प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने धन शोधन की जांच के तहत तमिलनाडु ( Tamil Nadu ) में 36 करोड़ रुपये से अधिक की अचल संपत्ति और उदयनिधि स्टालिन फाउंडेशन( Udayanidhi Stalin Foundation )के बैंक खाते में रखी 34.7 लाख रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है। एजेंसी ने शनिवार को यह जानकारी दी।
एजेंसी ने कहा कि धन शोधन रोकथाम अधिनियम (पीएमएलए) की विभिन्न धाराओं के तहत कल्लाल समूह और ब्रिटेन स्थित लाइका समूह तथा उसकी भारतीय कंपनियों लाइका प्रोडक्शंस और लाइका होटल्स के खिलाफ जांच की जा रही है। ईडी ने हाल ही में अप्रैल और इस महीने की शुरुआत में दोनों इकाइयों की तलाशी ली थी।
ईडी ने एक बयान में जानकारी दी कि चेन्नई की केंद्रीय अपराध शाखा-I द्वारा दर्ज एक प्राथमिकी के आधार पर एक जांच शुरू की गई थी, जिसमें यह आरोप लगाया गया था कि पेटीगो कॉमर्सियो इंटरनेशनल एलडीए के निदेशक शिकायतकर्ता गौरव चाचरा को कल्लाल समूह और सरवनन पलानीअप्पन, विजयकुमारन, अरविंद राज और विजय अनंत जैसे निदेशकों/संस्थापकों के अलावा लक्ष्मी मुथुरमन और प्रीता विजयनंत ने 114.37 करोड़ रुपये का चूना लगाया।
पेटीगो ब्रिटेन स्थित लाइका समूह की सहायक कंपनी है, जिसकी भारत में लाइका प्रोडक्शंस, लाइका होटल्स आदि के रूप में महत्वपूर्ण उपस्थिति है। बयान में आगे कहा गया, जांच में पाया गया कि धोखाधड़ी वास्तव में 300 करोड़ रुपये की राशि की है क्योंकि लाइका समूह ने आरोपी समूह और उसकी संस्थाओं को बिना किसी उचित जांच या तर्क के अन्य निवेश/ऋण भी दिए थे।
एजेंसी ने कहा कि इसके परिणामस्वरूप आरोपियों और शिकायतकर्ताओं दोनों के खिलाफ छापेमारी की गई और डिजिटल साक्ष्य, दस्तावेजों, संपत्तियों, संदिग्ध नकदी और हवाला लेनदेन के रूप में विभिन्न आपत्तिजनक सबूत मिले, जो अभी भी ईडी की जांच और जांच के दायरे में हैं।
ईडी ने 25 मई को तमिलनाडु में 36.3 करोड़ रुपये मूल्य की विभिन्न अचल संपत्तियों और उदयनिधि स्टालिन फाउंडेशन( Udayanidhi Stalin Foundation ) के बैंक खाते में उपलब्ध 34.7 लाख रुपये की विभिन्न अचल संपत्तियों को अस्थायी रूप से कुर्क कर लिया। इसमें कहा गया है, ‘उक्त फाउंडेशन के न्यासी मामले में शामिल पक्षों से उपरोक्त रसीद के औचित्य को स्पष्ट करने में विफल रहे।’
प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने कहा कि उनकी टीम ने 36.3 करोड़ रुपये की अचल संपत्ति कुर्क की है और तमिलनाडु में उदयनिधि स्टालिन फाउंडेशन के बैंक खातों में पड़े 34.7 लाख रुपये जब्त किए हैं। फर्म पर 1 करोड़ रुपये की अपराध की आय प्राप्त करने का आरोप है।#EnforcementDirectoratepic.twitter.com/nraX8PTp8a