प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi )ने पाकिस्तान प्रायोजित आतंकवाद के खिलाफ भारत के मजबूत रुख को बताने के लिए सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों से मुलाकात की।जिन्होंने 37 देशों में पाकिस्तान के आतंकवादी रुख को बेनकाब किया। ऑपरेशन सिंदूर के तहत भारत के कड़े कदमों को दुनिया के सामने रखा गया।डेलिगेशन के सदस्यों ने पीएम से अपनी यात्रा का अनुभव शेयर किया। 7 डेलिगेशन में शामिल 59 सदस्य 33 देशों की यात्रा पर गए थे। जिनमें 51 नेता और 8 राजदूत शामिल हैं।
प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) की मंगलवार की शाम विभिन्न सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात हुई। इस पर कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, प्रधानमंत्री का हम सभी के प्रति बहुत सौहार्दपूर्ण भाव था। उन्होंने इसे प्रतिनिधिमंडलों के लिए धन्यवाद देने का अवसर माना और वह बहुत ही विनम्रता के साथ एक घंटे से अधिक समय तक हम सभी के साथ रहे।
थरूर ने बताया कि प्रधानमंत्री ने लॉन में घूमते हुए विभिन्न टेबल पर जाकर लोगों के अलग-अलग समूहों से बातचीत की। सभी ने उनसे अनौपचारिक तरीके से चर्चा की। यह कोई औपचारिक बैठक नहीं थी, बल्कि एक अच्छी, जीवंत और अनौपचारिक मुलाकात थी। कांग्रेस नेता ने बताया कि जो लोग अपनी यात्रा की रिपोर्ट प्रधानमंत्री को देने वाले थे, उन्होंने भी औपचारिक रूप से रिपोर्ट पेश नहीं की।
सभी ने कई विषयों पर चर्चा की। समय के साथ स्पष्ट हो जाएगा कि क्या बातें साझा की गईं। उन्होंने यह भी कहा कि हर देश ने यह विचार व्यक्त किया कि सांसदों का दौरा करना एक बहुत अच्छा कदम है। सभी ने सुझाव दिया कि इसे कई बार किया जाना चाहिए। प्रधानमंत्री ने इस विचार को गंभीरता से लिया।
कांग्रेस सांसद और सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मनीष तिवारी ने भी इसे अनौपचारिक और खुला संवाद बताया। उन्होंने बताया कि विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए और प्रधानमंत्री ने सभी की बातें ध्यानपूर्वक सुनीं। तिवारी ने कहा, यह एक अनौपचारिक और खुली बातचीत थी। सबसे खास बात यह रही कि सभी ने विभिन्न देशों से प्राप्त जानकारियों को साझा किया। उन्होंने बताया कि प्रधानमंत्री ने भी अपने विचार व्यक्त किए और यह बैठक अनौपचारिक लेकिन सार्थक रही।
तिवारी ने कहा कि विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों ने दुनियाभर में कुछ बीज बोए हैं। अब यह विदेश मंत्रालय पर निर्भर है कि वह इस पहल को आगे बढ़ाए और इसे अगले स्तर तक ले जाए, ताकि पाकिस्तान पर प्रतिबंध लगाया जा सके, जो वैश्विक मंच पर आंतकवाद को प्रायोजित करने वाला राज्य है। उन्होंने कहा, इन दौरों ने आतंकवाद को राज्य नीति के रूप में अपनाने वाले देशों के खिलाफ एक अंतरराष्ट्रीय गठबंधन बनाने की नींव रखी है। यदि इस पहल को तार्किक निष्कर्ष तक पहुंचाया जाए, तो यह निश्चित रूप से उन सभी देशों को प्रतिबंधित करने में मदद करेगा जो आतंकवाद को एक नीति के रूप में उपयोग करते हैं।
बैठक को लेकर आम आदमी पार्टी के सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा, प्रधानमंत्री ने हरेक सांसद से मुलाकात की और उनकी प्रतिक्रिया ली। हमने आतंकवाद के प्रति जीरो टॉलरेंस का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को आश्वासन दिया कि इस तरह की बैठकें जारी रहेंगी और मैत्री मंच बनाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न देशों के थिंक टैक को उनके साथ बाचतीच के लिए भारत बुलाया जाएगा।
समाजवादी पार्टी के सांसद राजीव राय ने कहा, यह प्रधानमंत्री के साथ एक बहुत ही अनौपचारिक मुलाकात थी। मैंने एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे मैंने उन्हें प्रस्तुत किया। उनकी इसकी सराहना की। हमने जिन देशों का दौरा किया, उन सभी ने इस घटना (पहलगाम आतंकी हमला) की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत को समर्थन देने का वादा किया।
Met members of the various delegations who represented India in different countries and elaborated on India’s commitment to peace and the need to eradicate the menace of terrorism. We are all proud of the manner in which they put forward India’s voice. pic.twitter.com/MZqQYgsAEp