प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने शुक्रवार को भारतीय समुदाय के बीच भाषण दिया। मोदी ने अनुच्छेद 370 का नाम लिए बगैर कहा कि आपने देखा होगा सवा सौ करोड़ का देश, गांधी और बुद्ध, राम और बुद्ध की धरती से टेम्परेरी को निकालते हुए 70 साल चले गए। मुझे समझ नहीं आ रहा है कि हंसना है कि रोना है। इस ‘टेम्पररी’ को हटाने में 70 साल लग गए।
प्रधानमंत्री ने फ्रांस में संत श्री मोरारी बापू की मौजूदगी पर कहा कि आजकल पेरिस भी राम में रंग गया है। मोदी ने अपने भाषण को फुटबॉल से भी जोड़ा। उन्होंने कहा कि यहां से ज्यादा आपके देश की फुटबॉल टीम के समर्थक भारत में हैं। हमने भी 5 साल के दौरान कई गोल तय किए और उन्हें पूरा किया। कई कुरीतियों को हमने रेड कार्ड दिखाया।
मोदी ने कहा कि नए भारत में हमने भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद और आतंकवाद पर ऐसी लगाम कसी, जैसी कभी नहीं कसी गई थी। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा भारत और फ्रांस के रिश्तों की मजबूती के मूल में सिर्फ सरकारें नहीं, बल्कि आप जैसे नागरिक हैं। आप ही फ्रांस में भारत के प्रतिनिधि हैं, आप ही भारत की आवाज हैं, आप ही भारत की पहचान हैं। मुझे विश्वास है कि भारत की इस आवाज को हमेशा बुलंद करते रहेंगे। मैं हमेशा इसलिए कहता हूं, क्योंकि हिंदुस्तान में टेम्परेरी के लिए व्यवस्था नहीं है।”
मोदी ने इस मौके पर 1950 और 1960 में हुए विमान हादसों में मारे गए भारतीयों की याद में बने मेमोरियल का उद्धाटन किया।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- चार साल पहले मैंने आपसे वादा किया था। आमतौर पर राजनेताओं को वादा भुलाने में मजा आता है। मैं उस बिरादरी से नहीं हूं। मैंने वादा किया था कि भारत आशाओं और आकांक्षाओं के नए सफर पर निकलेगा। आज जब आपके बीच आया हूं तो नम्रता और विश्वास के साथ कह सकता हूं कि हम ना सिर्फ उस सफर पर निकल पड़े हैं, बल्कि 130 करोड़ भारतीयों के सामूहिक प्रयासों से भारत तेज गति से विकास के रास्ते पर आगे बढ़ रहा है।
इससे पहले मोदी ने कहा कि अपनी मेहनत और कौशल भारत का गौरव बढ़ाने वाले सभी साथियों को नमस्कार। भारत और फ्रांस की मित्रता पूरी तरह से अटूट है। ये मित्रता नहीं, उससे भी कुछ आगे है। यह नई नहीं है। ऐसा कोई मौका या वैश्विक मंच नहीं नहीं होगा, जहां हमारे देशों ने एक दूसरे का समर्थन ना किया हो और साथ काम ना किया हो।
उन्होंने कहा- यही कारण है कि इस बार फिर देशवासियों ने पहले से भी ज्यादा प्रचंड जनादेश देकर हमारी सरकार को समर्थन दिया है। एक बार फिर हमें देश की सेवा का मौका दिया है। ये जनादेश सिर्फ एक सरकार चलाने के लिए नहीं है, बल्कि नए भारत के निर्माण के लिए है। एक ऐसा नया भारत जिसकी समृद्ध सभ्यता और संस्कृति पर पूरे विश्व को गर्व हो।
21वीं सदी की आधुनिकता को भी लीड करे। ऐसा नया भारत जिसका फोकस ईज ऑफ डूइंग बिजनेस पर हो और ईज और लिविंग को सुनिश्चित करने के लिए भी हर कदम उठाए। भारत पिछले 5 सालों में ढेर सारे सकारात्मक बदलाव हुए हैं। इन बदलावों के केंद्र मेें भारत की युवा शक्ति, गांव, गरीब, किसान और नारी शक्ति रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- मैं फुटबॉल प्रेमियों के बीच में आया हू्ं तो आप जानते हैं कि गोल का महत्व क्या होता है। अल्टीमेट अचीव करना है तो गोल ही करना होता है। हमने पिछले पांच सालों में कुछ ऐसे गोल कर रखे हैं, जो पहले नामुमकिन माने जाते थे। टीम भावना से हमने उन गोलों को, उन लक्ष्यों को साकार कर दिखाया।
