प्रयागराज(Prayagraj ) के नैनी की एडीए कॉलोनी में एफसीआई से सेवानिवृत्त अधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव (66) और उनकी पत्नी मीना श्रीवास्तव (60) की घर में घुसकर दिनदहाड़े धारदार हथियार से निर्मम हत्या कर दी गई। प्रथमदृष्टया जांच में सामने आया कि घर में बिजली का काम करने आए इलेक्ट्रीशियन ने वारदात को अंजाम दिया है। मामले में पुलिस को सीसीटीवी फुटेज भी मिला है, जिसमें नकाबपोश आरोपी घर के बाहर जाते दिख रहा है। आशंका है कि लूटपाट को लेकर वारदात को अंजाम दिया गया है।
प्रयागराज(Prayagraj ) पुलिस के अनुसार, अरुण कुमार श्रीवास्तव एफसीआई से सेवानिवृत्त थे। वह पत्नी मीना श्रीवास्तव के साथ नैनी की एडीए कॉलोनी में पिछले कई वर्षों से रहते थे। उनकी तीन बेटियां और एक बेटा है। सभी बेटियों की शादी हो चुकी है, जबकि बेटा मनीष मध्य प्रदेश के रीवा शहर में भारतीय स्टेट बैंक में कार्यरत है। सोमवार दोपहर अरुण और उनकी पत्नी अपने घर में थे। करीब 4:15 बजे घर के किराएदार ने देखा कि मेन गेट पर कुंडी लगी हुई है। ऊपर जाकर देखा तो दोनों अपने कमरे में खून से लथपथ पड़े थे।
लहूलुहान हालत में मीना कराह रही थी, जबकि अरुण की मौके पर मौत हो चुकी थी। इसके बाद पड़ोसी को इस बारे में सूचित किया। फिर देखते ही देखते पूरे मोहल्ले में हड़कंप मच गया। लखनऊ में रह रहे अरुण कुमार के बहनोई सतीश श्रीवास्तव को फोन कर मामले की जानकारी दी गई। इसके बाद घटनास्थल पर पहुंची पुलिस दोनों को एसआरएन अस्पताल में ले गई, जहां डॉक्टरों ने दोनों को मृत घोषित कर दिया।
बचाओ-बचाओ, जल्दी आओ, मुझे और अरुण को जल्दी से अस्पताल ले चलो… यह आखिरी शब्द मीना के थे, जो किरायेदार से खुद और पति की जान बचाने के लिए चिल्ला रही थी, हालांकि अस्पताल ले जाने से पहले ही दोनों ने दम तोड़ दिया।
पुलिस जांच में पता चला कि एक कमरे में रखी आलमारी का लॉकर खुला था। ऐसे में पुलिस को आशंका है कि आरोपी ने वारदात के बाद लूटपाट की घटना को अंजाम दिया है।
वारदात के बाद पुलिस मौके पर पहुंची तो मीना और अरुण दोनों अलग-अलग कमरे में थे। जांच रिपोर्ट से पता चला कि अरुण के सिर के पीछे धारदार और मीना के सिर के पीछे किसी भारी हथियार से हमला किया गया था। पुलिस मानकर चल रही है कि दोनों ही हत्या अलग-अलग हथियार से की गई हैं। घटना के बाद फॉरेंसिक टीम ने भी घटनास्थल से सबूत जमा किए हैं।
प्रयागराज(Prayagraj )पुलिस जांच में पता चला कि आरोपी घर में दो बार आया और दो घंटे तक खूनी खेल खेलता रहा। हत्या की सूचना पर डीसीपी यमुनानगर, एसीपी करछना और नैनी पुलिस के साथ फॉरेंसिक टीम ने छानबीन की। पुलिस ने घटनास्थल और आसपास के क्षेत्र में लगे सीसीटीवी कैमरों को खंगालना शुरू किया। इस दौरान घर के सामने लगे एक सीसीटीवी कैमरे में मुंह में गमछा बांधे आरोपी की हरकत कैद हो गई।
जांच में पता चला है कि आरोपी इलेक्ट्रीशियन बिजली कनेक्शन जोड़ने के लिए अरुण के घर में आया था। सीसीटीवी फुटेज से पता चला कि आरोपी पहली बार सोमवार सुबह 11:48 बजे घर में प्रवेश किया। थोड़ी देर बाद चला गया। वह करीब 1:30 बजे दोबारा आया और 3:30 बजे मुंह पर कपड़ा बांधकर बाहर निकला। वहीं, वारदात के कुछ ही घंटे बाद ही पुलिस ने त्रिवेणी नगर मोहल्ले में रहने वाले एक इलेक्ट्रीशियन के साथ दो अन्य युवकों को थाने ले गई है। पूछताछ के लिए पकड़े गए युवक बिजली मिस्त्री हैं।