उत्तर प्रदेश में योगी आदित्यनाथ ( Yogi Adityanath ) सरकार में नवनियुक्त मंत्रियों के विभागों का मंगलवार को बंटवारा कर दिया गया। नए मंत्रियों में ओमप्रकाश राजभर ( OP Rajbhar ) को पंचायती राज, अल्पसंख्यक कल्याण, हज व मुस्लिम वक्फ विभाग का जिम्मा सौंपा गया। वहीं दारा सिंह चौहान कारागार विभाग संभालेंगे।
पहली बार मंत्री बने सुनील शर्मा को सूचना प्रौद्योगिकी व इलेक्ट्रॉनिक्स विभाग का दायित्व सौंपा गया है। अनिल कुमार विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी मंत्री होंगे। वहीं योगी मंत्रिमंडल के राज्यमंत्री (स्वतंत्र प्रभार) धर्मवीर प्रजापति अब नागरिक सुरक्षा एवं होमगार्ड विभाग के मंत्री बनाये गए हैं। बता दें कि पांच मार्च को योगी सरकार के दूसरे कार्यकाल का पहला मंत्रिमंडल विस्तार हुआ था, जिसमें ओमप्रकाश राजभर,( OP Rajbhar ) दारा सिंह चौहान, सुनील शर्मा व अनिल कुमार को मंत्री बनाया गया है।
लोकसभा चुनाव से पहले सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओपी राजभर ( OP Rajbhar )को पंचायत विभाग देकर कद बढ़ाया है। इसके पीछे राजनीतिक जानकार कहते हैं कि पूर्वांचल समेत प्रदेश की 35 से ज्यादा लोकसभा सीट पर राजभर का प्रभाव है। इसलिए राजभर को महत्वपूर्ण विभाग देकर उनकी अहमियत बताई गई है।
राजनीतिक जानकार यह भी कहते हैं कि बीते दिनों राजभर ने मुसलमान को लेकर बयान दिया था। उन्होंने कहा था कि मुसलमान गलत पार्टी के साथ हैं, उनका कभी भला नहीं हो पाएगा। प्रदेश सरकार में पंचायती राज के साथ-साथ अल्पसंख्यक कल्याण मुस्लिम वक्फ एवं हज विभाग भी देकर उनके बयान और उनके पार्टी की नीतियों पर भाजपा ने मोहर लगाई है।
पंचायती राज विभाग पहले भूपेंद्र चौधरी के पास था। यूपी बीजेपी अध्यक्ष बनने के बाद विभाग सीएम योगी ने अपने पास रख लिया था। 2017 में राजभर योगी कैबिनेट में दिव्यांग एवं पिछड़ा अल्पसंख्यक कल्याण मंत्री बनाए गए थे। 2022 विधानसभा चुनाव से पहले राजभर ने NDA छोड़ सपा का दामन थाम लिया था।
54 साल के सुनील कुमार शर्मा पेशे से वकील हैं। सूत्रों के मुताबिक, उनका नाम केंद्रीय नेतृत्व की तरफ से आगे बढ़ाया गया है। राजनीतिक जानकार बताते हैं कि पश्चिम यूपी में 8 से 10 लोकसभा सीटों पर ब्राह्मण निर्णायक भूमिका निभाते हैं। बीजेपी के पास वेस्ट यूपी में कोई बड़ा ब्राह्मण चेहरा नहीं था। इसलिए सुनील शर्मा को बीजेपी ने मंत्रिमंडल में शामिल किया है।
सुनील गाजियाबाद की साहिबाबाद विधानसभा सीट से बीजेपी से लगातार दूसरी बार जीते हैं। 2017 के चुनाव में सुनील शर्मा को कुल 2 लाख 62 हजार 741 वोट मिले थे। उन्होंने प्रतिद्वंदी कांग्रेस प्रत्याशी अमरपाल शर्मा को 1 लाख 50 हजार 685 वोटों के अंतर से हराया था।
2022 में सुनील शर्मा ने अपना ही रिकॉर्ड तोड़ दिया। उन्होंने 2 लाख 14 हजार 845 वोटों से जीत दर्ज कराई। उन्हें 3 लाख 22 हजार 45 वोट मिले। यह जीत 2022 के विधानसभा चुनाव में देश में सबसे बड़ी थी। साहिबाबाद सीट उत्तर प्रदेश की सबसे बड़ी विधानसभा सीट है, जहां करीब 11 लाख वोटर हैं।