पूरी दुनिया में एक तय समय में सबसे ज्यादा बैंक अकाउंट किसी देश में खुले हैं तो वह भारत में खुले हैं। पूरी दुनिया में सबसे बड़ी हेल्थ इंश्योरेंस स्कीम भारत मेें चल रही है। अमेरिका, कनाडा, मैक्सिको की कुल आबादी से भी ज्यादा लाभार्थियों की संख्या है इस योजना की।
मोदी ने कहा- क्लाइमेट चेंज का जो लक्ष्य 2030 के लिए रखा गया था, उनमें से ज्यादातर को भारत एक-डेढ़ साल में हासिल कर लेगा। हिंदुस्तान वही है, गांधी भी वही है, आप भी वही हैं। इस बार गांधी के 150वीं जयंती मनाई जा रही है। दुनिया के 124 टॉप सिंगर्स ने “वैष्णव जन’ गाया है। आज कई स्टडीज आ रही हैं, जिनमें कहा जा रहा है कि भारत अपनी गरीबी को बहुत तेजी से दूर कर रहा है।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- भारत आज स्टार्टअप की दुनिया में भी बहुत आगे है। छोटे-छोटे शहरों के टैलेंटेड युवा एक से बढ़कर एक इनोवेशन कर रहे हैं। पिछले 5 साल में हमने देश की अनेक कुरीतियों को रेड कार्ड दे दिया है। आज नए भारत में भ्रष्टाचार, भाई-भतीजावाद, परिवारवाद, जनता के पैसे की लूट, आतंकवाद जिस तरह हमने लगाम कसी है, वैसा पहले कभी नहीं हुआ।
प्रधानमंत्री मोदी ने कहा- आज का दिन इस दोस्ती के नाम है। साथियों अच्छी दोस्ती का मतलब ये है कि सुख-दुख में एक-दूसरे का साथ देना चाहे परिस्थिति जो भी हो। मुझे लगता है कि भारत में फ्रांस की फुटबॉल टीम के समर्थकों की संख्या फ्रांस से ज्यादा होगी।
उन्होंने कहा- जब फ्रांस ने फुटबॉल विश्वकप जीता था तो इसका जश्न भारत में भी जोरशोर से मनाया गया था। इसी तरह हम दुख की घड़ी में भी उतनी ही घनिष्ठता के साथ खड़े हैं। इसका उदाहरण फ्रांस में हुए एयर इंडिया के दो विमान हादसों का ये स्मारक भी है। इन हादसों में कई भारतीय यात्रियों का निधन हुआ था। इनमें भारत के महानतम वैज्ञानिकों में से एक डॉ. होमी जहांगीर भाभा भी थे।
प्रधानमंत्री ने कहा- भारत के उस महान सपूत और प्राण गंवाने वाले अन्य भारतीयों को मैं अपनी श्रद्धांजलि देता हूं। इस मेमोरियल का हर पत्थर एक-दूसरे के लिए संवेदनशीलता का जीता जागता सबूत है। हम उन गाइड्स को नमन करते हैं, जिन्होंने हादसे के बाद विमान के मलबे की खोज में दिन-रात काम किया। विपरीत परिस्थितियों में काम किया। मैं उनका और उनके परिजनों का भारत की ओर से आभार व्यक्त करता हूं।
“ये सवा सौ करोड़ देशवासियों की ताकत है, लोकतंत्र की ताकत है। ये दबाव होता है, जो देश हित का काम करने के लिए प्रेरित भी करता है और मजबूर भी करता है। आप सभी जानते हैं कि 7 सितंबर को हम सभी का चंद्रयान चांद पर उतरने वाला है। इस उपलब्धि के बाद भारत चांद पर उतरने वाला चौथा देश बन जाएगा।”
“भारत में हो रही इस प्रगति के बीच फ्रांस के साथ हमारे सदियों पुराने संबंध हर दिन मजबूत हुए हैं। एक-दूसरे की आवश्यकताओं का ध्यान, संवेदनशीलता, विश्वास के साथ हम आगे बढ़ रहे हैं। भारत और फ्रांस एक-दूसरे के लिए लड़े भी हैं और जिए भी हैं। दोनों देशों ने कंधे से कंधा मिलाकर दुश्मनों से मुकाबला किया है।”
