एटा से सपा सांसद देवेश शाक्य के औरैया (Auraiya) जिले के बिधूना के भिटौरा स्थित सिद्धार्थ इंटर कालेज में सोमवार को यूपी बोर्ड (UP Board ) के इंटरमीडिएट जीव विज्ञान की परीक्षा में नकल पकड़ने पर एसडीएम गरिमा सोनकिया से अभद्रता हुई। धक्का-मुक्की में उनका मोबाइल फोन गिरकर टूट गया।
एसडीएम के मुताबिक, उन्होंने यूपी बोर्ड (UP Board ) की परीक्षा में निरीक्षण के दौरान एक छात्रा को नकल कराते हुए लिपिक को पकड़ा।केंद्र व्यवस्थापक से कमरा नंबर एक और आठ सील करने की बात कही तो कुछ परीक्षार्थियों ने विरोध किया। समझाने का प्रयास किया गया तो एक छात्रा ने एसडीएम से बदसलूकी कर दी। कुछ देर में अभिभावक पहुंच गए और हंगामा करने लगे।
डीएम डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी और एसपी अभिजीत आर शंकर के पहुंचने पर मामला शांत हुआ। डीएम ने बताया कि देर शाम कालेज प्रबंधक व सपा सांसद, उनकी बहन प्रधानाचार्य व केंद्र व्यवस्थापक अंचल शाक्य और लिपिक कुलदीप कुमार के खिलाफ बिधूना कोतवाली में मुकदमा दर्ज कराया गया है।सपा सांसद की बहन प्रधानाचार्य आंचल शाक्य और कर्मचारी कुलदीप कुमार की गिरफ्तारी हो गई है।
सपा सांसद भतीजे सिद्धार्थ के नाम से वित्तविहीन विद्यालय का संचालन करते हैं। सोमवार सुबह की पाली में यूपी बोर्ड (UP Board ) की परीक्षा खत्म होने से पहले लिपिक कुलदीप हाजिरी रजिस्टर लेकर कक्ष संख्या एक में पहुंचा और रजिस्टर के पीछे लिखे सवालों के जवाब छात्रा को दिखाने लगा। वहां मौजूद एसडीएम बिधूना गरिमा सोनकिया ने उसे पकड़ लिया।
सुबह 11:45 बजे परीक्षा समाप्त हुई तो वहां पहुंचे अभिभावक हंगामा करने लगे। इस पर कई थानों की पुलिस पहुंच गई। पुलिस ने वहां लगे कैमरे की डीवीआर जब्त कर ली।
डीआइओएस जीएस राजपूत ने बताया कि राजकीय बालिका इंटर कॉलेज ऐरवाकटरा की प्रधानाचार्य पायल जैन को केंद्र व्यवस्थापक व वाह्य व्यवस्थापक की जिम्मेदारी उच्चतर माध्यमिक विद्यालय भटौली के सहायक अध्यापक रज्जन प्रसाद को सौंपी गई है।
सपा सांसद ने कहा कि विद्यालय में नकल को लेकर मुकदमा लिखा जाना राजनीतिक षड्यंत्र है। एसडीएम का मोबाइल हाथ से गिरकर टूट गया, उसकी खिसियाहट में मुकदमा दर्ज किया गया है। वह मुकदमों से डरने वाले नहीं हैं। पूर्व में भी उन पर झूठे मुकदमे दर्ज हुए हैं।
एसडीएम ने बताया कि रजिस्टर में नकल लिखकर करवाई जा रही थी। एक छात्रा की कापी सील कर दी गई है। हो सकता है कि हर कक्षा में ऐसा हो, जिसकी जांच की जा रही है। डीएम ने बताया कि विद्यालय में शांतिभंग का प्रयास हुआ और परीक्षा में बाधा पहुंचाई गई है।
डीएम डॉ. इन्द्रमणि त्रिपाठी ने बताया कि विद्यालय में शांतिभंग का प्रयास हुआ और यूपी बोर्ड (UP Board ) की परीक्षा में बाधा पहुंचाई गई है। उन्होंने बताया कि प्रबंधक, प्रधानाचार्य और लिपिक के विरुद्ध भारतीय न्याय संहिता 132 और 221 (सरकारी कार्य में बाधा), 324(4) (किसी की संपत्ति या सामान को नुकसान पहुंचाने), 13/3 (उत्तर प्रदेश सार्वजनिक परीक्षा अनुचित साधनों इसका निवारण एक्ट) के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।