प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने स्वच्छता और स्वास्थ्य से संबंधित योजनाओं पर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की पीठ थपथपाई। मोदी ने कहा कि प्रदेश में स्वच्छता पर काफी काम हुआ है।
मस्तिष्क ज्वर एक बड़ी समस्या थी। हर साल सैकड़ों बच्चे शिकार हो जाते थे लेकिन योगी जी ने जो आंकड़े पेश किए हैं उसके मुताबिक अब यह गंभीर बीमारी खात्मे की तरफ है।
प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने यहां पहले अपनी रिपोर्ट पेश की। मुख्यमंत्री ने कहा कि 40 साल तक प्रदेश के 38 जिले मस्तिष्क बुखार जैसी गंभीर बीमारी की गिरफ्त में थे।
गोरखपुर में सबसे ज्यादा यह बीमारी थी। वर्ष 2016 में 2817 लोग मस्तिष्क ज्वर से पीड़ित थे, जिनमें 426 की मौत हो गई थी। 2017 में 2998 मरीज भर्ती कराए गए थे जिनमें 380 की मौत हुई। 2018 में 1289 मरीज भर्ती कराए गए थे, जिनमें से 125 की मौत हो गई थी।
2019 में 234 मरीज भर्ती कराए गए थे और 22 की मौत हुई। मस्तिष्क ज्वर पर काबू पा लिया गया है। मुख्यमंत्री के बाद जब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अपना संबोधन शुरू किया तो कहा कि उत्तर प्रदेश में स्वास्थ्य और स्वच्छता पर बड़ा काम किया गया है। आगे और भी बेहतर किया जाएगा।
वेटरनेरी यूनिवर्सिटी में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पशुधन को निरोग बनाने और नस्ल सुधार के लिए राष्ट्रीय पशु रोग नियंत्रण और कृत्रिम गर्भाधान कार्यक्रम की शुरूआत की। पशुधन को स्वस्थ बनाने पर 13000 करोड़ खर्च होंगे, जिसमें साल में दो बार टीकाकरण किया जाएगा।
स्वच्छता ही सेवा अभियान का बटन दबाकर शुभारंभ करते हुए प्रधानमंत्री ने दो अक्तूबर से पहले सिंगल यूज प्लास्टिक खत्म करने के लिए भी देशवासियों से सहयोग मांगा। प्रधानमंत्री ने 1059 करोड़ की विभिन्न परियोजनाओं का लोकार्पण व शिलान्यास भी किया।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कूड़ा बीनकर परिवार की गुजर बसर करने वाली नौ महिलाओं से प्लास्टिक प्रबंधन के बारे में जाना। इन महिलाओं से पूछा गया कि वह किस तरह से कूड़े के बीच से प्लास्टिक निकालती हैं और इस प्लास्टिक का क्या होता है। महिलाओं ने बताया कि प्लास्टिक की खरीद कबाड़ी करते हैं। वह हर रोज इससे 150 से 250 रुपये तक कमा लेती हैं।