उत्तर प्रदेश के छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय कानपुर (Kanpur University)के वित्त विभाग के प्रधान लिपिक का शव बुधवार सुबह घर में फंदे पर लटका मिला। सूचना पर पहुंची पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेज दिया। परिजनों के मुताबिक क्लर्क पर 30 लाख रुपये का कर्ज था। इसे वसूलने के लिए सूदखोर अक्सर धमकाते रहते थे। बीते दिनों पिटाई भी की थी। इसी से आहत होकर ही उन्होंने जान दे दी।
बुधवार सुबह उनका शव यूनिवर्सिटी (Kanpur University) कैंपस के मकान में फंदे से लटकता मिला। बेटे ने पुलिस और परिजनों को सूचना दी।मौके पर पहुंची फोरेंसिक टीम ने घटनास्थल की जांच की। पुलिस ने शव को फंदे से उतारकर पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा। क्लर्क पर करीब 30 लाख रुपए कावित्त अधिकारी कर्ज था। कर्जदार पैसे मांगने अब घर तक पहुंचने लगे थे।बेटे अमन ने कहा- 15 दिन पहले यूनिवर्सिटी कैंपस के अंदर विनायकपुर निवासी 4 युवक आए। पापा से पैसे मांगने लगे। असमर्थता जताने पर पापा को पीटा। इससे आहत होकर उन्होंने जान दी है।
गोरखपुर के सीपीगंज निवासी राकेश गौड़ (50) छत्रपति शाहूजी महाराज विश्वविद्यालय (Kanpur University)में वित्त विभाग में हेड क्लर्क थे। पत्नी सरिता देवी पारिवारिक समारोह के चलते पांच जून को गोरखपुर स्थित मायके गई थी। गाड़ी खरीदने-बेचने का काम करने वाला बेटा अमन पत्नी के साथ रहता है। उसने बताया कि पिता रोज की तरह रात में सोने चले गए। बुधवार सुबह जब बाहर नहीं निकले तो सुबह करीब दस बजे जगाने गए। काफी देर तक दरवाजा खटखटाया लेकिन अंदर से कोई आवाज नहीं आई।बाहर से खिड़की खोली, तो कमरे में पिता का शव लटकते देखा। इसके बाद पुलिस को सूचना दी।
कुलपति प्रोफेसर विनय पाठक (Prof Vinay Pathak) ने बताया कि खुदकुशी के मामले में जैसे ही जानकारी हुई तो विश्वविद्यालय के कुलसचिव, वित्त अधिकारी समेत अन्य अधिकारी तुरंत ही कर्मचारी के आवास पर पहुंचे और पुलिस को सूचना दी। मृतक के बेटे अमन द्वारा घटना के बारे में बताने पर पुलिस को सूचना देते हुए पोस्टमॉर्टम एवं फोरेंसिक जांच के लिए कहा गया। विवि के अधिकारियों ने पीड़ित परिवार को सांत्वना देते हुए हर संभव सहयोग एवं पुलिस प्रशासन से बिना किसी देरी के जांच करने की अपील।