कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु( Bengaluru ) में घर में बेड के नीचे से 22 बॉक्स में 45 करोड़ से ज्यादा कैश मिला। यह रकम पूर्व महिला पार्षद अश्वत्थम्मा, उनके पति और रिश्तेदारों पर इनकम टैक्स की छापेमारी के मामले में बरामद हुई है।
अश्वत्थम्मा कांग्रेस के पूर्व विधायक श्रीनिवासमूर्ति की बड़ी बहन हैं। उनके पति आर अंबिकापति बृहत बेंगलुरु महानगर पालिका (BBMP) कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन के उपाध्यक्ष हैं। 12 अक्टूबर की देर रात बेंगलुरु के आरटी नगर में अश्वत्थम्मा, उनके पति आर अंबिकापति, बेटी और बहनोई के यहां छापेमारी में 500-500 के नोटों से भरे 22 बॉक्स मिले। यह घर किसका है, अभी तक इसकी जानकारी नहीं मिली है।
यह रकम कथित रूप से बेंगलुरु ( Bengaluru ) से चेन्नई होते हुए हैदराबाद ले जानी थी। इनकम टैक्स के अधिकारियों ने मुखबिर से मिली सूचना के आधार पर यह छापेमारी की।
बताया जा रहा है कि पांच राज्यों के चुनाव में पैसा पहुंचाने के लिए फंडिंग का स्रोत बेंगलुरु ( Bengaluru ) होने की जानकारी के आधार पर आईटी अधिकारी छापेमारी कर रहे हैं। सोने की दुकान के मालिकों के घरों और कार्यालयों पर भी छापेमारी की गई है।
अंबिकापति ने कर्नाटक की पूर्व बसवराज बोम्मई सरकार पर उनकी योजनाओं में 40% कमीशन लेने का आरोप लगाया था। इसके चलते भाजपा विधायक मुनिरत्ना ने अंबिकापति के खिलाफ मानहानि का केस दायर किया था।
वहीं, कर्नाटक के कॉन्ट्रैक्टर्स एसोसिएशन के अध्यक्ष डी केम्पन्ना ने इनकम टैक्स की रेड पर रिएक्शन दिया है। उन्होंने कहा कि मैंने पिछले आठ साल से कोई काम नहीं किया। मुझे मेरी पत्नी ने फोन पर बताया था कि अंबिकापति और उनके रिश्तेदारों के घर छापेमारी हुई है। ठेकेदार होने के अलावा मेरे पास और काम भी हैं। अगर आयकर विभाग को अंबिकापति के रिश्तेदारों के घर से पैसे मिले हैं तो उन्हें अपना काम करने दें।
तेलंगाना के वित्त मंत्री हरीश राव ने इस कैश को राज्य में होने वाले विधानसभा चुनाव से जोड़ा है। भारत राष्ट्र समिति (BRS) के नेता ने दावा किया कि यह रकम तेलंगाना टैक्स के नाम पर बिल्डरों, सोना का कारोबार करने वाले लोगों और ठेकेदारों से ली गई है। यह रकम उन 1500 करोड़ रुपए का हिस्सा है, जिसे कांग्रेस ने तेलंगाना में KCR के खिलाफ चुनाव लड़ने के लिए पड़ोसी राज्यों में मांगा है।
हरीश राव ने आरोप लगाया कि कांग्रेस तेलंगाना में चुनाव जीतने के लिए पैसा लगाने की कोशिश कर रही है। वे टिकट बेच रहे हैं, लेकिन यहां से जीत नहीं पाएंगे। वहीं, बीआरएस के कार्यकारी अध्यक्ष के टी रामाराव ने कहा कि कांग्रेस आगामी विधानसभा चुनावों में वोट खरीदने के लिए तेलंगाना में करोड़ों रुपए खर्च कर रही है।
हाल ही में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने निजामाबाद में कहा था- KCR ने कर्नाटक चुनाव में कांग्रेस की आर्थिक मदद की थी। इसलिए अब कर्नाटक सरकार तेलंगाना में BRS की मदद के लिए पैसे भेज रही है। तेलंगाना में विधानसभा चुनाव के लिए 30 नवंबर को वोटिंग होनी है।