उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के शाहजहांपुर ( Shahjahanpur ) में लखनऊ-दिल्ली राष्ट्रीय राजमार्ग के किनारे तिलहर थाना क्षेत्र में स्थित निजी मेडिकल कॉलेज में मेडिकल के छात्र कुशाग्र प्रताप सिंह (22) की संदिग्ध परिस्थितियों में छत से गिरने से मौत हो गई। वह एमबीबीएस ( MBBS )द्वितीय वर्ष का छात्र था। मौके पर पहुंची पुलिस जांच में जुटी है।
गोरखपुर (Gorakhpur ) जिले के थाना शाहगंज के मोहल्ला राप्तीनगर निवासी अजय कुमार सिंह एडवोकेट का इकलौता पुत्र कुशाग्र प्रताप सिंह ने तिलहर कोतवाली क्षेत्र के बंथरा स्थित वरुण अर्जुन मेडिकल कॉलेज में वर्ष 2022 में एमबीबीएस ( MBBS )में प्रवेश लिया था। वह कॉलेज में बने हॉस्टल के ग्राउंड फ्लोर पर कमरा नंबर 14 में रहता था रविवार की सुबह 7:00 बजे भवन के पीछे उसका शव पड़ा मिला। सूचना पर तिलहर पुलिस ने मौके पर पहुंचकर जांच शुरू की। फॉरेंसिक टीम ने भी मौका मुआयना किया है। सूचना पर पहुंचे परिजन ने कॉलेज पर गड़बड़ी का आरोप लगाया है।मृतक के सिर के पीछे चोट का गहरा निशान मिला है। वहीं, पर ईट भी पड़ी हैं। माना जा रहा है कि वह दूसरे फ्लोर से ईंटों पर गिरा है।
बता दें कि कुशाग्र दो महीने पहले ही घर से हॉस्टल आया था। पिता अजय प्रताप सिंह गोरखपुर में वकील हैं। उसकी मौत की खबर से सभी शाहजहांपुर पहुंच गए। मां को बताया कि कुशाग्र अभी अस्पताल में भर्ती है। उसका इलाज किया जा रहा है।
मृतक कुशाग्र के चेचरे भाई सूरज ने बताया कि आज सुबह पुलिस ने फोन किया और बताया कि कुछ घटना हुई है, जल्दी से शाहजहांपुर आ जाइए। उसके बाद कालेज प्रशासन की तरफ से फोन आया कि कुशाग्र की मौत हो गई है।

कालेज पहुंचने पर कालेज प्रबंधन का कोई व्यक्ति हम लोगों से नहीं मिला। पुलिस वहां मौजूद थी। कुशाग्र का शव हॉस्टल की लॉबी में रखा था। उसके रूम के अंदर सामान बिखरा था। बच्चों से बात करने की कोशिश की तो किसी से कोई सही जानकारी नहीं मिली।
ऐसा लग रहा था कि सबको धमकाया गया ह। जिससे भी पूछा एक ही जवाब मिलता कि रात 11 बजे सो गये थे और सुबह नौ बजे उठे थे। जब गार्ड से बात की तो सभी गार्ड चेंज हो चुके थे। दूसरी शिफ्ट वाले गार्ड आ चुके थे।
वार्डन की मौजूदगी नहीं थी। सीसीटीवी कैमरे काम नहीं कर रहे थे। ऐसी परिस्थितियों में कालेज की तरफ से कोई सहयोग नहीं मिला। कालेज प्रशासन ने कोई मदद नहीं की। उसकी मौत कैसे हुई, पुलिस जांच कर रही है।
आगे सूरज ने बताया कि मेडिकल कालेज प्रशासन की तरफ से बहुत गड़बड़ दिख रहा है। ये कॉलेज, कॉलेज की तरह नहीं बल्कि बिजनेस सेंटर की तरह चलाया जा रहा है। इस कॉलेज के मालिक अन्य बिजनेस भी करते हैं।
उन्होंने बिजनेस के लिहाज से इस कॉलेज को भी खोल लिया है। उनको कोई लेना-देना नही कि यहां क्या स्थिति है। सब पैसे के दम पर काम कर रहे हैं। यहां के सांसद और विधायक से उम्मीद है वो आंख खोल कर देख लें। यहां क्या चल रहा है।पुलिस ने सात छात्रों को पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है। एसपी राजेश ने बताया कि ,एमबीबीएस छात्र ( MBBS student ) छात्रावास के भूतल पर बने कमरे में रहता था और या तो वह स्वयं गिरा है या उसको किसी ने धक्का दिया, इसकी कई बिंदुओं पर पड़ताल हो रही है।