उत्तर प्रदेश के मेरठ ( Meerut) जिले के कंकरखेड़ा थाना क्षेत्र में 23 जनवरी की रात यूपी पुलिस (UP police ) के सब इंस्पेक्टर मुन्नेश सिंह को गोली मारने वाला इनामी बदमाश शनिवार को पुलिस मुठभेड़ में ढेर हो गया। मरने वाला बदमाश 25 हजार का इनामी है और उसे दो गोली लगी।मुठभेड़ के दौरान एक सिपाही भी घायल हुआ है। यह जानकारी पुलिस अधिकारी ने रविवार को दी।
वहीं दूसरे बदमाश नरेश को मेरठ ( Meerut) पुलिस ने गिरफ़्तार कर लिया। पुलिस उससे पूछताछ कर रही है। तीसरे बदमाश की तलाश जारी है। महज 11 दिन में पुलिस ने बदमाश का एनकाउंटर कर दिया।
23 जनवरी की रात कंकरखेड़ा के अंतर्गत देर रात 3 बदमाशों ने मिलकर एक सेंट्रो गाड़ी को लूट लिया। सेंट्रों के ड्राइवर सोनू को असलहा के बल पर बदमाशों ने कार से उतारा और कार चोरी कर भागने लगे। कार में जीपीएस लगा था। सोनू ने तुरंत चौकी पुलिस को इसकी जानकारी दी।
जानकारी पर सब इंस्पेक्टर मुन्नेश सिंह ने कार में लगे जीपीएस के आधार पर उसे ट्रैक कराया। कार की लोकेशन मेरठ शहर में ही मिली। दरोगा टीम के साथ फौरन बदमाशों को पकड़ने चल पड़े। बदमाशों ने लिसाड़ी गेट में कार की दिल्ली की नंबर प्लेट उतारकर मेरठ नंबर की फर्जी नंबर प्लेट लगा दी।
कार को लेकर घूमते रहे। लेकिन पुलिस ने बदमाशों को पकड़ लिया। एक बदमाश पुलिस की पकड़ में आ गया। उसे छुड़ाने के लिए अन्य दोनों बदमाश मारपीट करने लगे और पुलिस पर गोली चला दी। गोली दरोगा मुन्नेश कुमार सिंह को सीने में लगी आरपार हो गई। बदमाश भाग गए लेकिन गाड़ी छोड़ गए।
सब इंस्पेक्टर का पहले मेरठ फिर मैक्स में इलाज चला ऑपरेशन हुआ अब वो ठीक हैं। पुलिस ने सीसीटीवी से घटना में तीन बदमाश विनय, अनुज और नरेश सागर पहचाने गए, उनकी तलाश के लिए टीमें लगी थी।
3 फरवरी को पुलिस को मुखबिर से सूचना मिली कि विनय और नरेश सागर बस से आगरा भाग रहे हैं। दोनों सेंट्रो कार चोरी प्रकरण में वांछित हैं। सूचना पर पुलिस कंकरखेड़ा पहुंची और दोनों बदमाशों को पकड़कर कंकरखेड़ा थाना ले आई। जहां इनसे पूछताछ की गई।
पूछताछ में दोनों ने दरोगा को गोली मारने की बात कुबूली। बताया कि उन्होंने गोली 32 बोर की सेमी ऑटो पिस्टल से मारी थी। गोली मारने के बाद पिस्टल वहीं कंकरखेड़ा के जंगेठी क्षेत्र में खेतों में छिपा दी है।
मेरठ ( Meerut) पुलिस बदमाशों की निशानदेही पर पिस्टल बरामद कराने के लिए जंगेठी में ले गई। जहां बदमाश ने पुलिस को गन्ने के खेत में पिस्टल दबी होना बताया। पुलिस बदमाश को लेकर गन्ने के खेत में गई। बदमाश विनय ने वो पिस्टल दिखाई।
अचानक विनय ने पिस्टल उठाई और भागने लगा। पुलिस उसके पीछे भागी तो उसने पुलिस पर फायर कर दिया। फायरिंग में गोली सिपाही सुमित चपराणा की बांह में लग गई। जिससे सिपाही मौके पर ही गिर पड़ा, घायल हो गया।
मेरठ ( Meerut) पुलिस की तरफ से बदमाश विनय पर अपनी सुरक्षा में फायरिंग की गई। जिसमें बदमाश विनय को एक गोली सीने और दूसरी सिर में लग गई। गोली लगते ही बदमाश ढेर हो गया। हालांकि पुलिस उसे इलाज के लिए कैलाशी अस्पताल मेरठ ले गई। जहां से उसे मेडिकल रेफर किया गया। मेडिकल में डॉक्टरों ने उसे मृत बता दिया। बदमाश विनय वर्मा पर हत्या, लूट, गैंगस्टर और चोरी के छह से अधिक मुकदमे दर्ज थे।