उत्तर प्रदेश ( Uttar Pradesh) के टॉप टेन अपराधियों में से एक और बड़ा आपराधिक साम्राज्य खड़ा करने वाले माफिया सरगना खान मुबारक( Khan Mubarak ) की बीमारी के चलते सुबह हरदोई ( Hardoi ) जेल में मौत हो गई। वहां उसे जिला जेल में तबीयत बिगड़ने के बाद मेडिकल कॉलेज ले जाया गया था। वह निमोनिया से पीड़ित था।
जानकारी के लिए बता दें कि मार्च 2020 से जिला कारागार हरदोई में अंडरवर्ल्ड डॉन जफर सुपारी के भाई और माफिया खान मुबारक बंद था। जेल में पिछले काफी दिनों से उसकी तबियत खराब चल रही थी। कई बार उसे उपचार के लिए डॉक्टरों को दिखाया गया, लेकिन उसकी तबियत में कोई सुधार नहीं हुआ। खान मुबारक( Khan Mubarak ) अंडरवर्ल्ड डॉन छोटा राजन का शॉर्प शूटर रहा था।
बताया जा रहा है कि मुख्तार अंसारी, अतीक अहमद और ब्रजेश सिंह मुन्ना बजरंगी के बीच खान मुबारक ( Khan Mubarak )भी गैंगेस्टर रहा है। खान मुबारक तब चर्चा में आया था जब क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर को गोली मारी थी। मुम्बई में 2006 में काला घोड़ा कांड से भी खान मुबारक चर्चा में आया था। बताया जा रहा है खान मुबारक 2 जून 2022 से हरदोई के जिला कारागार में बन्द था।
तकरीबन डेढ़ दशक पूर्व इलाहाबाद में पढ़ाई करने के दौरान खान मुबारक ने क्रिकेट मैच के दौरान अंपायर द्वारा रन आउट देने पर अंपायर को गोली मार अपराध की दुनिया में दस्तक दी थी। इसके बाद खान मुबारक ने इलाहाबाद में एक पोस्ट ऑफिस को लूट कर जरायम की दुनिया में अपनी पकड़ मजबूत की। अंबेडकर नगर में इसने पहली हत्या एक भट्ठा व्यवसायी एवं ट्रांसपोर्टर ऐनुद्दीन की हत्या मामूली विवाद में की थी।
अंबेडकर नगर जिले के हंसवर थाना क्षेत्र अंतर्गत हरसम्हार गांव निवासी खान मुबारक ( Khan Mubarak )प्रदेश के टॉप टेन अपराधियों की सूची में शामिल था। उस पर करीब तीन दर्जन मुकदमे कई जिलों में दर्ज थे।मुख्य रूप से फिरौती और रंगदारी जैसे अपराध में लिप्त खान ने कई हत्या की वारदातों को भी अंजाम दिया था। पुलिस ने गैंगस्टर एक्ट में उसकी करोड़ों की संपत्ति को जब्त कर लिया था।
खान मुबारक ( Khan Mubarak ) का नाम तब तेजी से सामने आया जब मुंबई में 2006 में काला घोड़ा हत्याकांड हुआ। छोटा राजन गिरोह ने दिनदहाड़े इस पूरे हत्याकांड को अंजाम दिया था, जिसमें खान मुबारक ने कई साथियों के साथ मिलकर एक पुलिस वैन में बंद दो आरोपियों को गोलियों से भून दिया था। इस मामले के बाद साल 2007 में एक कैश वैन लूटकांड में एसटीएफ ने खान मुबारक को गिरफ्तार किया था। इसी मामले में पूछताछ के दौरान खान मुबारक ने काला घोड़ा हत्याकांड का खुलासा किया था। साल 2007 में कैश वैन लूटकांड में खान मुबारक ( Khan Mubarak ) पांच साल नैनी जेल में बंद रहा। जब 2012 में बाहर आया तो फिर से अंबेडकर नगर में रंगदारी और जबरन वसूली का काम शुरू किया। वहीं शूटर ओसामा की हत्या में नाम सामने आया। इसके बाद खान मुबारक ने जिले के भट्ठा कारोबारी एनुद्दीन की मौत हो गई। इस मामले सहित कई अन्य केस में भी खान मुबारक ( Khan Mubarak ) जेल गया, लेकिन सबूत और गवाह न मिलने पर 2016 में बाहर आ गया।
Mafia Khan Mubarak: हरदोई जेल में बंद माफिया डॉन खान मुबारक की मौत#UttarPradeshNews | #KhanMubarak | #Mafia | @nidhileo pic.twitter.com/Ii3IgFsvqP
— TV9 Bharatvarsh (@TV9Bharatvarsh) June 12, 2023