उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) में संभल(Sambhal ) जिले में जामा मस्जिद पर सर्वे को लेकर हुए पर विवाद ने रविवार को हिंसक रूप ले लिया। सर्वे के दौरान नाराज भीड़ ने पुलिस पर पथराव और आगजनी कर दी जिससे हालात बेकाबू हो गए। पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज करना पड़ा। घटना में बीस से अधिक पुलिस कर्मी और दो दर्जन लोग चोटिल हो गए। 4 लोगों की माैत की खबर है। भीड़ ने दस से अधिक वाहनों को आग के हवाले कर दिया।
बवाल के बाद 1 दिसंबर तक संभल(Sambhal ) जिले में बाहरी व्यक्तियों के प्रवेश पर रोक लगा दी गई है। डीएम राजेंद्र पैंसिया ने बताया कि बाहरी व्यक्ति, सामाजिक संगठन और जनप्रतिनिधियों के जिले में आने पर रोक लगा दी गई है।
रविवार सुबह संभल(Sambhal ) के डीएम डॉ. राजेंद्र पैंसिया और एसपी कृष्ण कुमार विश्नोई के साथ सर्वेक्षण टीम जामा मस्जिद पहुंची। कोर्ट कमिश्नर रमेश राधव की अगुवाई में टीम ने मस्जिद के अंदर सर्वे का कार्य शुरू किया। जैसे ही स्थानीय लोगों को सर्वे की जानकारी मिली, नाराज मुस्लिम समुदाय के लोग बड़ी संख्या में मस्जिद के बाहर जमा हो गए।
उग्र भीड़ ने न सिर्फ पुलिसकर्मियों पर हमला किया, बल्कि वाहनों में भी आग लगा दी। इसके बाद पुलिस को आंसू गैस के गोले दागने और लाठीचार्ज का सहारा लेना पड़ा। बवाल के दौरान हयातनगर निवासी रोमान, फत्तेहउल्ला सराय निवासी बिलाल और मोहल्ला कोट तबेला निवासी नईम की मौत हो गई। जबकि 20 से ज्यादा पुलिसकर्मी और दर्जनों लोग घायल हो गए।
हालात बेकाबू होते देख पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले दागे। इससे भी हिंसक भीड़ काबू नहीं हुई तो पुलिस ने फायरिंग की। जैसे-तैसे भीड़ को तितर बितर कर पुलिस आगे बढ़ी। इस बीच मुरादाबाद समेत नजदीकी जिलों की फोर्स माैके पर पहुंच गई। पूरे इलाके की नाकेबंदी कर दी।
मुस्लिम समाज ने सुबह-सुबह और छुट्टी के दिन सर्वेक्षण पर आपत्ति जताई। जल्द ही मस्जिद के बाहर करीब एक हजार लोग इकट्ठा हो गए। भीड़ ने पुलिस को मस्जिद के अंदर जाने से रोकने की कोशिश की। पुलिस के समझाने पर भी लोग नहीं माने और हंगामा करने लगे।
स्थिति उस समय और बिगड़ गई जब भीड़ ने अचानक पथराव शुरू कर दिया। पत्थर लगने से कई पुलिसकर्मी घायल हो गए, जिनमें एसपी के पीआरओ भी शामिल हैं। पथराव के बाद भीड़ ने सड़क पर आगजनी कर माहौल और खराब कर दिया। हालात काबू से बाहर होने पर पुलिस ने आंसू गैस के गोले दागे और लाठीचार्ज कर भीड़ को खदेड़ने की कोशिश की।
कमिश्नर ऑन्जनेय सिंह ने कहा, ‘हमलावरों के निशाने पर सर्वे करने वाली टीम थी। हमलावर एक सुनियोजित योजना के तहत सर्वे टीम को टारगेट करना चाहते थे। बड़े पैमाने पर युवकों की जेब से चाकू और अवैध असलहे मिले हैं। मृतक नईम की जेब में भी चाकू था।
हमलावरों ने पहले छतों से पुलिस टीम पर फायरिंग और पथराव किया। इसके बाद सामने से भी गोली चलाई। मरने वाले तीनों युवक हमलावर भीड़ की फायरिंग में ही घायल हुए। पुलिस फायरिंग में एक भी मौत नहीं हुई है।
कमिश्नर ने कहा कि जब भीड़ सामने से फायरिंग कर रही थी। उसी दौरान वाहनों में आगजनी कर रहे युवक भी उसकी फायरिंग में चपेट में आ गए। इनमें से तीन की मौत हुई है और कुछ घायल हुए हैं। हमलावर भीड़ की फायरिंग में संभल सर्किल के सीओ के पैर में गोली लगी है। एसपी का पीआरओ भी गोली लगने से घायल हुआ है। पुलिस सभी हमलावरों को चिह्नित कर रही है। फिलहाल पूरी तरह से शहर में शांति है और फोर्स मुस्तैद है।
घटना के बाद संभल(Sambhal ) में तनाव व्याप्त है। मस्जिद के चारों ओर पुलिस ने बैरिकेडिंग कर दी है और इलाके को सील कर दिया गया है। आसपास के थानों से अतिरिक्त पुलिस बल बुलाया गया है। डीएम और एसपी समेत जिले के सभी वरिष्ठ अधिकारी मौके पर हैं।
संभल(Sambhal ) में बवाल के बाद नर्सरी से 12वीं तक के सभी स्कूल कल, 25 नवंबर को बंद रहेंगे। जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी अलका शर्मा ने बताया कि संभल तहसील क्षेत्र के सभी स्कूल बंद रहेंगे।