पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर ( Manipur ) में 3 मई को शुरू हुई हिंसा अब तक नहीं थमी है। सुरक्षाबलों और मैतेई समुदाय के बीच पिछले 24 घंटे से झड़प जारी है। इस दौरान तीन लोगों की मौत हो गई। ये हिंसक झड़प टेराखोंगसांगबी कांगवे और थोरबुंग में हुई हैं। यह इलाका कुकी-मैतेई के बीच का बॉर्डर है, जो बफर जोन कहलाता है।
मृतकों की पहचान युमनम जितेन मैतेई (46), युमनम पिशाक मैतेई (67) और युमनम प्रेमकुमार मैतेई (39) के रूप में की गई है, जो सभी क्वाक्टा लामल्हाई के रहने वाले हैं।
हमलावर बफर जोन क्रॉस करने की कोशिश कर रहे थे। सुरक्षाबलों ने जब रोका तो इनके बीच झड़प हो गई। इस दौरान फायरिंग भी की गई। सुरक्षाबलों को जवाबी कार्रवाई करनी पड़ी।
तीन लोगों की मौत के बाद इलाके में तनाव बढ़ गया। थोरबंग एरिया में पहाड़ों से सुबह से फायरिंग हो रही है। मोर्टार से भी हमला किया गया। भीड़ ने कई रास्ते जाम कर दिए हैं।
उपद्रवियों ने हिंसा के साथ कई घरों में आग भी लगा दी। पुलिस ने कहा कि मैतेई समुदाय के बफर जोन को पार कर कई लोग घुस आए और उन्होंने वहां गोलीबारी की। बिष्णुपुर के क्वाक्टा क्षेत्र के पार केंद्र सरकार के आदेश के तहत बफर जोन बनाया गया है।
मणिपुर ( Manipur ) कैबिनेट ने शुक्रवार को राज्यपाल अनुसुइया उइके को 21 अगस्त से विधानसभा का सत्र बुलाने की सिफारिश की। पिछला विधानसभा सत्र मार्च में हुआ था और मई में राज्य में हिंसा भड़क उठी थी। इससे पहले कांग्रेस के 5 विधायकों ने भी जुलाई में राज्यपाल उइके से राज्य में चल रही उथल-पुथल पर चर्चा के लिए विधानसभा का आपातकालीन सत्र बुलाने का आग्रह किया था।
राज्य मंत्रिमंडल ने 21 अगस्त 2023 को 12वीं मणिपुर विधानसभा का चौथा सत्र बुलाने के लिए मणिपुर के राज्यपाल को सिफारिश की है: मणिपुर सरकार ने एक प्रेस विज्ञप्ति जारी करते हुए जानकारी दी pic.twitter.com/zwZBiAtrbG
— ANI_HindiNews (@AHindinews) August 4, 2023