केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने एनआरसी के मुद्दे पर सरकार का रुख स्पष्ट करते हुए कहा कि किसी भी हिंदू और ईसाई शरणार्थी को भारत छोड़ने के लिए मजबूर नहीं किया जाएगा। NRC पर राज्य की सीएम ममता बनर्जी द्वारा गुमराह करने का आरोप लगाते हुए शाह ने कहा कि जो भी हिंदू शरणार्थी देश में आए हैं, उन्हें भारत की नागरिकता दी जाएगी। उन्होंने साथ ही कहा कि किसी हिंदू शरणार्थी को देश से जाने नहीं देंगे और किसी घुसपैठिए को देश में रहने नहीं देंगे।
बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह मंगलवार को एनसीआर और अनुच्छेद 370 पर केंद्र सरकार का पक्ष रखा। उन्होंने कहा, ‘एनआरसी पर बंगाल की जनता को गुमराह किया गया। मैं बंगाल की जनता को सचाई बताने आया हूं। सभी हिंदू शरणार्थियों को भारतीय नागरिकता दी जाएगी। मोदी सरकार जल्द ही सिटिजनशिप अमेंडमेंट बिल लाने वाली है। इसके बाद मेरे जितना ही अधिकार हर शरणार्थी को मिल पाएगा। एक भी घुसपैठिए को देश में रहने नहीं देंगे। एक-एक शरणार्थी को प्रधानमंत्री बनने का अधिकार बीजेपी सरकार देने वाली है।’
बीजेपी को पश्चिम बंगाल से 18 लोकसभा सीटें मिलने का असर बताते हुए अमित शाह ने कहा, ‘पहले दुर्गापूजा में मूर्ति विसर्जन के लिए कोर्ट में जाना पड़ता था। इस बार मैं दुर्गापूजा में आरती करने आया हूं, किसी की हिम्मत नहीं है दुर्गापूजा रोकने की। वसंत पंचमी पर देख लीजिएगा किसी की हिम्मत नहीं होगी वसंत पंचमी को रोकने की क्योंकि आपने 18 सीटें भारतीय जनता पार्टी को दी हैं।’
इससे पहले अमित शाह ने कहा, ‘अनुच्छेद 370 हटाकर मोदी जी ने श्यामा प्रसाद मुखर्जी का सपना पूरा किया है। बंगाल के सपूत मुखर्जी ने कश्मीर की धरती पर नारा लगाया था एक देश में दो प्रधान, दो निशान नहीं रहेंगे। उन्होंने एक निशान, एक विधान और एक प्रधान का नारा दिया।’
लोकसभा चुनाव में बंगाल की जनता के योगदान को धन्यवाद करते हुए अमित शाह ने कहा, ‘देश में दूसरी बार पीएम के नेतृत्व में बीजेपी पहली बार 300 का आंकड़ा पार कर पाई। इसमें सबसे ज्यादा योगदान प बंगाल की जनता का है। पश्चिम बंगाल के अंदर अगर जनता परिवर्तन न करती तो 300 सीट पार नहीं कर पाती बीजेपी। मैं भरोसा दिलाना चाहता हूं कि 18 सीटें जिता कर परिवर्तन की जो इच्छा जताई है, अगली बार बंगाल में भी निश्चित रूप से बीजेपी सरकार बनने जा रही है।’