Sunday, May 04, 2025

Education, News, Uttar Pradesh

डॉ. भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय के दीक्षांत समारोह में राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने मेधावियों को पदक प्रदान कर किया  सम्मानित,डॉ. अर्पिता बनीं गोल्डन गर्ल

UP Governor Anandiben Patel Honors meritorious students at Dr. B R Ambedkar University Convocation

In the convocation ceremony of Dr. Bhimrao Ambedkar University,उत्तर प्रदेश के आगरा में   (Dr. B R Ambedkar University ) का 90वां दीक्षांत समारोह मंगलवार को आयोजित किया गया ।  इस मौके पर कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने 117 पदक और 55 पीएचडीधारकों को डिग्री प्रदान करके सम्मानित किया। उन्होंने मंच से युवाओं के व्यक्तित्व निर्माण पर जोर दिया। उन्हें बेहकर करने के लिए प्रेरित किया।

कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने कहा- छात्राओं का मेडल प्रतिशत 81% है। हमें अपने देश और समाज की सेवा करनी है। माता-पिता ने भी आपको सफल देखने के लिए बलिदान दिए हैं। माता-पिता और परिवार के साथ ही राष्ट्र के प्रति भी जिम्मेदारी है।

21 सदी तकनीकी की सदी है। स्टार्टअप इंडिया, डिजिटल इंडिया देश की तरक्की का मार्ग प्रशस्त करती है। आगरा में औद्योगिक शहर विकसित होगा। इसकी घोषणा पीएम कर चुके हैं। यहां रोजगार के अवसर उपलब्ध होंगे।

कुलाधिपति और प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल ने दहेज प्रथा, बलात्कार, जमीनी विवाद जैसे मामलों के बढ़ने पर चिंता जताई। उन्होंने दीक्षांत समारोह में डिग्री लेने वाले छात्र-छात्राओं से शिक्षा के जरिए इन्हें समाज से हटाने का आह्वान किया।राज्यपाल ने अपनी मां के नाम से एक पेड़ लगाने की अपील की। छात्रों से कहा कि पढ़ लिख लिए हो तो दहेज मत लेना। उन्होंने विश्वविद्यालय के शिक्षकों को NAAC की प्रस्तावित ग्रेडिंग के लिए मेहनत से जुट जाने की अपील की।कहा कि जिन विभागों में सिर्फ चार या पांच छात्र हैं, उन विभागों को बंद कर देना चाहिए। यह जनता के टैक्स का पैसा है। उन शिक्षकों को अन्य कार्यों में लगाइए।
 डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr. B R Ambedkar University ) के दीक्षांत समारोह में मुख्य वक्ता के रूप में राष्ट्रीय मूल्यांकन एवं प्रत्यायन परिषद (NAAC )के अध्यक्ष  प्रो अनिल सहस्त्रबुद्धे ने हिस्सा लिया। उन्होंने डिग्री लेने वाले छात्रों से कहा कि आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस से परेशान होने की कोई वजह नहीं है। आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस सिर्फ उतना काम करेगा, जितना उसे उसके शिक्षकों से प्राप्त होगा। एआई ज्यादा उपयोगी बने, इसका उपयोग भी इंसान को ही करना है।
कहा कि पूरे देश में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के तीन केंद्र बनाए गए हैं। इनमें कृषि के लिए रोपण स्वास्थ्य के लिए एम्स दिल्ली और स्मार्ट सिटी के लिए आईआईटी कानपुर को चुना गया है। उन्होंने विश्वविद्यालय से आह्वान किया कि वह तीनों विश्वविद्यालय से जुड़ें। स्टार्टअप तथा समाज को बेहतर बनाने की दिशा में आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस के उपयोग में अपनी भागीदारी दिखाएं।
प्रो अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा- हमारी किताबें ब्रिटिशर्स ने लिखी, हमें लगता था कि विज्ञान बाहर से आई है। लेकिन उगम स्थान भारत है। हजारों साल पुराने मंदिर वैसे के वैसे खड़े हैं। 9-10 मंजिल के बराबर ऊंचाई है, लेकिन कुछ नहीं होता। लेकिन आरसीसी बिल्डिंग की लाइफ 100 साल होती है। यह टेक्नोलॉजी भारत में विकसित हुई थी। टाउनशिप का उदाहरण मोहन जोदाड़ो, हड़प्पा है। जब पूरी दुनिया में यूनिवर्सिटी नहीं थी, तब भारत में तक्षशिला जैसे विवि थे। उपदेश देना नहीं, खुद करना जरूरी है।
प्रो अनिल सहस्त्रबुद्धे ने कहा- अगले तीन साल में विश्वविद्यालय के 100 साल पूरे होने वाले हैं। मेडल धारकों में 99 छात्राओं को मेडल मिले हैं। छात्राओं का प्रतिशत ज्यादा है। हम चंदा मामा की कहानियां सुनते थे, हमने चांद पर पानी की खोज की। एटॉमिक एनर्जी पर ऐसी उपलब्धि की है, जिसके जरिए कामयाबी पा रहे हैं।
convocation ceremony of Dr. Bhimrao Ambedkar Universityइस मौके पर प्रदेश के उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने छात्रों से कहा कि उन्हें मेडल मिल गए हैं, अब उन्हें समाज के लिए मॉडल बनना होगा। जीवन में जो भी करें समाज देश और इस सृष्टि के लिए करें। अपना कर्तव्य निभाएं। विश्वविद्यालय से जो ज्ञान प्राप्त किया है, उसका उपयोग समाज को दिशा देने और उसकी व्यवस्थाओं में परिवर्तन लाने में उपयोग करें।

डॉ भीमराव आंबेडकर विश्वविद्यालय (Dr. B R Ambedkar University ) की कुलपति प्रो. आशु रानी ने बताया कि समारोह में 2023-24 सत्र की 60,212 छात्र-छात्राओं को डिग्री दी गई हैं। इसमें 31,045 छात्र और 29,117 छात्राएं हैं। 117 मेडल दिए गए। इनमें 18 मेडल छात्रों को और 99 छात्राओं को दिए गए। उन्होंने बताया कि सबसे ज्यादा आठ पदक एसएन मेडिकल कॉलेज की छात्रा डॉ. अर्पिता चौरसिया को मिले हैं।

राज्यपाल ने आंगनबाड़ी कार्यकत्रियों से भी मुलाकात की। उनको मंच पर सम्मानित किया। उनके केंद्र के लिए उपहार भेंट किए।
दीक्षांत समारोह के मौके पर कुलाधिपति ने खेलो इंडिया के विजेताओं से भी मुलाकात की। उन्हें मंच में बुलाकर उनके साथ तस्वीरें लीं।

 

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels