सोमवार को मुंबई ( Mumbai) में एक ICSE स्कूल ने फीस बकाया होने पर 15-20 बच्चों को घंटों लैब बैठने की सजा दी। एक छात्रा के पिता ने इसे लेकर पुलिस में शिकायत दर्ज कराई। पुलिस ने स्कूल के प्राचार्य व दो शिक्षकों के खिलाफ एफआईआर दर्ज कर ली है।
यह मामला मुंबई ( Mumbai) के कांदिवली(पश्चिम) के कपोल विद्यानिधि इंटरनेशनल स्कूल ( Kapol Vidyanidhi International School ) का है। दरअसल शिकायतकर्ता पालक व अन्य अभिभावकों ने कोरोना काल के दौरान वर्ष 2020-21 व 2021-22 में जब स्कूल बंद थे, उस दौरान फीस वसूली को लेकर बॉम्बे हाईकोर्ट में पिछले माह केस दायर किया है। इससे स्कूल प्रबंधन खफा है।
इसके बाद प्राचार्य लैब में आए और उन्होंने विद्यार्थियों से बात की। इसके बाद दोपहर करीब 1 बजे तक इन बच्चों को लैब में ही बैठाकर रखा गया। शिकायतकर्ता पालक ने कहा है कि स्कूल का यह भेदभावपूर्ण व्यवहार है और इससे उनकी बच्ची को मानसिक प्रताड़ना हुई।
कांदिवली पुलिस ने स्कूल के प्राचार्य रेशमा हेगड़े(Reshma Hegde) व दो शिक्षकों के खिलाफ किशोर न्याय (बच्चों की देखभाल और संरक्षण) कानून 2015 के तहत केस दर्ज किया है। जांच के बाद मामले में आगे कार्रवाई की जाएगी। इस मामले में स्कूल प्रबंधन या प्राचार्य की प्रतिक्रिया नहीं मिली है।
बता दें, कोरोना काल में स्कूल बंद रहने व इस दौरान आनलाइन पढ़ाई होने के बाद भी देशभर के निजी स्कूलों द्वारा फीस वसूली को लेकर कई मामले सामने आए हैं। इस लेकर कई राज्यों में हाईकोर्ट में केस दायर किए गए हैं।