कनाडा ( Canada) में खालिस्तान समर्थकों का भारत के खिलाफ प्रदर्शन एक बार फिर से शुरू हो गया है। खालिस्तान समर्थकों ने आतंकवादी हरदीप सिंह निज्जर की हत्या के खिलाफ वैंकूवर ( Vancouver ) में भारतीय वाणिज्य दूतावास के बाहर विरोध प्रदर्शन किया। कनाडा सरकार दोबारा से इस प्रदर्शन को मूक-दर्शक बनकर देखती रही।
खालिस्तान समर्थकों ने इस प्रदर्शन में भारत के तिरंगे का अपमान भी किया गया है। मिली जानकारी के अनुसार इस प्रदर्शन के लिए सिख फॉर जस्टिस के मुखी गुरपतवंत सिंह पन्नू ने आह्वान किया था।
कनाडा में एक ही दिन में दो अलग-अलग जगह प्रदर्शन किए गए। पहला प्रदर्शन कनाडा के वैंकूवर ( Vancouver ) में था। जहां कुछ खालिस्तानी समर्थक भारतीय दूतावास के बाहर इकट्ठे हुए और प्रदर्शन शुरू कर दिया। खालिस्तान के समर्थन में नारे लगाए गए। वहीं इस प्रदर्शन में खालिस्तानी समर्थक तिरंगे का अपमान करते व उसे फाड़ते हुए दिखे। इतना ही नहीं, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की तस्वीर लगाकर उनका भी अपमान किया गया। इस बीच, वैंकूवर पुलिस विभाग ने भारतीय वाणिज्य दूतावास की सुरक्षा बढ़ा दी है और एहतियातन आसपास की सड़कों को बंद कर दिया है।
कनाडा ( Canada) मीडिया की रिपोर्ट के मुताबिक, वैंकूवर ( Vancouver )होवे स्ट्रीट पर भारतीय वाणिज्य दूतावास के प्रवेश द्वार को अवरुद्ध करने के लिए बैरीकेड लगाए गए हैं। खबर के मुताबिक, विश्व सिख संगठन ने पहले ही उकसावे और दखल की आशंका को लेकर चेतावनी जारी कर दी।

सिख फॉर जस्टिस के पन्नू की तरफ से भारतीय दूतावास के बाहर लोगों को प्रदर्शन के लिए कॉल दी थी। SFJ का अनुमान था कि इस प्रदर्शन में सैंकड़ो लोग पहुंचेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हुआ। कुछ 30 के करीब लोग ही प्रदर्शन के लिए पहुंचे। वहीं, सूचना है कि इनमें से अधिकतर को दिहाडी पर प्रदर्शन के लिए इकट्ठा किया गया था।
भारत के कड़े रुख के बाद भारतीय दूतावास के बाहर इकट्ठे होने वाली खालिस्तानी समर्थकों की भीड़ कम होती जा रही है। इसके पीछे भारत सरकार की तरफ से लिया गया अहम फैसला है। भारत सरकार ने बीते दिनों ही प्रदर्शन करने वाले खालिस्तानी समर्थकों की भीड़ में चेहरों को पहचानने का काम शुरू किया है।
इसके बाद भारत सरकार इन सभी प्रदर्शनकारियों का OCI कार्ड रद्द करने वाली है। OCI का अर्थ ओवरसीज सिटीजन ऑफ इंडिया है, जो विदेश में बसे भारतीय लोगों को दोहरी नागरिकता प्रदान करता है। भारत वापस ना आ पाने के डर से अब विदेश में बसे खालिस्तानी समर्थक खुल कर आगे आने से बच रहे हैं।
संगठन के प्रमुख तेजिंदर सिंह सिद्धू ने एक बयान में निज्जर के हत्यारों का पता लगाने की मांग की। खबर के मुताबिक, सिद्धू ने आगे कहा कि अगर समुदाय के लोग असुरक्षित महसूस करते हैं या हिंसा भड़काने का प्रयास देखते हैं, तो हम उन्हें तुरंत कानून प्रवर्तन एजेंयियों से संपर्क करने के लिए प्रोत्साहित करते हैं।
कनाडा( Canada) में रह रहे भारतवंशी दोनों देशों के बीच जारी कूटनीतिक खींचतान से चिंतिंत हैं। कनाडा के वरिष्ठ पत्रकार हरलीम सादिया कहती हैं कि भारतवंशियों की चिंता जायज है। क्योंकि, दोनों देशों की कूटनीतिक खींचतान के असर से आम लोगों के जीवन पर असर पड़ने लगा है। कनाडाई नागरिक गुरजंत सिंह कहते हैं, एक सिख के तौर पर उनके दोनों देश बेहद अहम हैं। वे कहते हैं कि मौजूदा तनाव की वजह से तमाम लोगों की तरह वे भी चिंतित हैं और चाहते हैं कि मामला बातचीत से हल हो जाए।
कनाडाई प्रधानमंत्री जस्टिन ट्रूडो की तरफ से भारत पर लगाए इल्जामों को लेकर सिंह ने कहा कि एक प्रधानमंत्री को ऐसे दावे नहीं करने चाहिएं, जिन्हें वह पूरा न कर पाएं। वहीं, कनाडाई नागरिक अजैब सिंह कहते हैं कि दो देशों के बीच सम्मान के साथ बातचीत होनी चाहिए। इसके साथ ही उन्होंने कहा कि दोनों देशों के तय करना चाहिए कि इस विवाद की वजह से भारत से आने वाले लाखों छात्रों का भविष्य खतरे में आए।
#BREAKING: Canadian Khalistani radical goons seen here tearing Indian national flag outside the Indian Consulate in #Vancouver. Less than 50 people turned up in the protest call given by designated Khalistani terror group SFJ. Canada remains a mute spectator, facilitating hate. pic.twitter.com/caXWbIQTiR
— Aditya Raj Kaul (@AdityaRajKaul) September 25, 2023
Khalistan supporters hold protest outside Indian Consulate in Vancouver
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— ANI Digital (@ani_digital) September 26, 2023