प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने सोमवार को पंजाब (Punjab) में आम आदमी पार्टी (AAP) के विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा( Jaswant Singh Gajjanmajra )को गिरफ्तार कर लिया है। जिस समय ईडी ने उन्हें अरेस्ट किया, तब वे संगरूर में कार्यकार्ताओं के साथ बैठक कर रहे थे। वे संगरूर जिले की अमरगढ़ सीट से विधायक हैं। शाम करीब साढ़े 5 बजे ईडी की टीम विधायक का मेडिकल करवाने के लिए सिविल अस्पताल पहुंची।
उनकी गिरफ्तारी 40 करोड़ रुपए के पुराने लेन-देन से जुड़े केस में हुई है। इसी मामले में ईडी ने पिछले साल उनके घर, ऑफिस और अन्य संपत्तियों की जांच की थी। हालांकि उस वक्त विधायक की गिरफ्तारी नहीं हुई थी। पहले सूचना थी की विधायक को जांच में शामिल किया जाएगा। मगर सोमवार को ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
गिरफ्तारी के बाद उन्हें भारी सुरक्षा के बीच ईडी के जालंधर ऑफिस लाया गया। यहीं पर ईडी के अधिकारी उनसे पूछताछ कर रहे हैं। उधर, विधायक की गिरफ्तारी की खबर फैलते ही जालंधर में ईडी ऑफिस के बाहर आप कार्यकर्ताओं की भीड़ जुटनी शुरू हो गई। जिसके बाद पुलिस ने सुरक्षा बढ़ा दी थी।
आम आदमी पार्टी ने इस पूरे मामले में कड़ी प्रतिक्रिया दी। आम आदमी पार्टी ने कहा कि बीजेपी बदले की राजनीति कर रही है और आप नेताओं को डराने-धमकाने की कोशिश कर रही है।
विधायक जसवंत सिंह गज्जनमाजरा ( Jaswant Singh Gajjanmajra )पर 40 करोड़ रुपए के बैंक फ्रॉड का आरोप है। एजेंसी पहले भी कई बार जांच कर चुकी है। इससे पहले ईडी ने सितंबर महीने में गज्जनमाजरा के घर छापा मारा था। उनके घर ईडी के अधिकारियों ने करीब 14 घंटे तक सर्च की थी। सूत्रों के अनुसार, माजरा को ईडी ने पहले सिर्फ पूछताछ के लिए ही बुलाया था। मगर सोमवार को एकदम से ईडी ने उन्हें हिरासत में ले लिया।
सितंबर 2022 में ईडी की एक टीम ने जसवंत सिंह गज्जनमाजरा ( Jaswant Singh Gajjanmajra )के घर के अलावा अमरगढ़ में उनके परिवार द्वारा संचालित एक स्कूल और एक पशु चारा फैक्टरी पर छापा मारा था। केंद्रीय जांच ब्यूरो ने पिछले साल 40.92 करोड़ के बैंक धोखाधड़ी मामले में उनकी संपत्तियों की छापेमारी की थी, जिसके बाद ईडी ने उनके खिलाफ पीएमएलए मामला दर्ज किया था।
सीबीआई ने कहा था कि तलाशी के दौरान16.57 लाख की राशि, 88 विदेशी मुद्रा नोट और आपत्तिजनक दस्तावेज बरामद किए गए। याद रहे कि लुधियाना स्थित बैंक ऑफ इंडिया की एक शाखा द्वारा मालेरकोटला के गौंसपुरा में गज्जनमाजरा की फर्म के खिलाफ शिकायत के बाद सीबीआई जांच की गई थी। बैंक की शिकायत में कहा गया है कि उसके निदेशकों के माध्यम से फर्म ने बंधक स्टॉक को छुपाया था और गलत और बेईमान इरादे से बही ऋणों को डायवर्ट किया था। ताकि इसे लेनदार बैंक को निरीक्षण के लिए और सुरक्षित लेनदार के रूप में वसूली के लिए उपलब्ध न कराया जा सके।
विधायक गज्जनमाजरा ( Jaswant Singh Gajjanmajra )तब चर्चा में आए थे, जब उन्होंने घोषणा की थी कि वह सिर्फ एक रुपया वेतन लेंगे। गज्जनमाजरा ने कहा था कि पंजाब वित्तीय समस्याओं से जूझ रहा है। इसलिए मैं बतौर विधायक एक रुपया वेतन लूंगा। चुनाव में उन्होंने शिरोमणि अकाली दल (अमृतसर) के सिमरनजीत सिंह मान को हराया था।
बता दें कि बीते 31 अक्टूबर को प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) मोहाली से आप विधायक कुलवंत सिंह के घर और दफ्तर पर रेड करने पहुंची थी। जहां उन्होंने सुबह से लेकर शाम तक दस्तावेज खंगाले। इस संबंध में पंजाब के कई शहरों में पहले भी छापेमारी हो चुकी थी। आप विधायक कुलवंत सिंह के रियल एस्टेट कंपनी को लेकर सवाल जवाब किए गए थे।