Sunday, May 04, 2025

Independence day, INDIA, News

77वें स्वतंत्रता दिवस पर राष्ट्र के नाम संबोधन में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू बोलीं- ‘एक पहचान ऐसी है जो सबसे ऊपर है और वो है ‘भारतीय’

President Murmu gives nod to women's reservation bill, 'Nari Shakti Vandan Adhiniyam' becomes law

President Droupadi Murmu addressed the nation on the eve of the 77th Independence Day 77वें स्वतंत्रता दिवस( Independence Day ) की पूर्व संध्या पर राष्ट्रपति  (President   ) ने  राष्ट्र के नाम संबोधन में कहा, 15 अगस्त, 1947 के दिन देश ने एक नया सवेरा देखा। उस दिन हमने विदेशी शासन से तो आजादी हासिल की ही, हमने अपनी नियति का निर्माण करने की स्वतंत्रता भी प्राप्त की। हमारी स्वाधीनता के साथ, विदेशी शासकों द्वारा उपनिवेशों को छोड़ने का दौर शुरू हुआ और उपनिवेशवाद समाप्त होने लगा। हमारे द्वारा स्वाधीनता के लक्ष्य को प्राप्त करना तो महत्वपूर्ण था ही, लेकिन उससे भी ज्यादा उल्लेखनीय है, हमारे स्वाधीनता संग्राम का अनोखा तरीका। राष्ट्रपति ने  स्वतंत्रता दिवस की बधाई दी, कहा- सभी देशवासी उत्साह के साथ अमृत महोत्सव मना रहे हैं।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President  Draupadi Murmu ) ने कहा, सभी लोग स्वतंत्रता दिवस को उत्साह के साथ मनाने की तैयारी कर रहे हैं। ये मुझे बचपन की याद भी दिला रहा है। जब तिरंगा फहराया जाता था तो लगता था कि शरीर में बिजली कौंध गई हो। मिठाई बांटी जाती थी। ये सब उत्साह से भर देता था। स्वतंत्रता दिवस हमें ये याद दिलाता है कि हम व्यक्ति नहीं हैं, हम विश्व के सबसे बड़े नागरिक समुदाय हैं।

यह दिन हम सब के लिए गौरवपूर्ण और पावन है। चारों ओर उत्सव का वातावरण देखकर मुझे बहुत प्रसन्नता हो रही है।

जाति, पंथ, भाषा और क्षेत्र के अलावा, हमारी अपने परिवार और कार्य-क्षेत्र से जुड़ी पहचान भी होती है। लेकिन हमारी एक पहचान ऐसी है जो इन सबसे ऊपर है, और हमारी वह पहचान है, भारत का नागरिक होना।

स्वतंत्रता दिवस हमें यह याद दिलाता है कि हम केवल एक व्यक्ति ही नहीं हैं, बल्कि हम एक ऐसे महान जन-समुदाय का हिस्सा हैं जो अपनी तरह का सबसे बड़ा और जीवंत समुदाय है। यह विश्व के सबसे बड़े लोकतंत्र के नागरिकों का समुदाय है।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President  Draupadi Murmu ) ने कहा, महात्मा गांधी तथा अनेक असाधारण एवं दूरदर्शी विभूतियों के नेतृत्व में हमारा राष्ट्रीय आंदोलन अद्वितीय आदर्शों से अनुप्राणित था। गांधी व अन्य महानायकों ने भारत की आत्मा को फिर से जगया और हमारी महान सभ्यता के मूल्यों को जन-जन में संचार किया।

राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू (President  Draupadi Murmu ) ने कहा,मैं सभी देशवासियों से आग्रह करती हूं कि वे महिला सशक्तीकरण को प्राथमिकता दें। मैं चाहूंगी कि हमारी बहनें और बेटियां साहस के साथ, हर तरह की चुनौतियों का सामना करें और जीवन में आगे बढ़ें।

आज महिलाएं हर क्षेत्र में बढ़-चढ़कर योगदान दे रही हैं और देश का गौरव बढ़ा रही हैं। मुझे प्रसन्नता होती है कि महिलाओं की आर्थिक सशक्तीकरण पर ध्यान रखा जा रहा है।

राष्ट्रपति ने कहा,आज हम देख रहे हैं कि भारत ने विश्व पर यथोचित स्थान बनाया है। अपनी यात्राओं के दौरान मैंने नए गौरव का भाव देखा है। भारत दुनिया में मानवीय मूल्यों को स्थापित करने में अग्रणी योगदान दे रहा है।

भारत, पूरी दुनिया में, विकास के लक्ष्यों और मानवीय सहयोग को बढ़ावा देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा रहा है। G20 समूह दुनिया की दो-तिहाई जनसंख्या का प्रतिनिधित्व करता है, इसलिए यह हमारे लिए वैश्विक प्राथमिकताओं को सही दिशा में ले जाने का यह एक अद्वितीय अवसर है।

Apart from caste, creed, language and region, we are also identified with our families and professions – but there is one identity that is above all. That is our identity as citizens of India. pic.twitter.com/B81SWJyKp1

— President of India (@rashtrapatibhvn) August 14, 2023

It is necessary to make efforts at the local, national and global levels for the environment. In this context, it is noteworthy that we have achieved unprecedented goals in the field of renewable energy. pic.twitter.com/GlU5xEmIlg

— President of India (@rashtrapatibhvn) August 14, 2023

Jaba Upadhyay

Jaba Upadhyay is a senior journalist with experience of over 15 years. She has worked with Rajasthan Patrika Jaipur and currently works with The Pioneer, Hindi.