तान हमारा।

जग के मस्तक पर रोली सा
शोभित हिंदुस्तान हमारा।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels