असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा (Himanta Biswa Sarma) ने रविवार को घोषणा की कि उनकी सरकार ने लेफ्टिनेंट जनरल (सेवानिवृत्त) राणा प्रताप कलिता( Lt General Rana Pratap Kalita) को राज्य का सर्वोच्च नागरिक पुरस्कार ‘असम वैभव’ देने का फैसला किया है।
उन्होंने जम्मू-कश्मीर में राष्ट्रीय राइफल बटालियन और शांतिकाल में माउंटेन ब्रिगेट की कमान संभाली। इसके अलावा उन्होंने ऑपरेशन पवन (श्रीलंका), ऑपरेशन पराक्रम, ऑपरेशन रक्षक (जम्मू-कश्मीर), ऑपरेशन बजरंग, ऑपरेशन राइनो (असम), ऑपरेशन ऑर्चिड (नगालैंड) और ऑपरेशन हिफाजत (मणिपुर) जैसे कई महत्वपूर्ण सैन्य अभियानों में भाग लिया। जनरल कलिता ने संयुक्त राष्ट्र में भी दो बार सेवा दी। इसमें एक बार मिलिट्री ऑब्जर्वर के रूप में सिएरा लियोन और दूसरी बार अभियान के प्रमुख के रूप में सूडान में सेवा दी। उन्होंने आईआईआई कोर की कमान भी संभाली और पूर्वी कमान के चीफ ऑफ स्टाफ के रूप में सेवा दी।

वह असम के पहले व्यक्ति हैं, जिन्होंने पूर्वी कमान के जनरल ऑफिसर कमांडिंग-इन-चीफ पद की जिम्मेदारी संभाली। जनरल कलिता ( Lt General Rana Pratap Kalita) के परिवार में पत्नी निशा कलिता और दो बच्चे हैं। उनके बेटे को भारतीय सेना में कमीशन मिला है और वह 9 कुमाऊं रेजिमेंट में सेवा दे रहे हैं, जबकि उनकी बेटी दिल्ली विश्वविद्यालय में लेक्चरर हैं।