प्रधानमत्री नरेंद्र मोदी (PM Modi ) ने राज्यसभा ( Rajya Sabha ) में धन्यवाद प्रस्ताव पर चर्चा का जवाब देते हुए कहा कि राष्ट्रपति ने विस्तार से चर्चा की है, देश को आगे की दिशा भी दिखाई है। राष्ट्रपति जी का अभिभाषण प्रभावी भी था और हम सबके लिए भविष्य के काम पर मार्गदर्शक भी था। इसे जिसने जैसा समझा, वैसे समझाया। सबका साथ, सबका विकास पर यहां बहुत कुछ कहा गया। इसमें कठिनाई क्या है। ये तो हम सबका दायित्व है। जहां तक कांग्रेस का सवाल है, उनसे इसके लिए कोई अपेक्षा करना बहुत बड़ी गलती होगी।
पीएम नरेंद्र मोदी ने बुधवार को राज्यसभा में राष्ट्रपति के अभिभाषण पर धन्यवाद प्रस्ताव पर जवाब दिया। उनकी 92 मिनट की स्पीच सरकार के सबका साथ- सबका विकास पर फोकस रही। इसके जरिए कांग्रेस पर निशाना साधा।पीएम मोदी ने कहा, ‘इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है।
पीएम मोदी (PM Modi )ने कहा कि, ये उनकी सोच, समझ के बाहर है और रोडमैप में भी सूट नहीं करता। इतना बड़ा दल एक परिवार के लिए समर्पित हो गया है। उसके लिए ये संभव ही नहीं है। कांग्रेस के मॉडल में फैमिली फर्स्ट सर्वोपरि रहा है। देश की जनता ने हमें तीसरी बार लगातार सेवा का मौका दिया। ये बताता है कि देश की जनता ने हमारे विकास के मॉडल को परखा है, समझा है और समर्थन दिया है। हमारा ये मॉडल एक शब्द में कहना हो तो कहूंगा- नेशन फर्स्ट। पीएम मोदी ने कहा कि, ‘फैमिली फर्स्ट’ को लेकर चलने वाली कांग्रेस ‘सबका साथ सबका विकास’ के बारे में सोच भी नहीं सकती ।इसी उम्दा भावना के साथ वाणी-वर्तन, नीतियों में इसी एक बात को मानदंड मानकर सेवा करने का प्रयास किया है।
पीएम मोदी ने कहा कि लंबे समय तक देश को तराजू पर तौलने का कोई अवसर ही नहीं मिला था कि वैकल्पिक मॉडल क्या हो? 2014 में हमने देश को वैकल्पिक मॉडल दिया। जनता ने हमारे मॉडल को मंजूर किया। हमने तुष्टिकरण नहीं, संतुष्टिकरण का मॉडल दिया है। कांग्रेस का तरीका होता था कि जब चुनाव आए तब छोटे तबके को कुछ दे देना और बाकियों को तरसते देखना।
पीएम मोदी (PM Modi ) ने कांग्रेस पर जबरदस्त हमला बोलते हुए कहा कि, झुनझुना बांटना, लोगों की आंखों पर पट्टी बांधकर अपनी सियासत को चलाए रखना। इनकी नजर वोट की खेती पर होती थी। हमारी कोशिश रही है कि भारत के पास जो भी संसाधन हैं, उनका इष्टतम उपयोग किया जाए। जो समय है, उसको भी बर्बादी से बचाकर के पल-पल का उपयोग जनकल्याण के लिए, देश की प्रगति के लिए खर्च हो।
पीएम मोदी (PM Modi ) ने कहा कि, हमारी सरकार ने एससी-एसटी एक्ट को मजबूत बनाकर दलित-आदिवासी समाज के प्रति सम्मान भी दिखाया, प्रतिबद्धता भी दिखाई। आज जातिवाद का जहर फैलाने के लिए भरपूर प्रयास हो रहा है।
पीएम मोदी ने कहा कि आज जातिवाद के जहर फैलान के लिए भरपूर प्रयास हो रहा है। लेकिन तीन-तीन दशक दोनों सदन के ओबीसी एमपी और सभी दलों के ओबीसी एमपी सरकारों से मांग करते रहे थे कि ओबीसी आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया जाए, ठुकरा दिया गया। इनकार किया गया क्योंकि शायद उस समय उनके राजनीति को ये सूट नहीं करता था। हम सबने मिलकर तीन-तीन दशक से मेरे ओबीसी समाज ने जिस बात की मांग की थी हमने आकर इस आयोग को संवैधानिक दर्जा दिया।
पीएम मोदी (PM Modi ) ने कहा कि हमारे लिए इनका मान-सम्मान भी उतना ही महत्वपूर्ण है। देश में जब-जब आरक्षण का विषय आया, उसको एक तंदुरुस्त तरीके से सत्य को स्वीकार करते हुए करने का प्रयास नहीं हुआ। दुश्मनी पैदा करने वाले तरीके अपनाए गए। पहली बार हमारी सरकार ने एक ऐसा मॉडल दिया कि हमने सामान्य वर्ग के गरीब को 10 फीसदी आरक्षण दिया, बिना तनाव के, बिना किसी का छीने। एससी-एसटी, ओबीसी ने भी इसका स्वागत किया। पूरे राष्ट्र ने इस बात को स्वीकार किया।
पीएम मोदी (PM Modi ) ने कहा कि ‘देश ने इमरजेंसी का दौर भी देखा है। संविधान को किस प्रकार से कुचला गया। संविधान की स्प्रिट को रौंदा गया। ये सब सत्ता सुख के लिए किया गया। इमरजेंसी में प्रसिद्ध कलाकार देवानंद जी से कहा गया कि वह इमरजेंसी का समर्थन करें। देवानंद ने मना कर दिया था। इसलिए दूरदर्शन पर देवानंद जी की फिल्में बैन कर दी गईं। किशोर कुमार जी ने कांग्रेस के लिए गाना गाने से मना कर दिया था। इस पर कांग्रेस ने आकाशवाणी पर किशोर के गाने प्रतिबंधित कर दिए।’
पीएम मोदी (PM Modi )ने कहा कि देश की पहली सरकार थी। नेहरू जी पीएम थे। मुंबई में मजदूरों की हड़ताल हुई। उसमें मशहूर गीतकार मजरूह सुल्तानपुरी ने गीत गाया- कॉमनवेल्थ का दास है। इस पर नेहरू जी ने उन्हें जेल में डाल दिया। मशहूर एक्टर बलराज साहनी एक जुलूस में शामिल हुए थे। उन्हें भी जेल में बंद कर दिया गया। लता जी के भाई हृदय नाथ मंगेश्कर जी ने वीर सावरकर पर एक कविता आकाशवाणी पर सुनाने की येाजना बनाई। इस पर उन्हें आकाशवाणी से बाहर कर दिया गया।
‘फैमिली फर्स्ट’ को लेकर चलने वाली कांग्रेस ‘सबका साथ सबका विकास’ के बारे में सोच भी नहीं सकती! pic.twitter.com/ugvHzdWS1C
— Narendra Modi (@narendramodi) February 6, 2025