उत्तर प्रदेश के गोरखपुर (Gorakhpur ) में दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है। यहां 18 वर्षीय युवक ने घर के मामूली विवाद के बाद फांसी के फंदे पर लटक कर जान दे दी। यह देख मां और बहन सकते में आयी मां और बहन ने जहर खाकर जान दे दी। बेटा 7 दिन पहले ही मुंबई से घर आया था। मां बेटे की लाश से 30 मिनट तक लिपटकर रोती रही। इसके बाद बहन और मां दोनों ने जहर खा लिया। पड़ोसी दोनों को अस्पताल ले गए। बुधवार को बहन की जबकि गुरुवार सुबह इलाज के दौरान मां की मौत हो गई। वारदात हरपुरबुदहट इलाके के कुचडेहरी की है।
मोहित कन्नौजिया के पिता अंगद कन्नौजिया की कई साल पहले मौत हो चुकी है। मोहित मुंबई में काम करता था। 7 दिन पहले ही गोरखपुर (Gorakhpur ) आया था। बुधवार को वह अपनी मां कौशिल्या देवी और बहन सुप्रिया के साथ दवा लाने हरपुर जा रहा था।रास्ते में किसी बात को लेकर उसकी मां से कहासुनी हो गई।
मोहित गुस्सा कर घर जाने लगा। मां ने कहा कि कहां जा रहे हो तो उसने जवाब दिया कि मुझे नहीं जाना। फिर मां-बहन आगे चले गए।मोहित कमरे पर आया। उसने गमछे का फंदा बनाकर फांसी लगा ली। जब मां और बहन दवा लेकर घर वापस लौटीं तो दरवाजा खटखटाया। लेकिन कोई रिस्पांस नहीं आया।
पड़ोसियों ने खिड़की से झांककर देखा तो मोहित अंदर फंदे से लटका था। इसके बाद पड़ोसी छत से अंदर गए। कमरे का दरवाजा तोड़ाकर अंदर गए और पुलिस को सूचना दी।
ग्रामीणों ने बताया- मोहित की मौत के बाद मां और बहन लाश के पास बैठकर रोने लगी। इसके बाद मां मोहित की लाश से लिपट गई। चीख-चीखकर कहने लगी कि तुम मुझे छोड़कर नहीं जा सकते हो। वो लाश के पास से हट नहीं रही थी। किसी तरह गांव वालों ने उन्हें संभाला।
ग्रामीणों ने बताया कि मोहित का शव घर में ही था, तभी पहले मां और बहन ने कमरे में रखा जहर खा लिया। दोनों तड़पने लगी तो ग्रामीण उन्हें अस्पताल ले गए। वहां पहले बहन और फिर गुरुवार सुबह मां की मौत हो गई।
गोरखपुर (Gorakhpur ) पुलिस के मुताबिक मोहित के पिता अंगद की मौत 10 साल पहले हो चुकी थी। ग्रामीणों से मिली जानकारी के मुताबिक परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा था। मोहित प्राइवेट जॉब कर घर का खर्च चलता था। घर के खर्चे पूरे नहीं हो पाए थे। इसकी वजह से घर में मानसिक तनाव की भी स्थिति थी, हर पहलू पर जांच की जा रही है।
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There are numerous resources that offer confidential support 24/7, such as trained counselors, helplines, and mental health professionals. Take a moment to connect with them and share what you’re going through. Your life matters, and there are people who care and want to help you navigate this difficult time.
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