केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो ( सीबीआई) ने हैदराबाद के आयकर आयुक्त ( income tax commissioner) जीवन लाल लाविडिया और चार अन्य को 70 लाख रुपये की रिश्वत लेने के मामले में गिरफ्तार किया है। उन पर पालोनजी समूह के पक्ष में एक अपील का निपटारा करने के लिए 70 लाख रुपये की रिश्वत लेने का आरोप है।
केंद्रीय अन्वेषण ब्यूरो (सीबीआई) ने हैदराबाद के आयकर आयुक्त ( income tax commissioner) जीवन लाल लाविडिया और चार अन्य को 70 लाख रुपये के कथित रिश्वत मामले में गिरफ्तार किया है। सीबीआई को 2004 बैच के भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस)अधिकारी लाविडिया के बारे में सूचना मिली थी कि वह कथित तौर पर भ्रष्टाचार में लिप्त हैं और रिश्वत मांग रहे हैं। इसके बाद हाल ही में उनके खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गई। जाल बिछाकर उन्हें रंगे हाथ पकड़ा गया।
जांच एजेंसी ने मुंबई, हैदराबाद, खम्मम, विशाखापत्तनम और नई दिल्ली में 18 स्थानों पर छापेमारी भी की। इसमें रिश्वत की रकम के अलावा लगभग 69 लाख रुपये नकद बरामद किए गए। सभी आरोपितों को मुंबई, आंध्र प्रदेश और तेलंगाना में विशेष सीबीआइ अदालतों में पेश किया गया।
इस मामले में शापूरजी पालोनजी समूह के उप महाप्रबंधक (कराधान) विरल कांतिलाल मेहता, साईराम पालीसेट्टी, नट्टा वीरा नागा श्रीराम गोपाल और साजिदा मजहर हुसैन शाह को भी गिरफ्तार किया गया। गिरफ्तारी पर शापूरजी पालोनजी समूह की ओर से तत्काल कोई प्रतिक्रिया नहीं मिली।
हैदराबाद के आयकर आयुक्त ( income tax commissioner)जीवन लाल 2004 बैच के इंडियन रेवेन्यू सर्विस (IRS) के अधिकारी हैं। वे बीआरएस के पूर्व विधायक रामुलु नाइक के बेटे हैं। शापूरजी के जिस कर्मचारी को गिरफ्तार किया गया है, उसका नाम वायरल मेहता है। वह डिप्टी जनरल मैनेजर (टैक्सेशन) के पद पर काम करता है। सीबीआई अधिकारियों का कहना है कि जीवन लाल कथित तौर पर टैक्स अपील के मामलों में फायदा पहुंचाने के लिए रिश्वत ले रहे थे। वह यह काम बिचौलियों के जरिए कर रहे थे। छूट के अलावा, जीवन लाल के पास दो अपील यूनिट का अतिरिक्त प्रभार भी था।
जीवन लाल की शादी उत्तर प्रदेश के बांदा में हुई है। उनकी पत्नी का नाम शिप्रा श्रीवास्तव है। वह सीआईएसएफ में महानिदेशक हैं। फिलहाल शिप्रा का तैनाती मुंबई में है।
जीवन लाल को 2014 से 2021 तक मुंबई में नियुक्त किया गया था, जहां उन्होंने प्रमुख पदों पर कार्य किया। एफआईआर के अनुसार, जीवन लाल ने एनडीडब्ल्यू विकास निगम से सहारा लेते हुए मुंबई में 2.5 करोड़ रुपये का एक अपार्टमेंट प्राप्त किया था। अपार्टमेंट को दांडेला वेंकटेश्वरलू, निवासी डेल डिस्ट्रिटो डी खम्मम, डेल क्यूअल प्रोवीन जीवन लाल के नाम खरीदा गया। यह जीवनलाल की बेनामी संपत्ति है।
एफआईआर में कहा गया है कि जीवन लाल ने वायरल मेहता से 1.2 करोड़ रुपये की मांग की थी। यह रकम शापूरजी पल्लोनजी इंफ्रास्ट्रक्चर गुजरात प्राइवेट लिमिटेड के एक मामले में फैसला उनके हक में करने के लिए मांगी गई थी। इसमें से 15 लाख रुपये पहले ही उनके बिचौलिए प्रकाश पवार और एम साजिदा शाह ने ले लिए थे। ये दोनों चेंबूर में रहते हैं। बाकी के 70 लाख रुपये बाद में दिए जाने थे।
हैदराबाद के रिश्वतखोर आयकर आयुक्त जीवन लाल लाविडिया को 70 लाख रुपये की रिश्वत मामले में चार अन्य लोगों के साथ गिरफ्तार