पश्चिम बंगाल ( West Bengal) में सोमवार को बसंत पंचमी के अवसर पर सरस्वती पूजा (Saraswati Puja) के दौरान कई जगहों पर बाधा डाली गई तो कई जगह पुलिस के पहरे में पूजा-अर्चना की गई। नदिया जिले के चापड़ा के कलिंग इलाके में देवी सरस्वती की प्रतिमा को तोड़ दिया गया। यहां एक विशेष समुदाय के लोगों पर प्रतिमा तोड़ने का आरोप लगा है। पुलिस घटना की जांच कर रही है।
इसके अलावा अनेक जगहों पर पुलिस की पहरेदारी में पूजा आयोजित की गई। पूर्व मेदिनीपुर के नंदीग्राम में एक मुस्लिम बहुल इलाके में स्थित एक कॉलेज, हावड़ा के उलुबेडिय़ा में स्थित एक स्कूल समेत जिलों के अनेक शिक्षण प्रतिष्ठानों में पुलिस की निगरानी में सरस्वती पूजा की गई।
बंगाल विधानसभा में नेता प्रतिपक्ष व भाजपा विधायक शुभेंदु अधिकारी ने कहा है कि बंगाल में मुस्लिम सरस्वती पूजा (Saraswati Puja)में बाधा उत्पन्न कर रहे हैं। यह हिंदू आस्था पर सीधा हमला है। मुख्यमंत्री ने बंगाल को बांग्लादेश बना दिया है।
कोलकाता ( Kolkata ) महानगर समेत पूरे पश्चिम बंगाल में छात्रावास और शिक्षण संस्थान सहित मकान, कॉम्प्लेक्स की छत और चौक से लेकर गली मोहल्ले तक कहीं शिवलिंग के रूप में तो कहीं रंग बिरंगे कागज से बने पंडाल में मूर्ति विराजित कर पूजा आराधना की गई। आरती के समय वर दे वीणावादिनी और मां शारदे कहां तू वीणा बजा रही है… जैसी पारंपरिक स्तुतियों की गूंज सुनाई दी।