फर्जी डिग्री मामले में शनिवार को राजस्थान पुलिस ( Rajasthan police ) के स्पेशल ऑपरेशन ग्रुप (एसओजी) ने उत्तर प्रदेश के फिरोजाबाद जिले के शिकोहाबाद कस्बे में स्थित जेएस विश्वविद्यालय (JS University ) के कुलाधिपति डॉ. सुकेश यादव, रजिस्ट्रार नंदन कुमार और दलाल अजय भारद्वाज को गिरफ्तार कर लिया। सुकेश विदेश भागने की फिराक में थे। उन्हें दिल्ली एयरपोर्ट से पकड़ा गया। वहीं, रजिस्ट्रार नंदन की शिकोहाबाद व दलाल अजय की गिरफ्तारी जयपुर से हुई।
भर्ती परीक्षा के चयनित अभ्यर्थियों में से 107 ने स्वयं को जेएस विश्वविद्यालय से पास होना दर्शाया था। जबकि उस सत्र के लिए विश्वविद्यालय में बीपीएड की 100 सीटों की ही मान्यता थी। इतना ही नहीं भर्ती परीक्षा के आवेदन के समय कुल 2,067 अभ्यर्थियों ने अपनी बीपीएड की डिग्री जेएस विश्वविद्यालय की लगाई थी, जो निर्धारित सीटों से कई गुणा अधिक थी। खास बात ये भी थी कि सभी छात्र राजस्थान के ही थे। इसलिए पुलिस का शक गहरा गया और उसने शिकंजा कसना शुरू कर दिया।
सुकेश यादव विश्वविद्यालय के कुलाधिपति होने के साथ ही वर्तमान में राजकीय कालेज बाह, आगरा में प्रधानाचार्य के पद पर कार्यरत हैं। आरोप है कि उन्होंने अजय भारद्वाज सहित अन्य दलालों के जरिए अपने विश्वविद्यालय की बीपीएड कोर्स की फर्जी तरीके से बैकडेट में डिग्रियां जारी कीं।
पुलिस के अनुसार भर्ती परीक्षाओं में फर्जी डिग्री के जरिए अपात्रों के चयनित करने का खेल बहुत ही सुगठित तरीके से चल रहा था। इसमें परीक्षा में फेल और कम पढ़े लिखे लोगों को भी विभिन्न विश्वविद्यालयों से पास दर्शाकर आवेदन कराए जाते थे। इसके बाद पेपर लीक कर उन्हें परीक्षा पास कराई जाती थी। चयनित होने के बाद उन्हें फर्जी डिग्री बैक डेट में बनाकर दी जाती थीं।
इस दौरान मोटी कमाई के लालच में गैंग में शामिल लोगों ने निर्धारित सीटों का भी ध्यान नहीं रखा। यही वजह रही कि जेएस विश्वविद्यालय की डिग्री लगाने वाले 107 अभ्यर्थी चयनित हो गए, जबकि विश्वविद्यालय में कुल सीटें ही 100 थीं।
