उत्तर प्रदेश के आगरा में विश्व धरोहर सप्ताह के पहले दिन रविवार को करीब 35 हजार पर्यटकों ने मुफ्त में ताजमहल (Taj Mahal ) देखा। सुबह से पर्यटकों की भीड़ ताजमहल का देखने पहुंचने लगी। वहीं फतेहपुर सीकरी स्मारक पर कार्यक्रम आयोजित किए गए
स्मारकों के संरक्षण के प्रति जागरूक करने के लिए हर वर्ष भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) की तरफ से विश्व धरोहर सप्ताह मनाया जाता है। शुरूआत रविवार को हुई। पहले दिन सभी स्मारकों पर पर्यटकों का प्रवेश निशुल्क रहता है।
ताजमहल (Taj Mahal ) पर हजारों की संख्या में पर्यटक पहुंचे, कई पर्यटकों को निशुल्क होने की जानकारी नहीं थी। जब उनको बिना टिकट प्रवेश मिला, तो खुश हो गए। अपराह्न तीन बजे तक ताजमहल पर भीड़ रही। उसके बाद कम हो गई। इसकी वजह विश्वकप क्रिकेट के फाइनल मैच को माना गया।
आगरा किला, एत्मादउद्दौला, सिकंदरा, फ़तेहपुर सीकरी में भी पर्यटकों ने स्मारक देखने का आनंद लिया। पुरातत्व विभाग की तरफ से फतेहपुर सीकरी स्मारक पर निबंध और चित्रकला प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। प्रतियोगिता के माध्यम से स्मारक संरक्षण का संदेश दिया गया।
विश्व धरोहर सप्ताह में एक दिन के लिए सभी स्मारकों पर निशुल्क प्रवेश होता है। इसके बाद भी ताजमहल में मुख्य मकबरे पर जाने के लिए पर्यटकों को टिकट लेना पड़ा। वर्ष 2018 से एएसआई की तरफ से मुख्य मकबरे पर जाने के लिए 200 रुपये का टिकट लगाया गया है। उसी के तहत रविवार को 7469 पर्यटकों ने टिकट खरीदा।
दुनिया में ताजमहल (Taj Mahal ) देश के स्मारकों में नंबर वन है। अपने अप्रतिम सौंदर्य से दुनियाभर के पर्यटकों को दीवाना बनाने वाला स्मारक पर्यटकों के साथ ही राजस्व अर्जित करने के मामले में सबसे आगे है।
विश्व धरोहर ताजमहल (Taj Mahal ) खास मौकों पर पर्यटकों के लिए निशुल्क रहता है। इनमें ईद और बकरीद की नमाज के समय ताजमहल में प्रवेश का टिकट नहीं लगता है। इस दौरान पर्यटकों को भी निशुल्क प्रवेश मिलता है। शाहजहां के उर्स पर ताजमहल में निशुल्क प्रवेश रहता है। विश्व धरोहर दिवस पर भी यह सुविधा मिलती है।