मोदी ने कहा- यही वो धरती है, जहां प्रथम विश्व युद्ध में 9 हजार भारतीय सैनिकों ने फ्रांस के सैनिकों के साथ मानवता के पक्ष में लड़ते हुए प्राणों की आहुति दी थी। यहां रहने वाले हर हिंदुस्तानी को ये 9 हजार का आंकड़ा कभी भूलना नहीं चाहिए। हमने चरमपंथ का मुकाबला भारत में ही नहीं फ्रांस में भी किया है।
उन्होंने कहा कि दोनों देशों के चरित्र का निर्माण आजादी और समानता के साझा मूल्यों से हुआ है। भारत और फ्रांस दुनिया के बड़े खतरों से लड़ने के लिए सहयोग कर रहे हैं तो उसका कारण साझा मूल्य हैं। लोकतंत्र को क्लाइमेट चेंज और आतंकवाद के खतरों से बचाने के लिए हमने साझा जिम्मेदारी उठाई है।
“चुनौतियों का सामना हम सिर्फ बातों से नहीं ठोस कार्रवाई से करते हैं। क्लाइमेट चेंज की बातें तो बहुत होती हैं, लेकिन उन पर एक्शन होता हुआ बहुत कम दिखता है।”
“इंटरनेशनल सोलर अलायंस की स्थापना के साथ ही दुनिया के 75 देश जुड़ चुके हैं। आजकल हम 21वीं सदी के इन्फ्रा की बात करते हैं। हर कोई नेक्स्ट जेनरेशन इन्फ्रा बोलता है। यहां मेरा इन्फ्रा का मतलब कुछ और है। आईएन इंडिया के लिए, एफआरए फ्रांस के लिए, आईएन प्लस एफआरए यानी भारत और फ्रांस का तालमेल यानी इन्फ्रा।”
“सोलर इन्फ्रा, सोशल इन्फ्रा, टेक्निकल इन्फ्रा, स्पेस इन्फ्रा, डिफेंस इन्फ्रा तक भारत और फ्रांस का अलायंस मजबूती से आगे बढ़ रहा है। भारत में स्मार्ट शहरी व्यवस्थाओं के निर्माण में दोनों ही देशों को लाभ मिल रहा है। फ्रांस में भारतीय वैज्ञानिकों और भारत में फ्रेंच टेक्नोलॉजी का बड़ा सम्मान है।”
“आपमें से कई लोग फ्रांस में भारत की वैज्ञानिक प्रतिभा का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं। फ्रांस में दुनिया के इकलौते फ्यूजन रिएक्टर बनाने के प्रोजेक्ट में भी भारतीय प्रतिभा भागीदार है। ये सदी का महत्वपूर्ण वैज्ञानिक प्रोजेक्ट है। आने वाली पीढ़ियों को ये प्रोजेक्ट अपार ऊर्जा उपलब्ध कराएगा तो इसमें आपका योगदान होगा।”
“भारत से आपका रिश्ता मिट्टी का है। फ्रांस से मेहनत का नाता है। आपकी सफलताएं फ्रांस के लिए गौरव का विषय तो हैं, साथ ही ये भारत को भी गौरवान्वित करती हैं। भारतीय मूल्य के लोगों ने फ्रांसीसी पब्लिक लाइफ में भी बेहतरीन प्रदर्शन किया है। भारतीय प्रतिभाओं को फ्रांस में सम्मान प्राप्त होता है तो हमारा भी सर गर्व से ऊपर हो जाता है।”
मोदी ने कहा- आपने फ्रांस के रिवाजों और कानूनों को अपनाने के साथ अपनी विशिष्ट भारतीयता को सहेज रखा है। गणपति महोत्सव पेरिस के कल्चरल कैलेंडर की मुख्य विशेषता बन गया है। उस दिन ये पेरिस मिनी इंडिया में बदल जाता है। कुछ दिन बाद यहां गणपति बप्पा की गूंज भी सुनाई देगी।”
“कल जन्माष्टमी का पवित्र पर्व है। इसके लिए आप सभी को बहुत-बहुत शुभकामनाएं। इस वर्ष हम सब महात्मा गांधी की 150वीं जयंती और गुरुनानक देव का 550वां प्रकाश पर्व मनाने जा रहे हैं। उम्मीद करता हूं कि आपमें से कुछ लोगों ने गांधी क्विज में भाग लिया होगा। देश के विकास के लिए आपका योगदान भारत के लिए बहुत बड़ी ताकत है।”