उत्तर प्रदेश पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा अब एक दिन, एक शिफ्ट में होगी। वहीं आरओ-एआरओ परीक्षा की रूपरेखा तय करने के लिए एक समिति बनाने का निर्णय लिया गया है। उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) ने प्रदर्शनकारी छात्रों की बात मान ली है।20 हजार छात्रों के आंदोलन के बाद आयोग को 10 दिन में ही फैसला वापस लेना पड़ा।
छात्र आयोग के दो नंबर गेट के सामने डंटे हुए हैं और हटने के लिए तैयार नहीं हैं। प्रदर्शनकारी छात्रों का कहना है कि आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा भी एक दिन में कराने की घोषणा की जाए, तभी उनका आंदोलन पूरी तरह से खत्म होगा। छात्रों की मांग यह है कि जिस तरह से पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा को एक शिफ्ट में कराने की घोषणा की गई है, उसी तरह आरओ-एआरओ परीक्षा भी वन डे वन शिफ्ट में कराने का लिखित आश्वासन दिया जाए, तभी वह धरना खत्म करेंगे।
प्रतियोगी परीक्षाओं की तैयारी कर रहे छात्र बीते चार दिन से प्रयागराज में प्रदर्शन कर रहे थे। आंदोलनकारी छात्र उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग यानी यूपीपीएससी (UPPSC) की ओर से प्रस्तावित पीसीएस और आरओ-एआरओ प्रारंभिक परीक्षा दो दिन कराने के फैसले का विरोध कर रहे थे। इसके अलावा छात्र परीक्षा में लागू होने वाले नॉर्मलाइजेशन फार्मूले के खिलाफ भी थे।
मुख्यमंत्री के दखल के बाद चार दिन से जारी गतिरोध फिलहाल खत्म होता दिख रहा है। मुख्यमंत्री कार्यालय की ओर से कहा गया है कि उत्तर प्रदेश पीसीएस की प्रारंभिक परीक्षा एक दिन में कराई जाएगी। वहीं, समीक्षा अधिकारी और सहायक समीक्षा अधिकारी की प्रारंभिक परीक्षा के लिए एक कमेटी बनाए जाएगी। ये कमेटी सभी पहलुओं का अध्ययन करके जल्द एक विस्तृत रिपोर्ट सौंपेगी। इसके बाद परीक्षा को लेकर फैसला किया जाएगा।
इससे पहले आज सुबह प्रदर्शनकारी छात्रों और पुलिसकर्मियों में झड़प हो गई थी। पुलिसकर्मी सादी वर्दी में धरना दे रहे छात्रों को जबरन उठाने पहुंचे। पुलिस को देखते ही छात्र एक-दूसरे पर लेट गए। छात्रों का कहना था कि पुलिसकर्मियों ने छात्राओं के साथ बदसलूकी की। गालियां भी दीं।
पुलिस की इस हरकत से छात्र भड़क गए। करीब एक घंटे के अंदर 10 हजार से ज्यादा छात्र आयोग के नजदीक पहुंच गए। पुलिस ने बैरिकेडिंग करके आयोग के रास्ते को सील कर दिया था। प्रदर्शनकारी छात्रों ने बैरिकेडिंग तोड़ दी। छात्र आयोग के गेट तक पहुंच गए थे।
उत्तर प्रदेश लोक सेवा आयोग (UPPSC) को पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए प्रदेश के 75 जिलों में 1758 केंद्रों की जरूरत थी लेकिन आयोग को 55 फीसदी ही केंद्र मिल सके थे। पीसीएस प्रारंभिक परीक्षा-2024 के लिए 576154 अभ्यर्थी पंजीकृत हैं और आयोग को 978 परीक्षा केंद्र ही मिल सके।
यूपी डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा, ‘प्रयागराज में यूपीपीएससी (UPPSC) की परीक्षा को लेकर हमारे अभ्यर्थी आंदोलन कर रहे थे। उनकी मांग थी कि एक दिन में एक शिफ्ट में परीक्षा कराई जाए। उनकी मांग मान ली गई है और मैं उनसे अपील करूंगा कि वे अपना ध्यान पूरी तरह से परीक्षा में लगाए। मैं सभी छात्रों को शुभकामनाएं देता हूं कि उन्हें उनकी परीक्षा में सफलता मिले। मैं पहले भी प्रतियोगी छात्रों के साथ था और अब भी हूं और आगे भी उनके रहूंगा।’