राजस्थान ( Rajasthan ) में जल जीवन मिशन से जुड़े 20 हजार करोड़ रुपए के कथित जल जीवन मिशन घोटाले (Jal Jivan Mission scam) में शुक्रवार को ईडी ने छापेमारी शुरू की है। राजधानी जयपुर स्थित पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के दफ्तर और आईएएस अफसर सुबोध अग्रवाल के घर पर ईडी टीमों ने छापा मारा है। सुबह 8 बजे से ईडी की टीमों की कार्रवाई जारी है। राजस्थान के 24 ठिकानों पर ईडी की कार्रवाई हो रही है।
जल जीवन मिशन घोटाले (Jal Jivan Mission scam)के मामले में ईडी की टीम ने जलदाय विभाग के एडिशनल चीफ सेक्रेटरी सुबोध अग्रवाल समेत कई अधिकारियों के आवास पर रेड की। राजस्थान में 6 से ज्यादा जगहों पर छापेमारी की गई। शुक्रवार सुबह हुई छापेमारी के बाद अधिकारियों और ठेकेदारों में हड़कंप मच गया।
सुबह करीब 8 बजे ईडी की तीन टीमें सचिवालय पहुंची और सुबोध अग्रवाल के ऑफिस में सर्च करना शुरू किया। गांधी नगर स्थित जलदाय विभाग के एक सीनियर अधिकारी के घर पर भी ईडी की टीम ने सर्च किया। पीएचईडी मंत्री महेश जोशी के सचिवालय स्थित कार्यालय में भी सर्च की कार्रवाई की गई।
इनके अलावा विभाग से जुड़े चीफ इंजीनियर केडी गुप्ता, इंजीनियर दिनेश गोयल, एक्सईएन संजय अग्रवाल के कार्यालय सहित अन्य ठिकानों पर भी सर्च किया गया। टीम की छापेमारी की सूचना मिलने पर यह सभी सीनियर अधिकारी कार्यालय नहीं पहुंचे।
ईडी की एक टीम ने दौसा जिला मुख्यालय स्थित रेडीमेड कारोबारी के यहां भी रेड की है। सुबह अचानक टीम के पहुंचने का पता चलते ही व्यापारियों में हड़कंप मच गया। ईडी की टीम ने नया कटला स्थित राधिक ड्रेसेज पर गोपनीय तरीके से कार्रवाई की। प्रतिष्ठान संचालक के आवास के चारों तरफ से दरवाजे-खिड़की बंद कर कार्रवाई को अंजाम दिया गया। बताया जा रहा है कि कारोबारी के जल जीवन मिशन के उच्च अधिकारियों से तार जुड़े हैं।
बता दें कि करीब 2 महीने पहले भी ईडी ने जयपुर में अलग-अलग जगह रेड मारी थी। सर्च के दौरान ढाई करोड़ रुपए कैश और सोने की ईट मिली थीं। ईडी को प्रॉपर्टी कारोबारी संजय बड़ाया और कल्याण सिंह कव्या के घर से कई दस्तावेज भी मिले थे। इसके बाद सीनियर आईएएस अधिकारी (जलदाय विभाग के ACS) सुबोध अग्रवाल का नाम सामने आया था।
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने इस रेड पर कहा है कि हमने इस भ्रष्टाचार के सभी साक्ष्य दिए हैं। दोषियों के खिलाफ कार्रवाई तो होनी ही थी। बता दें कि मीणा ने इसी साल जून में जल जीवन मिशन में 20 हजार करोड़ रुपए के घोटाले (Jal Jivan Mission scam)का आरोप लगाया था। मीणा का दावा है कि उन्होंने ईडी का इस घोटाले से जुड़े सभी साक्ष्य पहले ही सौंप चुके हैं।
जल जीवन मिशन के तहत सरकार ने 2 फमों को 900 करोड़ रुपए के टेंडर जारी किए थे। इस दौरान 48 परियोजनाओं में फर्जी अनुभव प्रमाण पत्र दिए। जहां जीआई पाइप लगाने थे वहा प्लास्टिक पाइप लगाए गए और अफसरों ने बिल भी पास कर दिए। जून 2023 में सांसद किरोड़ीलाल मीणा ने इस मिशन में 20000 करोड़ रुपए के घोटाले का आरोप लगाया था।