उत्तर प्रदेश (Uttar Pradesh) के कन्नौज (Kannauj ) जिले में अमृत भारत स्टेशन योजना के तहत निर्माणाधीन रेलवे स्टेशन का लिंटर भरभरा कर गिर गया। इसमें 40 मजदूर मलबे के नीचे दब गए। हादसे में किसी जनहानि की पुष्टि नहीं हुई है । मौके पर पहुंचा पुलिस और प्रशासन राहत एवं बचाव कार्य में जुटा हुआ है।
कन्नौज (Kannauj ) रेलवे स्टेशन पर शनिवार को बड़ा हादसा हो गया। यहां दो मंजिला निर्माणाधीन स्टेशन का लिंटर अचानक ढह गया। मलबे में 40 से ज्यादा मजदूर दब गए। अब तक 21 घायल जिला अस्पताल पहुंचाए गए हैं। इनमें से 3 को कानपुर रेफर किया गया है।
कन्नौज (Kannauj ) रेलवे स्टेशन की पुरानी बिल्डिंग से सटा कर नई बिल्डिंग का निर्माण कराया जा रहा है। दरअसल, 13 करोड़ की लागत से स्टेशन के वेटिंग एरिया का हाल बनाया जा रहा है। इसके लिए1 साल से काम चल रह है। इसका काम आशुतोष इंटरप्राइजेज को दिया गया था। ठेकेदार राम विलास राय काम करवा रहे थे।
यह निर्माण प्लेटफार्म पर ही हो रहा था। यहां दो मंजिला भवन के ऊपरी हिस्से पर लिंटर डाला गया था। शनिवार दोपहर अचानक ऊपर का लेंटर ढह गया। इसकी चपेट में 20 से ज्यादा मजदूर आ गए।
एक प्रत्यक्षदर्शी ने बताया- मैं खाना खाकर आया। इसके बाद मसाले का पहला चक्कर बनाया। इसी दौरान लिंटर गिर गया। हम एक पैर जनरेटर पर रखे थे, एक पैर मशीन पर रखे थे। समझ ही नहीं आया कि क्या हुआ है? हादसे के समय कम से कम 40-50 लोग मौजूद थे।
राम बहादुर (सरायमीरा), आर्यन (सरायमीरा), कमलेश (सुक्खापुरवा), ध्रुव (चौराचांदपुर), कमलेश (चौराचांदपुर), अनिल (चौराचंदपुर), श्यामू (चौराचांदपुर), संदीप (चौराचांदपुर), विकास (ईसवापुर), संजेश (नेरा), राजा (ईसवापुर), रामरूप (चौराचांदपुर), रोहित (चौराचांदपुर), स्वामी दास (बलिया), आदेश पाल (ईसवापुर) घायल हुए हैं।
कन्नौज रेलवे स्टेशन पर हुई घटना की जांच के लिए तीन सदस्यीय उच्चस्तरीय कमेटी का गठन किया है। जांच टीम में मुख्य इंजीनियर/प्लानिंग एवं डिजाइन, अपर मंडल रेल प्रबंधक/इज्जतनगर एवं मुख्य सुरक्षा आयुक्त/रेलवे सुरक्षा बल शामिल होंगे।