Tuesday, October 08, 2024

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Manipur: मणिपुर के सबसे पुराने उग्रवादी संगठन यूएनएलएफ ने हिंसा छोड़ डाले हथियार, सरकार के साथ किया शांति समझौता

Manipur's oldest armed group UNLF signs peace agreement

Manipur's Oldest Armed Group UNLF Signs Peace Deal With Centreपूर्वोत्तर राज्य  (  )  के सबसे पुराने विद्रोही आर्म्ड ग्रुप यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) ने बुधवार को दिल्ली में शांति समझौते पर हस्ताक्षर किए। यह ग्रुप हिंसा छोड़कर मुख्यधारा में शामिल होने पर सहमत हो गया है।यूएनएलएफ ने यह फैसला केंद्र सरकार की ओर से ग्रुप पर कई साल पहले लगे बैन को पांच साल बढ़ाने के बाद लिया।

 इसे लेकर केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने एक पोस्ट कर खुशी जाहिर की। इससे पहले, मणिपुर के मुख्यमंत्री बीरेन सिंह ने कहा था कि एक प्रतिबंधित संगठन के साथ बातचीत आगे बढ़ रही है। उन्होंने उम्मीद जताई थी कि बहुत जल्द एक बड़े भूमिगत संगठन के साथ शांति समझौते पर हस्ताक्षर होंगे।

दरअसल, केंद्र सरकार ने 13 नवंबर 2023 को मणिपुर के यूएनएलएफ सहित कुल पांच उग्रवादी ग्रुप्स पर लगे बैन को पांच साल बढ़ा दिया था। साथ ही पांच अन्य उग्रवादी ग्रुप्स पर भी पांच साल का बैन लगाया था।

यह बैन इनकी राष्ट्र विरोधी गतिविधियों और सुरक्षा बलों पर घातक हमले करने के कारण लगाया गया। ये ग्रुप मणिपुर में एक्टिव हैं। यह बैन 13 नवंबर 2023 से ही लागू हो गया था।

गृह मंत्रालय ने UAPA के तहत एक ट्रिब्यूनल बनाया है, इसमें गुवाहटी हाईकोर्ट के जस्टिस संजय कुमार मेधी शामिल हैं। ट्रिब्यूनल यह तय करेगा कि मणिपुर के इन उग्रवादी ग्रुप्स पर बैन लगाने का पर्याप्त कारण है या नहीं।

केंद्र सरकार ने कई साल पहले यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF), पीपुल्स लिबरेशन (PLA) और इसकी राजनीतिक शाखा, पीपुल्स रिवोल्यूशनरी पार्टी ऑफ कांगलेईपाक (PREPAK) और इसकी आर्म्ड फोर्स, कांगलेईपाक कम्युनिस्ट पार्टी (KPC) और इसकी आर्म्ड फोर्स रेड आर्मी, KYKL को बैन कर दिया था। गृह मंत्रालय की ओर से 13 नवंबर को जारी नोटिफिकेशन में इन उग्रवादी ग्रुप्स पर लगा बैन बढ़ा है।

इसके साथ ही केंद्र ने रिवोल्यूशनरी पीपुल्स फ्रंट (RPF), यूनाइटेड नेशनल लिबरेशन फ्रंट (UNLF) की आर्म्ड फोर्स मणिपुर पीपुल्स आर्मी (MPA), कांगलेई याओल कनबा लुप (YKL), समन्वय समिति (कोरकॉम) और अलायंस फॉर सोशलिस्ट यूनिटी कांगलेइपाक (ASUK) पर भी पांच साल का बैन लगाया था।

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने यूएनएलएफ के मुख्यधारा में शामिल होने की जानकारी सोशल मीडिया पर शेयर की। उन्होंने लिखा- पूर्वोत्तर में शांति स्थापित करने के मोदी सरकार के प्रयासों में एक नया अध्याय जुड़ गया है। मैं लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं में उनका स्वागत करता हूं। साथ ही शांति और प्रगति के पथ पर उनकी यात्रा के लिए शुभकामनाएं देता हूं।गृह मंत्री द्वारा साझा किए गए एक वीडियो में UNLF सदस्यों को हथियार डालते हुए दिखाया गया है।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels