हिमाचल प्रदेश (Himachal Pradesh )में दो दिन से तेज बारिश( Heavy rainfall) हो रही है।शिमला(Shimla ) शिव मंदिर में बड़ा हादसा हुआ, जिसमें 25 से 30 लोगों के दबे होने की आशंका है। पिछले 24 घंटे में प्रदेश में लैंडस्लाइड, बादल फटने और बारिश से जुड़ी अलग-अलग घटनाओं में 52 लोगों की जान चली गई। मौसम विभाग ने राज्य में 16 अगस्त तक भारी बारिश का अलर्ट जारी किया है।मृतकों का आंकड़ा अभी और बढ़ सकता है।
शिमला(Shimla ) के समरहिल इलाके में स्थित शिव बावड़ी मंदिर भारी बारिश की वजह से भूस्खलन की चपेट में आ गया। 15 से 20 लोग मलबे में दबे हुए हैं। रात 8 बजे तक यहां से 2 बच्चों समेत 11 शव निकाल लिए गए। बाकी की तलाश जारी है।सावन के सोमवार की वजह से सुबह मंदिर में कई लोग पहुंचे थे।
सुबह लगभग साढ़े 7 बजे हुए इस हादसे के बाद दिनभर बारिश ( Heavy Rainfall)के बीच बचाव कार्य चलता रहा। दिन ढ़लने के बाद तेज बारिश के बीच जनरेटर से लाइट का इंतजाम करके रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जा रहा है।
राजधानी के शिमला(Shimla )समरहिल और फागली में दोनों जगह शिमला-कालका रेल लाइन पर हुए भूस्खलन के कारण निचली ओर बने शिवमंदिर और ढारे मलबे में दब गए। सावन का सोमवार होने के कारण सुबह से ही समरहिल के शिवमंदिर में लोगों की आवाजाही शुरू हो गई थी। भारी बारिश के चलते सुबह करीब 7:15 बजे धमाके के साथ भारी मलबा पेड़ों समेत मंदिर पर जा गिरा। इससे यह मंदिर पूरी तरह से मलबे में दब गया। जो लोग मंदिर पहुंचे थे, उन्हें भागने तक का मौका नहीं मिला। आसपास के लोगों को जैसे ही इसका पता चला तो सभी मौके की ओर भागे।
लगातार हो रही बारिश और पहाड़ी से गिर रहे पत्थरों की वजह से मंदिर में रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत आती रही। मंदिर के ऊपर मलबे के साथ चार-पांच पेड़ भी आ गिरे। इसी से ज्यादा नुकसान हुआ। हादसे के तुरंत बाद SDRF, ITBP, पुलिस और स्थानीय लोग रेस्क्यू में जुट गए। लैंडस्लाइडिंग के लगभग पांच घंटे बाद रोड ठीक करके मलबा हटाने के लिए जेसीबी मशीन मौके पर लाई गई।
राजधानी के शिमला(Shimla )शहर के फागली में लाल कोठी के पास भी दिल दहलाने वाली घटना हुई। यहां भी सुबह के समय रेल लाइन के नीचे से भारी मात्रा में मलबा और पेड़ निचली ओर बने ढारों पर जा गिरे। इन ढारों में रह रहे लोग आठ लोग मलबे में दब गए। सुबह 10:00 बजे तक तीन घायल लोगों को मलबे से निकालकर आईजीएमसी अस्पताल पहुंचाया गया। यहां मलबे में पांच लोगों की मौत हो गई है। इनमें दो सगे भाई भी सलाउद्दीन (30) और यासिर खान (28) भी शामिल हैं। इनके अलावा कमला ठाकुर (52 ), सुनीता (36) की भी मौत हो गई। एक अन्य मृतक की पहचान नहीं हो पाई है। तीन लोग घायल हैं, जिनका आईजीएमसी अस्पताल में उपचार चल रहा है।
हिमाचल के मुख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू भी शिमला(Shimla ) में घटनास्थल पर पहुंचे। उन्होंने कहा कि स्थानीय प्रशासन मलबे को हटाने के लिए काम कर रहा है। फंसे लोगों को निकाला जा रहा है। उधर, मुख्यमंत्री के मीडिया एडवाइजर नरेश चौहान ने कहा- 10 से 15 लोगों के फंसे होने की आशंका है।
मुख्यमंत्री ने जिला सोलन की ग्राम पंचायत ममलीग में भूस्खलन से प्रभावित जड़ोन गांव का दौरा भी किया। यहां बादल फटने से एक ही परिवार के 7 सदस्यों की मृत्यु हुई है। मुख्यमंत्री त्रासदी देख भावुक हुए और कहा कि राज्य सरकार की ओर से प्रभावित परिवार को हर संभव सहायता प्रदान की जाएगी।
VIDEO | “Independence Day celebrations will only be ceremonial in Himachal Pradesh in the wake of lives lost in recent landslides in the state,” says CM @SukhuSukhvinder. pic.twitter.com/iNLtWzcglg
— Press Trust of India (@PTI_News) August 14, 2023