Sunday, May 04, 2025

Accident, INDIA, Madhya Pradesh, News

Harda blast : मध्यप्रदेश के हरदा पटाखा फ़ैक्ट्री मे शक्तिशाली ब्लास्ट में अब तक 15 लोगों की मौत, 200 घायल, NDRF की टीम ने संभाला मोर्चा,मदद के लिये सेना बुलाई गयी

15 killed, over 200 hurt in blast at cracker factory in Madhya Pradesh's Harda town

15 Dead, 100 Injured After Fire, Blasts In Madhya Pradesh Crackers Factory  (  ) के हरदा (Harda ) में एक पटाखा फैक्ट्री में हुए ब्लास्ट (Harda ) से तबाही मची है,मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, विस्फोट में अब तक 15 लोगों की मौत की खबर है।200 से ज्यादा जख्मी हैं. हादसे में मौतों का आंकड़ा बढ़ सकता है,कई घायलों की स्थिति गंभीर है। रिपोर्ट के मुताबिक, अवैध पटाखा फैक्ट्री में 15 टन विस्फोटक था।

विस्फोट इतना जोरदार था कि पूरा क्षेत्र दहल गया। धमाके का असर 40 किलोमीटर दूर तक महसूस किया गया। इसका असर इतना था कि धमाके की आवाज के बाद लोग अपने वाहन छोड़कर भागने लगे। कच्‍चे मकान गिर गए, सरकारी अस्पताल के कांच चटक गए। आग की लपटों से पूरा इलाका धुआं-धुआं हो गया।

मौके पर मौजूद नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स( NDRF ) मलबे में दबे लोगों को निकाल रही हैं। टीम जब जेसीबी से मलबा हटा रही थी इस दौरान एक और धमाका हो गया। जिला अस्पताल प्रबंधन के अनुसार 200 से ज्यादा घायल अस्पताल लाए गए हैं। इनमें 132 पुरुष और 98 महिलाएं के साथ बच्चे भी शामिल हैं। घायलों को भोपाल, इंदौर, नर्मदापुरम भी रेफर किया गया है।हरदा फैक्ट्री ब्लास्ट में सेना से भी मदद ली जाएगी। सेना की टीम वहां थोड़ी देर में पहुंचेगी। साथ ही हेलीकॉप्टर से रेस्क्यू ऑपरेशन चलाया जाएगा।

bddfd616-039b-45b3-aa0b-205b564583c1पटाखों की यह फैक्ट्री हरदा (Harda ) शहर में ही मगरधा रोड पर बैरागढ़ गांव में है। धमाका मंगलवार सुबह करीब 11 बजे हुआ। धमाके की चपेट में आने से कई राहगीर वाहन समेत दूर उछल गए। धमाका इतना तेज था कि पूरे शहर में इसकी आवाज सुनाई दी। आग की लपटें और धुएं का गुबार दूर से देखा जा रहा था। करीब एक घंटे तक धमाके होते रहे।

जानकारी मिली है कि हरदा (Harda )फैक्ट्री के आसपास बने घरों में बारूद रखा था। धमाके के बाद 60 घरों में आग लग गई। एहतियातन 100 से ज्यादा घरों को खाली कराया गया है। हरदा के आसपास के 7 जिलों की फायर ब्रिगेड बुलाई गई हैं। आग अभी भी सुलग रही है। आग लगने का कारण फिलहाल अज्ञात है। हरदा एसडीएम केसी परते ने कहा कि फैक्ट्री अनफिट थी।

जिला प्रशासन हरदा (Harda )ने बैरागढ़ स्थित पटाखा फैक्ट्री में हुए हादसे को लेकर किसी भी प्रकार की सहायता के लिए एसडीएम हरदा केसी परते का मो. नंबर 9425042250, तहसीलदार हरदा लवीना घाघरे का मो. नंबर 7509756213 जारी किया है। इन नंबरों पर सहायता के लिए संपर्क कर सकते हैं। राजस्व निरीक्षक पंकज खत्री से 8770162348, पटवारी झनकलाल पंवार से 9746489702 और पटवारी उदयसिंह उइके से 9977360806 पर भी संपर्क किया जा सकता है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि मध्य प्रदेश के हरदा में एक पटाखा फैक्ट्री में दुर्घटना के कारण हुई लोगों की मृत्यु से व्यथित हूं। उन सभी के प्रति संवेदना जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है। जो घायल हुए हैं वे जल्द से जल्द ठीक हों। स्थानीय प्रशासन सभी प्रभावित लोगों की सहायता कर रहा है। प्रत्येक मृतक के परिजनों को पीएमएनआरएफ से 2 लाख रुपए दिए जाएंगे। गंभीर घायलों को एक लाख रुपये दिए जायेंगे।

घटना के बाद मुख्यमंत्री मोहन यादव ने कहा है कि मृतक के परिजनों को चार लाख रुपए का मुआवजा दिया जाएगा। साथ ही घायल लोगों का मुफ्त में इलाज किया जाएगा। उन्होंने कहा कि घटना की पुनरावृत्ति नहीं होगी। साथ ही घटना के बारे में भारत सरकार को जानकारी दी है। सबसे पहली प्राथमिकता है कि घायलों को समुचित इलाज मिले।

अवैध पटाखा फैक्ट्री में ब्लास्ट मामले में हरदा जिला प्रशासन की बड़ी लापरवाही सामने आई है। उसी लापरवाही की वजह से हरदा में इतना बड़ा हादसा हुआ है। इस अवैध फैक्ट्री का मालिक राजू अग्रवाल था, जिसका अवैध सम्राज्य ढाई एकड़ में फैला हुआ था। उस ढाई एकड़ जमीन के आसपास सैकड़ों लोग रहते थे। इसके बावजूद प्रशासन ने उन्हें फैक्ट्री चलाने की अनुमति दी थी। वहीं, कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि फैक्ट्री का मालिक राजू अग्रवाल सजायाफ्ता है।

राजू अग्रवाल की यह फैक्ट्री 20 साल से चल रही थी। बताया जा रहा है कि उसने आसपास के घरों में बारूद का अवैध भंडारण कर रखा था। वह प्रशासन की आंख में धूल झोंकने के लिए आसपास के घरों में अवैध भंडारण करता था। अवैध बारूद भंडारण ही हादसे की वजह हो सकता है।

हरदा (Harda ) में कहीं किसी का कटा हाथ पड़ा था तो कहीं किसी के पैर का पंजा। लोग दूर उछलकर गिरे लोगों की लाशों को चादर से ढकते नजर आए। संभावना है कि आसपास के इलाकों में घायल और मृतक आग फैलते-फैलते आसपास के तकरीबन सौ घरों को चपेट में ले चुकी थी, जले हुए और गंभीर रूप से घायलों को पहुंचाने के लिए एम्बुलेंस कम पड़ रही थी।

अस्पताल का मंजर भयावह था। अफरा-तफरी में पहुंचते घायलों की हालत इतनी गंभीर थी कि किसी का सिर, किसी का पैर, किसी का हाथ तो कोई आधा जली अवस्था में इंदौर और भोपाल रेफर किया गया। दर्द से कराहते, रोते-बिलखते और चीखते लोग अस्पताल में बदहवास से थे।

Vijay Upadhyay

Vijay Upadhyay is a career journalist with 23 years of experience in various English & Hindi national dailies. He has worked with UNI, DD/AIR & The Pioneer, among other national newspapers. He currently heads the United News Room, a news agency engaged in providing local news content to national newspapers and television news channels