झारखण्ड( Jharkhand ) के हजारीबाग(Hazaribagh )मेंझील रोड स्थित उपायुक्त आवास के पास बने अपार्टमेंट की छत से एक युवक ने सोमवार को छलांग लगा आत्महत्या कर ली। घटना की सूचना पाते ही लोहसिंघना पुलिस मौके पर पहुंची।
उसे तत्काल आरोग्यम हॉस्पिटल ले जाया गया, जहां से हजारीबाग(Hazaribagh ) के एचएमसीएच हॉस्पिटल भेजा गया। एचएमसीएच हॉस्पिटल में चिकित्सकों ने उसे मृत घोषित कर दिया। परिजनों के अनुसार, युवक पिछले दो सालों से अचानक डिप्रेशन में चला गया था। उसका इलाज पटना में चल रहा था।
मृतक युवक आशुतोष कुमार उर्फ अंशु (21) पेयजल एवं स्वच्छता विभाग कोडरमा में कार्यरत जूनियर इंजीनियर चंद्रिका प्रसाद का पुत्र था। इंजीनियर चंद्रिका प्रसाद अपने परिवार के साथ फ्लैट नंबर 103 में लंबे समय से रह रहे हैं। वे बिहार के रहने वाले हैं।
परिजनों ने बताया कि आशुतोष तीन भाइयों में सबसे बड़ा था। कोटा में मेडिकल की तैयारी कर रहा था। शहर के नमन विद्या से उसकी स्कूलिंग हुई थी। पढ़ने में काफी अच्छा था। सोमवार को पिता कोडरमा में थे। घर में मां चिकन बना रही थी। आशुतोष ने मां से कहा कि वो बाजार से घूम कर आ रहा है और छत पर चला गया। यहां से उसने छलांग लगा अपनी जान दे दी।
अस्पताल में परिजनों ने बताया कि मेडिकल में चयन नहीं होने के कारण वह तनाव में था। पटना से उसका इलाज भी चल रहा था। सोमवार को तीन बजे अपार्टमेंट की छत पर चला गया और छलांग लगा दी। परिजनों का रो रोकर बुरा हाल है। अपार्टमेंट में रहने वाले पड़ोसी काफी दुखी हैं। जिसने भी यह घटना सुनी, वह सन्न रह गया।