वाराणसी (Varanasi) में गुरुवार शाम एक परिवार के चार लोगों ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। चारों के शव धर्मशाला के एक कमरे में लटके मिले। मरने वालों में पति, पत्नी और दो बेटे शामिल हैं। सभी आंध्र प्रदेश (Andhra-Pradesh ) से काशी विश्वनाथ का दर्शन करने आए थे।
वाराणसी (Varanasi) में यह परिवार कैलाश भवन देवनाथपुर धर्मशाला की तीसरी मंजिल पर रुका था। कमरे में चारों के शव नायलॉन की रस्सी के सहारे लटके मिले। मरने वालों की पहचान पति लावणिया (45), पत्नी कोंडा (50), बेटा जय राज (23) और राजेश (25) के रूप में हुई है।
वाराणसी (Varanasi) के आंध्रा आश्रम के प्रमुख वीवी सुंदर ने बताया कि चारों लोग 3 दिसंबर को आए थे, 6 दिसंबर को इनका चेक आउट था। 7 दिसंबर गुरुवार को बाहर नहीं आने पर धर्मशाला की महिला कर्मचारी ने दरवाजा खटखटाया। कोई आवाज न आने पर खिड़की से देखा तो सभी फांसी के फंदे पर लटके मिले।
डॉग स्क्वॉड और फॉरेंसिक टीम के साथ पहुंची पुलिस ने कमरे का दरवाजा तोड़ा। अंदर घुसने पर दंपती और उनके दोनों बेटे कमरे की छत में लगे लोहे के एंगल के चार अलग-अलग हुक के सहारे नायलॉन की रस्सी से लटके हुए थे।
वाराणसी (Varanasi) पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें मौत का कारण कर्ज बताया गया है।कमरे में मिली एक डायरी के ढाई पेज में तेलुगू में लिखे गए सुसाइड नोट के अनुसार सामूहिक आत्महत्या की वजह पैसे के लेनदेन का विवाद और आर्थिक तंगी है। आंध्र प्रदेश पुलिस को सूचना देकर दंपती और उनके दोनों पुत्रों का शव शिवपुर स्थित मोर्चरी में रखवाया गया है।
पुलिस आयुक्त मुथा आशोक जैन ने बताया कि दरवाजा तोड़कर पुलिस कमरे में घुसी है। सभी लोगों ने एक साथ फांसी लगाकर सुसाइड कर लिया है। कमरे से एक सुसाइड नोट मिला है। इसमें लिखा है कि वो लोग कर्ज से जूझ रहे थे। किसी के दबाव में थे, जो बार-बार इनसे रुपए मांग रहा था। ये लोग करीब दो महीने से आधंप्रदेश में घर पर नहीं रह रहे थे। वहां पर कोई छोटा कारोबार करते थे।
एक ही परिवार के चार सदस्यों द्वारा आत्महत्या किया गया है । विधिक कार्यवाही की जा रही है ।
— DCP Kashi (@VnsDcp) December 7, 2023